बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) बरौनी तेलशोधक मजदूर यूनियन द्वारा 7 सूत्री मांगों को लेकर 16 नवबंर को आम हड़ताल का आह्वाहन किया है। बिगत 14 दिन से आहूत आम हड़ताल को लेकर लगातार प्रबंधन से बात किया गया लेकिन प्रबंधन के मनमानी,तानाशाही पूर्ण रबैया और हठधर्मिता के कारण लगातार बार्ता असफल होते रहा है। बरौनी रिफाइनरी प्रबंधन के द्वारा लगातार तानाशाही पूवर्क मजदूरों के सुबिधा में कटौती करने का काम लगातार किया जा रहा है जैसे चिकित्सा सुविधा को खत्म करने, BRDAV स्कूल को व्यवसायीकरण करने, बोनस जैसे मुद्दे पर लगातार कुठाराघात कर रहा है। जब यूनियन द्वारा इस पर प्रबंधन से बात किया गया तो प्रबंधन ने अपनी हिटलरशाही फरमान को वापस लेने को तैयार नही हुआ। साथ ही ठेकेदार और प्रबंधन के गठजोड़ के कारण लगातार ठेका मजदूर का भी शोषण बदस्तूर जारी है। ठेका में आवंटित PF, ESI, holiday payment, ड्रेस,जूता, हैंड ग्लोव जैसे सुबिधा भी मुहैया नही कराया जाता है। स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों के साथ प्रबंधन के लगातर भेदभाव पूर्ण रबैया के कारण यूनियन जब बात करने की कोशिश किया तो प्रबंधन के तरफ से कोई सकारात्मक जबाब नही दिया गया। यूनियन जब 16 नवबंर को हड़ताल का नोटिस दिया उसके बाद भी प्रबंधन ने स्ट्राइक नही हो, इसके लिए कोई सकारात्मक पहल नही किया। इस हड़ताल को आम जनता, कर्मचारी और ठेका मजदूर का व्यपाक जन समर्थन मिल रहा है साथ ही बरौनी रिफाइनरी में कार्यरत श्रमिक विकाश परिषद ने भी इस हड़ताल को समर्थन किया है। बरौनी तेलशोधक मजदूर यूनियन के महासचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि अगर इस हड़ताल के बाद भी अगर प्रबंधन ने मनमानीपूर्ण रबैया से बाज नही आएगा और हिटलरशाही फरमान वापस नही लिया तो इसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएगा।
शुक्रवार, 16 नवंबर 2018
बेगूसराय : बरौनी तेलशोधक प्रबंधन की तानाशाही को लेकर हड़ताल पर जाएंगे मजदूर
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