मध्य प्रदेश में किसान का कर्ज माफ करने को वचनबद्ध : राहुल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 27 नवंबर 2018

मध्य प्रदेश में किसान का कर्ज माफ करने को वचनबद्ध : राहुल

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नयी दिल्ली, 27 नवंबर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश के किसानों से उनका कर्ज माफ करने का जो वादा किया है, उसके लिए वह वचनबद्ध हैं तथा राज्य में पार्टी की सरकार बनने के 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।  श्री गांधी ने मध्य प्रदेश की जनता के नाम यहां जारी एक संदेश में कहा, “ अब हम वचनबद्ध हैं, मध्यप्रदेश में सरकार बनते ही 10 दिनों में किसानों का कर्जा माफ़ कर देंगे। फसलों के उचित दाम की गारंटी होगी। बिजली का बिल आधा होगा। बेटियों की शादी पर कांग्रेस सरकार माँ-बाप की भूमिका में होगी और 51 हज़ार रुपए का योगदान किया जाएगा।” उन्होंने राज्य के बेघरों और छोटे किसानों को भी लुभाने का प्रयास किया और कहा कि घर बनाने का हर नागरिक का सपना पूरा किया जाएगा। किसानों के बच्चों को कृषि आधारित उद्योग लगाने के अवसर दिए जाएंगे और बेटियों को स्कूल से पीएचडी तक की शिक्षा मुफ़्त होगी। महिलाओं को सुरक्षा फीचर वाला स्मार्ट फोन दिया जाएगा तथा औद्योगिक निवेश, शिक्षा का स्तर बढ़ाया जाएगा। श्री गांधी ने कहा, “ मध्यप्रदेश मेरे लिए मात्र एक राज्य का नाम नहीं है। मेरे लिए मध्यप्रदेश किसानों की इच्छाशक्ति, बेटियों का आत्मबल, युवाओं की उम्मीद और गरीबों की जीत का नाम है। पिछले 15 वर्षों में मध्यप्रदेश की इस पहचान को नुकसान पहुँचाया गया है। यहाँ फसलों के दाम माँगने पर किसानों के सीने में गोलियाँ मार दी गयी हैं, उनकी अपेक्षाओं को कुचला गया है, युवाओं के अवसरों को अंधकार से भरा गया है और बेटियों के भविष्य में भय लिख दिया गया है। बेरोजगार, युवा दरबदर की ठोकरें खा रहा है, बेटियों का घर से निकलना मुश्किल है। मध्यप्रदेश को गौरव हासिल है सर्वाधिक आदिवासियों की आबादी का, मगर उनके वनाधिकार और आजीविका को छीना जा रहा है, उन्हें वनों से निकाला जा रहा है।”  उन्होंने किसानों के कर्ज माफी को जरूरी बताया और कहा, “मेरा सीधा मानना है कि किसानों को कर्ज से उबारने का अर्थ है-अर्थव्यवस्था को उबरना। किसान आर्थिक रूप से संपन्न होगा तो देश की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आएगी। मैं नहीं समझ पाता हूँ कि भाजपा इसका विरोध क्यों कर रही है। मुझे खुशी है कि कांग्रेस के प्रयासों से देश की राजनीति का रुख़ किसान केंद्रित हो गया है। नहीं तो एक समय था जब चंद पूंजीपतियों के कहने पर मोदी जी किसानों के खिलाफ़ किसानों की ज़मीन हथियाने के लिए अध्यादेश पर अध्यादेश ला रहे थे।

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