दरभंगा : गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की शुरूआत करनी होगी : कुलपति - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 29 नवंबर 2018

दरभंगा : गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की शुरूआत करनी होगी : कुलपति

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दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्विद्यालय के कुलपति प्रो- सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की शुरूआत प्राथमिक शिक्षा के करनी होगी।  उक्त बातें आज यूनिसेफ तथा दूरस्थ शिक्षा निदेशालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अन्डरस्टेन्डिग सेल्फ पर आयोजित पाँच दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यशाला युक्त शिक्षकों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। शिक्षा के क्षेत्र में नित्य नए प्रयोग हो रहे है। जिसकी जानकारी हर हमेशा शिक्षकों को होनी चाहिए। गुणवतापूर्ण शिक्षा समय की पुकार है। इसके लिए प्राथमिक रूप से लेकर उच्च स्तर तक प्रयास होने चाहिए। कुलपति प्रो- सिंह ने कहा कि समय की पुकार है कि शिक्षक अपनी पुरानी सोच में परिवर्तन लाए। नयी तरीके से अध्ययन-अध्यापन करें। अगर सोच में परिवर्तन नहीं लाएगे तो इस भूमंडलीकरण के दौर में यहाँ के छात्र प्रतिस्पर्धा से सफल नहीं हो पाएगे। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान दिया कि वे छात्रें में चरित्र निर्माण हो इस दिशा में भी सार्थक प्रयास करें। उन्होने कहा कि शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए सत्त प्रयास करने पर जोर दिया उन्होनें ने कहा कि व्यक्ति को ’स्व’ की पहचान होनी आवश्यक है हम अधिकतर दुसरों की चिंता करते है - उन्होनें कहा कि इस कार्यशाला में विभिन्न विषयों के शिक्षक है अतः आपसी सहयोग से उन्हें सीखने में अधिक सुविधा होगी। अतः वे शिक्षा की गुणवक्ता को दिशा में सोच विकसित कर सकेगें। बड़ौदा विश्वविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक प्रो- थामस वाडाया ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के शिक्षक काफी प्रतिभावान है। आवश्यकता है उनकी क्षमता में लगातार विकास हो इस ओर प्रयास होते रहना चाहिए। प्रो0 बडाया ने स्व पर अपने विचार प्रकट किये उन्होनें कहा कि हमें खुद पर सोचने की आवश्यकता है दूसरो पर नहीं परिचायात्मक सत्र् के बाद उन्होनें ’स्व’ को पहचानने की दिशा में प्रायोगिक पहलुओं पर चर्चा की। डॉ- एस-ए-मोईन ने कहा कि बिहार में लगातार शिक्षा में सुधार होता रहा है। लेकिन अभी भी सुधार की काफी आवश्यकता है। शिक्षकों पर काफी जिम्मेवारी हे। इस अनुरूप शिक्षकों को अपना व्यवहार करना चाहिए। आगत अतिथियों का स्वागत दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक डॉ- सरदार अरविंद सिंह ने किया। वही धन्यवादज्ञापन प्रो- विनय कुमार चौधरी ने किया। जबकि मंच संचालन अखिलेश कुमार मिश्र ने किया।

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