नई दिल्ली, 26 नवंबर, नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायलय को दी गई सूचना में कहा है कि उसने स्तनपान की सुविधाओं वाले दो शौचालयों का निर्माण किया है। एनडीएमसी ने मुख्य न्यायाधीश राजेंद्र मेनन और न्यायमूर्ति वी. कामेश्वर राव की पीठ को इसकी जानकारी दी। इन शौचालयों में से एक का निर्माण संसद मार्ग पर और दूसरे शौचालय का निर्माण कनॉट प्लेस में किया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्य न्यायाधीश मेनन और न्यायमूर्ति राव की पीठ नौ माह की शिशु अवयान की मां नेहा रस्तोगी और वकील अनिमेश रस्तोगी की अपील की सुनवाई कर रही थी, जिसमें देश में माताओं के लिए स्तनपान कराने के लिए पर्याप्त सुविधाएं प्रदान करने में अदालत के हस्तक्षेप की मांग की गई थी। इस मामले को आगे की सुनवाई 13 फरवरी, 2019 को होगी। याचिकाकर्ता ने कहा, "सार्वजनिक स्थानों पर स्तनपान सुविधाओं की कमी के कारण महिला अधिकार प्रभावित हो रहे हैं। बड़े पैमाने पर महिलाओं का शोषण हो रहा है और सार्वजनिक रूप से उनका मजाक बनाया जा रहा है।" उन्होंने कहा, "सार्वजनिक स्थानों पर स्तनपान एक चर्चा का मुद्दा बन जाता है, जब महिलाएं यात्रा के दौरान अपने शिशुओं को स्तनपान कराती हैं। युवा महिलाओं को सार्वजनिक रूप से बच्चों को स्तनपान कराने में अब भी असहजता महसूस होती है।" एनडीएमसी ने अदालत से कहा कि वह इस सामाजिक मसले का समर्थन करती है और इसके संदर्भ में उनके विभाग ने सर्वेक्षण किए और पार्क, बस स्टैंड और सामुदायिक हॉल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर शिशु आहार सुविधा प्रदान करने की व्यवहार्यता आकलन के मामले पर चर्चा भी की।
मंगलवार, 27 नवंबर 2018

एनडीएमसी ने बनाए स्तनपान की सुविधाओं वाले 2 शौचालय
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