विजय सिंह ,आर्यावर्त डेस्क,बैंगलोर ,19 नवंबर,2018, आज देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी की जन्मतिथि है. लोगों के जहन में इंदिरा गाँधी की छवि सशक्त निर्णय वाली लौह महिला की है और कई मौकों पर उन्होंने अपनी इस छवि को साकार सिद्ध किया है.ऐसा ही एक वाकया 1981 में हुआ. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का भुबनेश्वर दौरा तय था और उसी समय उड़ीसा की राजधानी में उद्योगों की मांग को लेकर छात्र आंदोलन जोरों पर था. मुख्यमंत्री जे.बी.पटनायक किसी भी तरह इंदिरा गाँधी के दौरे के पहले आंदोलन समाप्त करवाना चाहते थे परन्तु छात्र इंदिरा जी से मिलने की जिद पर अड़ गए. अंततः छात्र प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के आगमन पर उनसे मिले ,बेरोजगारी और विकास का हवाला देते हुए राज्य में उद्योगों के स्थापना की मांग छात्रों ने की. इंदिरा गाँधी ने तुरंत छात्रों की मांगों के मद्धेनजर उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में उद्योग स्थापना की घोषणा की.परिणाम स्वरुप उड़ीसा में नालको और विशाखापत्तनम में विशाखा स्टील कंपनी की स्थापना हुई इसे संयोग ही कहा जायेगा कि छात्र आंदोलन का नेतृत्व कर रहे तपन कुमार चाँद आज उड़ीसा में स्थापित सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न कंपनी नालको के चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक हैं.
मंगलवार, 20 नवंबर 2018
जब इंदिरा के त्वरित निर्णय से दो राज्यों का कल्याण हुआ
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