पर्थ, 17 दिसंबर, आस्ट्रेलिया के 287 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन सोमवार को यहां चाय तक दूसरी पारी में 15 रन तक दो विकेट गंवाकर खराब शुरुआत की। भारत को जीत के लिए अब भी 272 रन की दरकार है जबकि उसके आठ विकेट शेष है। चाय के समय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय छह रन बनाकर खेल रहे थे जबकि कप्तान विराट कोहली ने खाता नहीं खोला है। पर्थ के इस नए स्टेडियम की पिच पर बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल हो गया है। पिच से गेंदबाजों को असमान उछाल और मूवमेंट मिल रही है। पहली पारी में 43 रन की बढ़त हासिल करने वाले आस्ट्रेलिया ने उस्मान ख्वाजा (72) और कप्तान टिम पेन (37) के बीच पांचवें विकेट की 72 रन की साझेदारी की बदौलत दूसरी पारी में 243 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने पारी की चौथी ही गेंद पर लोकेश राहुल का विकेट गंवा दिया जो खाता खोले बिना ही मिशेल स्टार्क की गेंद को विकेटों पर खेल गए।
एडीलेड में पहले टेस्ट में भारत की जीत के हीरो रहे चेतेश्वर पुजारा भी चार रन बनाने के बाद जोश हेजलवुड की उछाल लेती गेंद पर विकेटकीपर टिम पेन को कैच दे बैठे। इससे पहले आस्ट्रेलिया की टीम एक समय बड़े स्कोर की ओर बढ़त दिख रही थी लेकिन करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाले मोहम्मद शमी (56 रन पर छह विकेट) और जसप्रीत बुमराह (39 रन पर तीन विकेट) की बदौलत भारत ने उसे 250 रन से कम के स्कोर पर रोक दिया। शमी ने चौथी बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाए। आस्ट्रेलिया ने एक समय बीच में 15 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे लेकिन जोश हेजलवुड (नाबाद 17) और मिशेल स्टार्क (14) ने अंतिम विकेट के लिए 36 रन जोड़कर टीम की बढ़त को 300 रन के करीब पहुंचाया। शमी का यह प्रदर्शन आस्ट्रेलियाई धरती पर किसी भारतीय गेंदबाज का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले पूर्व कप्तान कपिल देव ने 1985 में एडीलेड में 106 रन देकर आठ विकेट हासिल किए थे जबकि अजित आगरकर ने 2003 में एडीलेड में ही 41 रन पर छह विकेट चटकाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। आस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत शुरुआत चार विकेट पर 132 रन से की। ख्वाजा और पेन से सुबह के सत्र में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा। टीम इस दौरान 30 ओवर में 58 रन जोड़े। ख्वाजा और पेन ने पहले घंटे में काफी सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की और इस दौरान सिर्फ 19 रन जोड़े।
भारत ने आक्रमण की शुरुआत अपने स्ट्राइक गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ की लेकिन रन आउट के एक करीबी मौके को छोड़ दें तो भारतीय गेंदबाज विकेट हासिल करने के करीब नहीं पहुंचे। बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की और विशेष रूप से ख्वाजा को काफी परेशान किया लेकिन विकेट से महरूम रहे। दूसरे घंटे में ख्वाजा और पेन ने रन गति तेज करते हुए 39 रन जोड़े। ख्वाजा ने इस बीच 156 गेंद में अपना 14वां टेस्ट अर्धशतक पूरा किया और टीम की कुल बढ़त को 200 रन के पार पहुंचाया। भारतीय कप्तान विराट कोहली और पेन शाब्दिक जंग में उलझते दिखे जिसके बाद अंपायर क्रिस गफाने ने दोनों चेतावनी दी। लंच के बाद शमी ने भारत को वापसी दिलाई और पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर ही पेन को बाउंसर पर स्लिप में कप्तान कोहली के हाथों कैच कराया। उन्होंने 116 गेंद का सामना करते हुए चार चौके मारे। पारी के 13वें ओवर में शमी की गेंद पर अंगुली के चोट के कारण रिटायर्ड हर्ट हुए सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच (25) इसके बाद मैदान पर उतरे और पहली ही गेंद को लेग साइड में फ्लिक करने की कोशिश में विकेटकीपर ऋषभ पंत को कैच दे बैठे। शमी ने इसके बाद उछाल लेकर अंदर आती गेंद पर ख्वाजा को भी पंत के हाथों कैच कराके पारी का पांचवां विकेट हासिल किया। जसप्रीत बुमराह ने नीची रहती गेंद पर पैट कमिंस (01) को बोल्ड करके आस्ट्रेलिया का स्कोर आठ विकेट पर 198 रन किया। शमी ने नाथन लियोन (05) को हनुमा विहारी के हाथों कैच कराके आस्ट्रेलिया को नौवां झटका दिया। हेजलवुड और स्टार्क ने इसके बाद आस्ट्रेलिया की बढ़त को 300 रन के करीब पहुंचाया। बुमराह ने स्टार्क को बोल्ड करके आस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया।
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