सेना ने नाथूला दर्रे में फंसे 4199 देशी-विदेशी पर्यटकों को बचाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 29 दिसंबर 2018

सेना ने नाथूला दर्रे में फंसे 4199 देशी-विदेशी पर्यटकों को बचाया

4199-tourist-rescue-nathulaनयी दिल्ली/ गंंगटोक 29 दिसंबर, सिक्किम में भारत-चीन सीमा पर नाथूला दर्रा और त्सोंगमू झील के समीप फंसे सभी पर्यटकों को सेना ने बचाने में सफलता हासिल की है, इन पर्यटकों में 4100 देशी और 99 विदेशी पर्यटक शामिल हैं। एक रक्षा अधिकारी ने बताया कि 569 वाहनों में सवार ये पर्यटक नाथूला दर्रे से शुक्रवार को वापस लौट रहे थे। इसी दौरान हुए भारी हिमपात से इनके वाहन रास्ते में फंंस गए। इन पर्यटकों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी हैं। घटना की जानकारी मिलते ही सेना ने तुुरंत राहत एवं बचाव अभियान चलाया और वहां फंसे लोगों को भोजन, गर्म कपड़े तथा दवाएं दी। सेना ने बर्फ हटाने के लिए दो जेसीबी मशीनें अौर अन्य उपकरण भी सीमा सड़क संगठन को दिए हैं ताकि सड़क पर जमी बर्फ को हटाकर यातायात बहाल किया जा सके। अधिकारी ने बताया कि जब तक सभी पर्यटक सिक्किम की राजधानी गंगटोक नहीं पहुंंच जाते, तब तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रहेगा।

कोई टिप्पणी नहीं: