बिहार : आशा को मासिक मानदेय नहीं मिलना संविधान-सामाजिक न्याय का अपमान : धीरेन्द्र - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 3 दिसंबर 2018

बिहार : आशा को मासिक मानदेय नहीं मिलना संविधान-सामाजिक न्याय का अपमान : धीरेन्द्र

खेग्रामस ने आशा हड़ताल का किया समर्थन, 5दिसंबर को प्रखंडों पर होगी एकजुटता सभा
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पटना 3 दिसंबर 2018, अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा-खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा, बिहार के सम्मानित अध्यक्ष और सिवान के दरौली से विधायक सत्यदेव राम, राज्य सचिव गोपाल रविदास ने संयुक्त बयान जारी कर राज्य में चल रही आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल का समर्थन किया है और राज्य सरकार से तत्काल वार्ता कर आशाओं को मासिक मानदेय देने की मांग की है. खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा ने कहा कि आशा कार्यकर्ता ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं. व 24 घण्टे और सातो दिन काम करती हैं. इसके वाबजूद न तो उन्हें सही से पारिश्रमिक मिलता है और न ही आराम. उन्हें मासिक पारिश्रमिक नहीं मिलना और नियमित नहीं किया जाना संविधान और सामाजिक न्याय का अपमान है. धीरेन्द्र झा ने आगे उन्होंने कहा कि खेग्रामस आशाओं की हड़ताल के समर्थन में 5 दिसंबर को प्रखंडों पर एकजुटता सभा आयोजित करेगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का पुतला भी जलाया जायेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आशा कार्यरत हैं और वह राज्य की स्वास्थ्य सेवा को जनता तक पहुंचाने का मुख्य माध्यम हंै। मुख्यमंत्री ने मासिक मानदेय देने का आश्वासन भी दिया था लेकिन आज चुप्पी ओढ़े हुए हैं।

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