बेगूसराय : आशाकर्मियों ने नारेबाजी के साथ किया संजात - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 21 दिसंबर 2018

बेगूसराय : आशाकर्मियों ने नारेबाजी के साथ किया संजात

वीरपुर बेगूसराय पथ को जाम।
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बेगूसराय (अरुण शाण्डिल्य) बेगूसराय वीरपुर :-आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर आशा कर्मी की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज लगातार 21वें दिन जारी रही। मांगे पूरी नहीं होने से बौखलाए आशा कर्मियों ने आज बेगूसराय -वीरपुर-संजात पथ को जाम कर जमकर की नारेबाजी। लगी रही गाड़ियों की लंबी कतारें। आने जाने वाले यात्रियों को फजीहत झेलनी पड़ी वहीं छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। किसी विद्यार्थी का परीक्षा छूट रहा था तो किसी का कॉलेज लेकिन आशा कर्मियों ने इसकी कोई जवाबदेही नहीं समझी। कई यात्री इधर उधर खेतों के रास्ते से अपनी दोपहिया वाहन से आते- जाते नजर आए। आशा कर्मी अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जमे हुए हैं। आशा कर्मी के अध्यक्ष श्रीमती सरोजनी देवी ने बताया कि सरकार हम लोगों को वर्ष 2006 से ही काम पर लगा रखा है। प्रोत्साहन के रूप में राशि देते हैं लेकिन वह उचित मुआवजा नहीं है हमारे लिए न्यूनतम मजदूरी 18000 मासिक मानदेय को लागू किया जाए ,सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए , हमारे लिए नर्सिंग ट्रेनिंग स्कूल में 50% सीट आरक्षित किया जाए, योग्यता धारी आशा फैसिलिटेरों के प्रखंड सामुदायिक समन्वयक( बी.सी.एम) के 50% पदों पर नियुक्ति किया जाय, नवनियुक्त आशा का प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाए, आशा द्वारा निबंधित प्रसूति को प्रसव हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाए जाने के बाद अन्य अस्पतालों में प्रसव हेतु रेफर किए जाने की स्थिति में संबंधित अस्पताल से आशा को देय प्रोत्साहन राशि भुगतान सुनिश्चित किया जाए, उच्च स्तरीय समिति की सेवा अवधि सेवा सर्त मासिक मानदेय सहित इ.पी.एफ ई.एस.आई ,राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना से आच्छादित किया जाए, आंदोलन के क्रम में दमनग्रस्त चयन मुक्त किए गए आशाओं को सेवा में वापस लिया जाए, आशाओं को प्रसव, टीकाकरण व अन्य मध्य की देय राशि का पारदर्शी विवरण के साथ हर माह ससमय भुगतान सुनिश्चित किया जाए और इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार तथा धांधली पर सख्ती से रोक लगाया जाए। अगर हमारी मांगों को पूरी नहीं करते हैं तो निरंतर हम लोग लगातार हड़ताल पर रहेंगे और 27 दिसंबर को हम लोग भारत के रेल चक्का को जाम करेंगे। अपने समय अवधि के अनुसार आशाओं ने अपनी हड़ताल को स्वतः तोड़ा। प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री अखिलेश कुमार, अंचल अधिकारी श्री नवीन कुमार चौधरी थानाध्यक्ष विश्व बंधु कुमार कहते रहे पर आशाओं ने उनकी बातों को अनसुनी की और अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी करते रहे । मौके पर सचिव रोशनी कुमारी कोषाध्यक्ष शीला कुमारी, निर्मला कुमारी ,मीना कुमारी ,कुमारी सरिता ,चमचम कुमारी, रीना कुमारी ,वंदना कुमारी एवं प्रखंड के सभी आशा कर्मी उपस्थित थे।

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