ढाका, 31 दिसंबर, बंगलादेश में रविवार को हुए संसदीय चुनाव में प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन ने जबर्दस्त बहुमत हासिल किया है। संसदीय चुनाव के लिए 299 सीटों के वास्ते कल हुए चुनाव में अवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 288 सीटें जीत ली हैं और इसके इस सप्ताह के भीतर ही सरकार बनाने की संभावना है। इस चुनाव में जीत के साथ बंगलादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की पुत्री शेख हसीना लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किए गए व्यापक विकास कार्यों के अलावा पार्टी के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका को इस गठबंधन की भारी जीत के एक बड़े कारक के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री के प्रेस सचिव एहसानुल हक हेलाल ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर ही नयी सरकार का गठन किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि आवामी लीग के नेतृत्व वाला गठबंधन बंगलादेश में पिछले 10 वर्षों से सत्ता पर काबिज है। इस चुनाव में प्रमुख विपक्षी दल बंगलादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेतृत्व वाले जातीय ओइक्यो फ्रंट को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली पार्टी आवामी लीग वर्ष 2008 से ही देश की सत्ता पर काबिज है, लेकिन प्रमुख विपक्षी दल बीएनपी लगातार उस पर फर्ज़ी मतदान के बल पर जीतने के आरोप लगाती रही है। बंगलादेश में वर्ष 1991 में संसदीय लोकतंत्र के पुन:स्थापित होने के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब बीएनपी को इतनी कम सीटें मिली हों। बीएनपी के कई उम्मीदवारोंं की जमानत भी जब्त हो गयी। गईबंधा-3 सीट पर एक उम्मीदवार की मौत के कारण 300 में से 299 सीटों पर ही चुनाव हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव में शानदार जीत पर श्रीमती हसीना को बधाई दी है। श्री मोदी ने ट्वीट किया, “ शेख हसीना जी से बात की और उन्हें बंगलादेश चुनाव में शानदार जीत पर बधाई दी। ” उन्होंने टि्वटर पर लिखा, “ बंगलादेश के विकास और हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता को दोहराया।”
सोमवार, 31 दिसंबर 2018
बंगलादेश में अवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन की संसदीय चुनाव में शानदार जीत
Tags
# विदेश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
विदेश
Labels:
विदेश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें