न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पार करने में कांग्रेस हर हद पार कर जाती है : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 16 दिसंबर 2018

न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पार करने में कांग्रेस हर हद पार कर जाती है : मोदी

congress-crosses-all-limits-in-crossing-the-reputation-of-the-judiciary-modi
प्रयागराज,16 दिसम्बर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि न्यायपालिका की प्रतिष्ठा पार करने में कांग्रेस हर हद पार कर जाती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रविवार को यहां झूंसी के अंदावा में एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रयागराज को न्याय का मंदिर भी कहा जाता है। बीते कुछ समय से एक बार फिर न्यायपािलका पर दबाब का खेल शुरू हुआ है, उसके लिए देश और युवा पीढी को सतर्क किया जाना बहुत आवश्यक हैै। उन्होंने कहा, “देश पर सबसे ज्यादा समय शासन करने वाली पार्टी ने हमेशा ही खुद को न्यायपालिका यहां तक की देश से भी अपने आप को ऊपर माना है। देश की हर संस्था को यहां तक की हर संवैधानिक संस्था को इस पार्टी (कांग्रेस) ने बर्बाद कर दिया। उसके इशारों पर नहीं चलने, उसके इसारों पर झुकने को तैयार नहीं हुई, इसी मानमानी की वजह से हमारे देश की न्याय प्रणाली को भी कमजोर करने का प्रयास किया गया। इसका सिर्फ एक कारण था कि न्याय पालिका उन संस्थाओं में से एक ही है जो इस पार्टी से डट कर निरंकुश तरीकों के खिलाफ खड़ी रहती है। ” राफेल मुद्दे पर केंद्र सरकार को क्लीन चिट मिलने के बाद भी कांग्रेस के मोदी सरकार को निशाने पर लेने के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न्यायपालिका की प्रतिष्ठा बर्बाद करने के लिए कांग्रेस सिर्फ बल का ही इस्तेमाल नहीं करती है, बल्कि वह छल, कपट, प्रपंच,धूर्तता की हर हद पार कर जाती है।

कोई टिप्पणी नहीं: