सरकारी स्कूलों की तरह विघार्थियों को सारी सुविधाएं बरकरारमगर सरकारी गुरूओं की तरह वेतनादि सें वंचित हैं यहां के गुरूजन
पटना. पटना धर्मप्रांत के बिशप द्वारा संत इग्नासियुस स्कूल खोला गया.संत इग्नासियुस स्कूल को बंद होने के बाद हार्टमन स्कूल खोला गया.सिस्टर ऑफ नोट्रडेम के द्वारा संचालित है.प्रारंभ में वर्तमान समय में स्थित सेवा केंद्र, कुर्जी में संचालित रहा.यहां बालकों को पांचवीं कक्षा तक और बालिकाओं को मैट्रिक स्तर तक की पढ़ाई होती थी.अब प्रथम कक्षा से बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है.
बिशप हार्टमन के नाम से हार्टमन स्कूल
पटना धर्मप्रांत के बिशप अनास्तासियुस हार्टमन के नाम से हार्टमन स्कूल संचालित है.फिलवक्त संत माइकल हाई स्कूल के सामने हार्टमन बालिका हाई स्कूल है.इसमें स्कूल में पहली से बाहरवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है.इस समय 1500 कन्याएं अध्ययनरत हैं.40 टीचर और 10 गैर टीचर हैं.बिहार विघालय परीक्षा समिति द्वारा मान्यता प्राप्त है.
8 जनवरी,1959 को स्थापित
अल्पसंख्यक विघालय है हार्टमन हाई स्कूल.सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त है.हार्टमन स्कूल दीघा घाट में रहने वालों के लिए वरदान साबित हो रहा है.हार्टमन स्कूल की स्थापना काल से ही स्कूल उच्च से उच्चतर परिणाम देने को विख्यात हो गया है
59 साल से स्कूली बच्चो को फायदा
वितरहित हार्टमन हाई स्कूल है.माध्यमिक और उच्चतर स्तर की छात्राओं को सरकारी स्कूल की सुविधा प्राप्त है.मगर सरकारी स्कूल के गुरूजनों की तरह वेतनादि से वंचित हैं.इस स्कूल के टीचर व नन टीचर ने सीएम नीतीश कुमार से आग्रह किए हैं कि इस स्कूल को वित पोषित स्कूल घोषित कर दें.संपूर्ण सुविधाएं व आवश्यक माहौल उपलब्ध है.
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