एकता परिषद ने मानवाधिकार दिवस मनाया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 13 दिसंबर 2018

एकता परिषद ने मानवाधिकार दिवस मनाया

आदिवासी ग्राम पंचायत के लिए भरी हुंकार
ekta-parishad-celebrate-human-rights-day
हिंडोरिया। जन संगठन एकता परिषद के बैनर तले आज ग्राम किला में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया गया. बैठक में नगर परिषद से अलग कर ग्राम किला, चिरईपानी, कंचनपुरा को मिलाकर आदिवासी ग्राम पंचायत बनाए जाने की आपसी विमर्श पश्चात हुंकार भरी गई एवं भविष्य में आंदोलन करने का निर्णय भी लिया गया. इस संबंध मे एकता परिषद के जिला अध्यक्ष सुजात खान ने बताया कि बैठक में ग्राम किला ,कंचनपुरा , चिरईपानी ,करके ,धसरा , पंडा आदि ग्रामों के लगभग 80  महिला- मुखियाओं ने भाग लिया. बैठक में विश्वरत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर , राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं मानव अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले अनेक आदर्श पुरुषों के जीवन , संघर्ष पर प्रकाश डालकर उन्हें याद किया गया. साथ ही बैठक में  वंचित दलित आदिवासियों की वर्तमान आर्थिक , राजनीतिक , सामाजिक एवं शैक्षणिक परिस्थितियों पर विस्तार से चर्चा के अलावा जल, जंगल जमीन एवं आजीविका के मुद्दों पर सूक्ष्मता से विमर्श किया गया. इस मौके पर देवी आदिवासी ,राम बाई आदिवासी , शिवलाल मुड़ा , सोनेलाल आदिवासी ,अर्जुन आदिवासी , अर्जुन आदिवासी ,शिवराज बाबा , सोना बाई , आनंद रानी ने कहा कि जब तक हिंडोरिया नगर परिषद से अलग करके किला ,चिरईपानी , कंचनपुरा को अलग पंचायत नहीं बनाया जाएगा. तब तक हम लोगों का जीवन नारकीय रहेगा. इस मौके पर  संकल्प लिया गया  कि यदि लोकसभा चुनाव के पहले पृथक आदिवासी ग्राम पंचायत का दर्जा नहीं दिया जाएगा , तो चुनाव का बहिष्कार करेंगे? साथ ही इस दिशा में शीघ्र अहिंसात्मक आंदोलन भी किया जाएगा. बैठक में भोले सिंह , बाबू सिंह , गुलाब सिंह ,  हल्के भाई सिंह ,सोनेलाल यादव , रतन सिंह , सीता रानी ,नन्ही बाई , संताबाई , ममता रानी , कुसुम बाई ,हरि बाई , आनंद रानी , नारायण आदिवासी ,भगवान सिंह ,पंचम सिंह आदिवासी , सहित बड़ी संख्या में सक्रिय महिला व पुरुष साथी मौजूद रहे.

कोई टिप्पणी नहीं: