रांची, 28 दिसंबर, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है और 31 दिसंबर तक राज्य में कोई भी घर विद्युत विहीन नहीं रह जायेगा। मुख्यमंत्री दास ने वर्तमान सरकार के चार वर्ष पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के हर गांव तक बिजली पहले ही पहुंच चुकी थी और अब सभी घरों में भी बिजली पहुंचा दी गयी है। निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए आधारभूत संरचना पर काम जारी है। वर्ष 2018 में झारखंड के हर घर तक बिजली पहुंच जाएगी। पहले हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य मार्च, 2019 तक का था जिसे उनकी सरकार ने तीन माह पहले ही प्राप्त कर लिया है। जिन दूरदराज के दस हजार गांवों में बिजली की लाइन नहीं बिछ पायी उन गांवों को सौर उर्जा के साधनों से जोड़ा गया है। दास ने कहा कि पतरातु पावर प्लांट पूर्ण होने से 4000 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होगा जिससे झारखंड बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा। दास ने बताया कि राज्य में उनके चार वर्ष के शासन में 10 नये ग्रिड सब-स्टेशन का निर्माण हुआ जबकि 60 ग्रिड सब-स्टेशन पर काम चल रहा है जो 2019 में पूरा हो जाएगा। इसके अलावा राज्य में कृषि और उद्योग के लिए अलग से विद्युत फीडर का निर्माण जारी है। उन्होंने बताया कि चार वर्ष में 8044 गांवों को सतही पेयजल से जोड़ा गया और राज्य की 32 फीसदी आबादी को पाइप लाइन से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। दास ने बताया कि राज्यभर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 329 एंबुलेंस जरूरतमंदों की मदद के लिए 24 घंटे काम कर रही हैं। 108 एंबुलेंस सेवा वेन्टीलेटर, बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम एवं अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस हैं। इन एंबुलेंस के माध्यम से अबतक 1लाख 25 हजार से ज्यादा मरीजों को त्वरीत इलाज मिला। उन्होंने बताया कि चार साल में राज्य में पांच मेडिकल कॉलेज तथा देवघर में और रांची में कैंसर अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। राज्य में एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़कर 900 हो गई और चार साल में 112 निजी और 15 सरकारी नर्सिंग कॉलेज और ट्रेनिंग सेंटर खुले। दास ने बताया कि राज्य में एक सरकारी और तीन निजी डेंटल कॉलेज भी खुले। अब झारखंड में 23 जिला अस्पताल और 26 ब्लड बैंक है। दास ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत के तहत झारखंड के 57 लाख गरीब परिवारों का पांच लाख रूपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कराया गया है और पिछले तीन महीनों में ही 18 हजार से ज्यादा झारखंडवासियों का मुफ्त इलाज हो चुका है। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि झारखंड अब खुले में शौच से मुक्त राज्य है। 2014 में सिर्फ 16.40 प्रतिशत घरों में शौचालय थे जबकि 2018 तक राज्यभर में 40 लाख से भी ज्यादा शौचालय का निर्माण हुआ। अब झारखंड के घर घर में शौचालय है।
शुक्रवार, 28 दिसंबर 2018
झारखंड में हर घर में बिजली पहुंची : रघुवर दास
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