वाराणसी 29 दिसम्बर, हस्तकला और शिल्पकला को भारतीय परम्परा का हिस्सा बताते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सरकार इस अनूठी कला के विकास और विस्तार के लिये कृतसंकल्प है। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 279 करोड़ रूपये की 29 विकास परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुये श्री मोदी ने कहा कि हस्तशिल्प कला भारतीय संस्कृति एवं परम्परा का गौरव है जिसे संवारने और तराशने के हरसंभव उपाय सरकार कर रही है और ये प्रयास आगे भी जारी रहेंगे। उन्होने कहा कि लघु,मध्यम और सूक्ष्म उद्योगों के विकास के जरिये भारत में औद्योगिक विकास की नींव को और पुख्ता किया जा सकता है। इस मौके पर लघु,मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योग से जुड़े कुछ उद्यमियों को प्रतीक के तौर पर ऋण प्रदान करते हुये श्री मोदी ने कहा कि दो हजार करोड़ रूपये के ऋण जल्द ही बैंको के माध्यम से आसान शर्तो पर लघु उद्यमियों को वितरित किये जायेंगे। श्री मोदी ने डाक विभाग के सेवानिवृत्त कर्मियों के लिये आनलाइन पेंशन सुुगमता से प्राप्त करने वाली ‘संकल्प’ सुविधा का लोकार्पण करते हुये कहा कि विभाग के करीब साढे तीन लाख पेंशन भोगी कर्मचारियों को 11 करोड़ रूपये इस सेवा के जरिये उपलब्ध होंगे। डाक विभाग के रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन के लिये अब दफ्तरों के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल जायेगी। उन्होने कहा कि काशी में अब परिवर्तन दिखायी देने लगा है। काशी की दिव्यता में अब भव्यता दिखने लगी है। विकास की यह बयार अब रूकने वाली नहीं है। सांस्कृतिक नगरी की दिव्यता और भव्यता अक्षुण्य बनाये रखने की तमाम योजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है। इस मौके पर राज्यपाल रामनाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा और लघु मध्यम एवं सूक्ष्म मंत्री सत्यदेव पचौरी के अलावा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडेय मौजूद थे।
शनिवार, 29 दिसंबर 2018
हस्तशिल्प कला का विकास सरकार की प्राथमिकता : मोदी
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