नयी दिल्ली, 26 दिसम्ब, भारत में विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए शुरू हुई योजना ‘स्टडी इन इंडिया’ के तहत अब तीन सालों में 20 हज़ार विदेशी छात्रों के दाखिले का लक्ष्य रखा गया है। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पत्रकारों को आज यहां यह जानकारी दी। इस मौके पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक मात्र सार्वजनिक उपक्रम 'एडसिल' ने श्री जावेडकर को छह करोड़ रुपये का लाभांश पेश किया। इससे पहले वह पांच करोड़ रुपए का लाभांश पेश कर चुका है। इस तरह कुल 11 करोड़ रुपए का लाभांश उसने दिया जो अब तक का सर्वाधिक है। श्री जावडेकर ने बताया कि भारत में अध्ययन योजना के तहत कुल सौ श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों का चयन किया गया है और अब तक दो हज़ार छात्रों ने यहाँ विभिन्न संस्थानों में दाखिला लिया है। उन्होंने कहा कि पहले नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालयों में विदेशी छात्र पढ़ने आते थे लेकिन अब भारत को विदेशी छात्रों के लिए शिक्षा का केंद्र बनाया जा रहा है। एडसिल हमारे मंत्रालय का एक मात्र सार्वजनिक उपक्रम है और यह योजना वही चलाती है। इसलिए सभी देशों के दूतावासों से सम्पर्क किया गया है और भारतीय दूतावासों के जरिये भी उसका प्रचार-प्रसार किया गया है। उन्होंने कहा कि विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए अभी दक्षिण अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और एशिया के 34 देशों को केन्द्रित किया है। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने श्री जावडेकर को केरल बाढ़ के लिए साढ़े पांच करोड़ रुपये की सहायता राशि का भी चेक भेंट किया। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि केरल की बाढ़ के लिए उन्होंने अपने मंत्रालय के सभी संस्थानों को सहायता राशि भेजने का अनुरोध किया था और लाखों लोगों ने अपने पैसे सीधे भेज दिए। उन्होंने भी अपने एक माह का वेतन इसमें दिया था।
बुधवार, 26 दिसंबर 2018
तीन साल में भारत में 20 हज़ार विदेशी छात्रों के दाखिले का लक्ष्य
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