प्रेसवार्ता आयोजित कर विधायक गुमानसिंह डामोर ने उन पर लोकायुक्त जांच के आरोपों को सिरे से नकारा
झाबुआ । नव निर्वाचित झाबुआ विधायक गुमानसिंह डामोर ने शुक्रवार रात्री को एक नीजि होटल में पत्रकारवार्ता का आयोजन कर उन पर लोकायुक्त की जांच के बारे में मीडिया में प्रकाशित आरोपों को नकारते हुए इसे पूरी तराह मन गंढन्त बताया । प्रेस को संबोधित करते हुए विधायक गुमानसिंह डामोर ने कहा कि कल सोश्यल मीडिया पर ब्रेकिंग न्यूज एवं कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार जिसके अनुसार उन पर तथा पीएचई के अन्य 74 अधिकारियों कर्मचारियों के विरूद्ध लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज होने तथा जांच के बारे में उल्लेखित किया गया है, को पूरी तरह निराधार बताते हुए कहा कि उक्त खबर से वे भी हतप्रभ हुए कि 11 नवम्बर के बाद वे विधायक बने और क्या कारण रहा कि इस प्रकार का कदम उठाया गया है। श्री डामोर ने कहा कि उन्होने झाबुआ ,इन्दौर एवं भोपाल में स्वयं लोकायुक्त आदि से पुष्टि की कि क्या प्रकरण दर्ज हुआ है तो सभी दूर से उन्हे बताया गया कि इस प्रकार का कोई प्रकरण दर्ज ही नही हुआ है। यह पूरी तरह निराधार एवं मन गंढत है। श्री डामोर ने कहा कि 2015 में जब वे पीएचई विभाग के इन्जिनियरिंग चिफ थे उस समय एक शिकायत आई थी जिस में मैने स्वयं ने इसकी जांच के लिये पूरे प्रदेश के लिये 7 दल जांच के लिये बनाये थे । जांच के दौरान प्रारंभिक तौर पर यह ज्ञात हुआ था कि नीचले स्तर के अधिकारियों ने कुछ गढबढ जरूर की थी और विस्तृत जांच प्रतिवेदन मेरे द्वारा शासन को भेजा गया था । श्री डामोर ने कहा कि उन्होने शासन से स्वयं अनुरोध किया था कि चूंकि यह मेरे विभाग का मामला है इसलिये इसकी जांच निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच एजेंसी से करवाई जावे और इस शिकायत की जाच ंमुख्य सचिव द्वारा चिफ टेक्निकल एक्जामिनर को दी थी जिसकी जांच अभी भी प्रक्रियाधीन है। श्री डामोर ने बताया कि लोकायुक्त ने भी जांच में अनियमितता को लेकर कार्यवाही की जिसमें हमारे विरुद्ध कोई्र प्रकरण दर्ज नही हुआ । इस प्रक्रिया में 2 बाते उभर कर सामने आई कि वे अधिकारी जो इसमें संलिप्त रहे ने विरोधियों से मिल कर इस प्रकार की ब्रेकिंग न्यूज चलवाई है। श्री डामोर ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता ने जिन्हे नकार दिया उनके द्वारा ऐसे प्रयास किये गये है । इस प्रकार जनता द्वारा नकारे गये लोगों के खिलाफ उनके पास सबुत भी है। श्री डामोर ने कहा कि 15 साल भाजपा की सरकार रहने के बाद जब कांग्रेस की सरकार आई तो खिसीयानी बिल्ली ख्ंाभा नोचे के तर्ज पर अपनी भूमिका निभा रहें है । श्री डामोर ने पुनः कहा कि उनके द्वारा प्रारंभिक जांच करके शासन को भेजी थी। झाबुआ का उल्लेख करते हुए उन्होने कहा कि यहां काम चल रहा थाा और डिजल के लिये झाबुआ धार इन्दौर जाने की बजाय उज्जैेन से जाकर डिजल भरवाना शंकाओं को जन्म देता है। इस जाच ंमें विभाग के अधिकारियों के साथ ही वित विभाग के अधिकारी भी सम्मिलित थे । उन्होने कहा कि इस प्रकरण में कुछ लोगों ने षढयंत्र किया है इसमें पार्टी एवं विभाग के कुछ लोग हो सकते है जिनके विरुद्ध जांच चल रही है।उन्होने बताया कि लोकायुक्त जांच में 5 हजार ट्युब वेल खनन की जांच प्रकियाधीन है। तथा मुझे इसमे पूरी तरह क्लिन चिट दी गई है । इसके पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने मीडिया का स्वागत करते हुए उनके सहयोग के लिये धन्यवाद दिया । इस अवसर पर ओपी राय, प्रवीण सुराणा, कल्याणसिंह डामोर, भूपेश सिंगाड, महेन्द्र तिवारी आदि उपस्थित थे ।,
पेंषन दिवस पर पांच वृद्धजनों का किया सम्मान संगठन की वार्षिक प्रगति की जानकारी दी गई
झाबुआ । जिला पेंशनर एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार को थांदलागेट स्थित एकलव्य भवन जिला पेंशनर कार्यालय पर पेंशनर दिवस का आयोजन करके 75 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनरों का शाल श्रीफल एवं पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया । जिला पेंशनर एसोसिएशन के प्रचार सचिव राजेन्द्रकुमार सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण,कर पूजन कर दीप प्रज्वलित किया गया तत्पश्चात गोपालिंसह चैहान द्वारा ’’ ऐ शारदे मां, अज्ञनता से हमे तार दे’’ सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के सरंक्षक डा. केके त्रिवेदी, विशेष अतिथि डा. लोकेन्द्रसिंह राठौर के अलावा संगठन के जिला अध्यक्ष रतनसिंह राठौर,एमसी गुप्ता, मुन्नीदेवी वाजपेयी, संजीवनी क्रेडिट सोसायटी के एरीया मेनेजर शैलेन्द्र माहेश्वरी के पेटलावद शाखा संगठन अध्यक्ष एनएल रावल,सचिव सुभाष दुबे मंचासीन रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डा. केके त्रिवेदी ने पेंशनरों को कहा कि आज इस अवसर पर हमने बुढो का स्वागत नही किया है क्योकि जिसके पास निराशा, हताशा, के अलावा कुछ नही होता वही बुढा होता है ।मनुष्य बाल्षवस्था, किशोरावस्था, अधेडावस्था ,वृद्धावस्था तक की जो मंजीले तय करता है वह उसके प्रारंभ से अन्त तक का विकास होता है।यह हमारी सफलता है और सफलता के साथ जीवन मे अच्छे, बुरे, सभी प्रकार के अनुभव अर्जित होते है। हम सेवा निवृत नही माने क्यो कि सेवा की कभी भी निवृत्ति नही होती है, यह शासकीय दायित्वों से निवृत्ति होती है । हम इसके बाद आजाद एवं स्वच्छंएवं मन के मालिक होते है । हमारा सेवा कार्य तो सतत चलते रहना चाहिये । वृद्ध ही हमेशा समाज मे सम्मानित होता है । आज जीवन पर्यन्त जो उपलब्धियां हांसील की है उसका सम्मान है । हम आर्थिक रूप से संपन्न है तथा हमने जीवन मे अपने पारिविारिक दायित्वों को पूरा किया है। वृद्ध न केवल वयोवृद्ध होता है किन्तु वह अनुभवबद्ध होता है ।हमे जीवन मे सफलता की नही सुफलता की बात करना चाहिये। श्री त्रिवेदी ने आगे कहा कि पूर्व सरकारों से 6 ठवे वेतनमान, 7 वें वेतनमान के एरियर की मांग की जाती रही किन्तु हमे नही मिल पाया है । अब समय आगया है 6 माह के बाद हमें आसन्न चुनावों के लिये एक जूट होकर तैयारी करना है आ ैर हमारी ये मांगे भी पूरी होना संभव है । श्री त्रिवेदी ने कहा कि सफलता जीवन में महत्वपूर्ण होती है अपनी उम्र से भयभीत नही होवे तथा आनन्द के सपनों को संजोये । उन्होने कहा कि पेड पौधों व पशु पक्षियों से बार बार प्रेरणा लेना चाहिये। एक बीज अंकुरित होकर पौधे से वृक्ष बनता है, उस पर फुल आते है व बाद मे फल आने पर झुकजाता है और परहित के लिये अपने फलों को देता रहता है। दूसरों को बांटने -देने मे प्रसन्नता व्यक्त करना चाहिये । उन्होने कहा कि वृद्ध वही है जो पूरी तरह से धर्म के प्रति समर्पित हो जब भी बोले सामने वालें को खुशिया देवे उन्हे आश्वस्त करता रहे यही सच्चा धर्महै । आपकी जीवन यात्रा यशपूर्ण हो धार्मिक, धनि,ध्यानि एवं समाजसेवा में समर्पित रहे व यशस्वी जीवन पूर्ण कर अलविदा हो । इस अवसर पर डा. एलएस राठौ रे ने भी अपने संक्षिप्त उदबोधन में 75 वर्ष से अधिक आय्रु के पेंशनरों को दीर्घायु होने की कामना करते हुए पेंशनरों एकजूट होकर अपनी मांगों को उठाने का आव्हान किया । सभी पेंशनरों को पेटलावद, थांदला की तरह संगठन के साथ जुडने की अपील करते हुए समय निकाल कर संगठन को मजबुत बनाने केलिये भूमिका निर्वाह की बात कही । जिला पेंशनर संघ के अध्यक्ष रतनसिंह राठौर ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए पेंशनरों के एरीयर की राशि नही मिलने को लेकर संगठन द्वारा कियेगये प्रयासों का जिक्र किया दिग्विजयसिंह सरकार के समय के 19 माह के एरीयर, 6 ठे एवं 7 वे वेतमनमान के 32 माह के एरीयर तथा 27 माह के एरीयर भुगतान के लिये की गई कार्यवाही का जिक्र करते हुए मेडिकल अलाउंस 1000 रुपये प्रतिमाह केमान से दिये जाने तथा प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री की घोषणा के अनुसार पेंशनरों की मृत्यु पर 50 हजार अनुग्रह राशि के भुगतान की मांग को दुहराया ।उन्होने पेंशनरों से वार्षिक शुल्क एवं आजीवन सदस्यता राशि जमा करा कर संगठन को मजबुती प्रदान करने का आग्रह किया । उन्होने कहा कि 75 वर्ष के पेंशनरों का सम्मान करके हम गौरवान्वित है। श्री राठौर ने कहा कि माह जनवरी से नगर के सभी 18 वार्डों में जो पेंशनर सदस्य नही बने है उन्हे सदस्य बनाने का अभियान चलाया जावेगा । न्यूनतम पेंशनर राशि 7750 की घोषणा के बाद भी पिछली सरकार द्वारा आदेश जारी नही करने के बारे में भी उन्होने कहा कि इसके लिये हम सतत प्रयास करेगें । इस अवसर पर पेटलावद शाखा के अध्यक्ष एनएण्ल रावल ने भी अपने विचार व्यक्त किये । मुख्य अतिथि एवं अतिथियों द्वारा 75 वर्ष की आयु से अधिक पेंशपर रूपसिंह हटिला, मणीलाल पांचाल, गोपालसिंह चैहान, आनन्दीलाल भानपुरिया, एवं अब्दूल,मजिद शेख का शाल श्रीफल से सम्मान कर उनके दीर्घायु होने की मंगल कामना की गई । इस अवसर परसंजीवनी क्रडिट सोसायटी के रीजनल मेनेजर शैलेन्द्र माहेश्वरी एवं शैलेष साहू नेउनके द्वारा राजगढ नाका पर संचालित क्रेडिट सोसायटी के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा प्रेत्यक पेंशनर को नववर्ष के केलेण्डरों का वितरण किया । पेंशनर दिवस पर बडी संख्या में पेंशनरों की उपस्थित रही ।श्रीमती कृष्णाचैहान, कुंता सोनी, सुशीला भट्ट, तिलोत्तमा सुसालदे, अनिला बैस,रूकमणी वर्मा, कुंवरबेन परमार ,बाल मुकुन्दसिंह चैहान, रूपसिंह खपेड सहित बडी संख्या में पेंशनर उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन सचिव सुभाष दुबे ने किया तथा आभार श्रीनाथसिंह चैहान ने माना ।
भाजपा विधायक जीएस डामोर को वार्ड क्र. 01 से 433 वोट हुए प्राप्त, वार्ड पार्षद एवं अन्य कार्यकर्ताओं की रहीं सराहनीय भूमिका
झाबुआ। झाबुआ विधानसभा के विजयी भाजपा प्रत्याषी जीएस डामोर को शहर के वार्ड क्र. 1 से काफी अच्छी लीड मिली। इस वार्ड से उन्हें 602 में से 433 मत प्राप्त हुए है, जबकि अन्य प्रत्याषी 100 मतों के अंदर ही सीमट कर रह गए। इसमें वार्ड पार्षद पपीष पानेरी एवं वार्ड में भाजपा से जुड़े अन्य पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं की सराहनीय भूमिका रहीं है। झाबुआ विधानसभा से भाजपा प्रत्याषी जीएस डामोर ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याषी डाॅ. विक्रांत भूरिया से करीब 10 हजार वोटो की बढ़त लेकर जीत हासिल की है। जिसमें विजयी प्रत्याषी श्री डामोर को झाबुआ शहर से सबसे अधिक मत प्राप्त हुए है। शहर में करीब 65-70 प्रतिषत मतदान भाजपा प्रत्याषी के पक्ष में हुआ है। वार्ड क्र. 1 के पार्षद पपीष पानेरी ने बताया कि यदि शहर के प्रथम वार्ड 1 नंबर से बात की जाए तो 28 नवंबर मतदान दिवस पर यहां कुल 602 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जब 11 दिसंबर को मतगणना हुई तो इस दिन ज्ञात हुआ कि 433 मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया वहीं 69 मतदाताओं ने कांग्रेस एवं 85 मतदाताओं ने निर्दलीय प्रत्याषी जेवियर मेड़ा को मत डाला। बाकी में अन्य प्रत्याषी एवं नोटा शामिल है।
पार्षद सहित वार्ड के पार्टी के कार्यकर्ताओं का रहा सराहनीय सहयोग
इस वार्ड से भाजपा को काफी अच्छी लीड दिलाने में वार्ड के भाजपा पार्षद श्री पानेरी के साथ वार्ड के अन्य पार्टी से जुड़े पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं में राजा ठाकुर, अष्विन शर्मा, जगदीष पंड्या, सुषील पंड्या, महेन्द्रसिंह पंवार, पूर्व पार्षद श्रीमती संगीता पंवार, महिला मोर्चा की जिला मंत्री श्रीमती सायरा खान एवं पार्टी से जुड़े अन्य युवा कार्यकर्ताओं का काफी सराहनीय सहयोग रहा, चूंकि इनके नेतृत्व में मतदान से पूर्व भाजपा प्रत्याषी जीएस डामोर द्वारा वार्ड में ऐतिहासिक जनसंपर्क एवं निरंतर अपना प्रचार-प्रसार भी किया गया था। उक्त समस्त पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने भाजपा से झाबुआ विधायक बने जीएस डामोर को शुभकमानाएं प्रेषित करते हुए उन्हें एक अच्छी बढ़त के साथ जीत हासिल करवाने पर वार्ड क्र. 1 के मतदाताओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।
कल्याणपुरा में गौ-वध की घटना का राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ ने किया तीव्र विरोध
पुलिस प्रषासन एवं माननीय न्यायालय से आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग
झाबुआ। जिले के कल्याणपुरा क्षेत्र में गोपालपुरा ग्राम पंचायत भवन के समीप मकवाना फलिये में पिछले दिनों एक गौ-वध की घटना सामने आई। जिसमें पुलिस द्वारा दो आरोपियो को गिरफतार किया गया है। इस मामले में राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ द्वारा घटना में संलिप्त आरोपियों पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करने के साथ माननीय न्यायालय में भी प्रकरण जाने पर आरोपियों को कठोर सजा सुनाने की मांग की है। राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ के प्रदेष अध्यक्ष पवन दुबे ने इस मामले को संज्ञान में लिया है एवं उच्च स्तर पर मप्र सरकार से चर्चा कर इस तरह के मामलों में संलिप्त आरोपियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने का प्रावधान किए जाने की मांग की। वहीं आरजीएसएस के जिलाध्यक्ष राजेष चैहान ने भी बताया कि कल्याणपुरा के मकवाना फलिये में बीते दिनों रात के अंधेरे में हुई राष्ट्रीय पशु गौ-माता का वध करने की इस विभत्स घटना का हम तीव्र विरोध करते है। साथ ही कहा कि यह हिन्दू समाज के लिए एक बड़ा कठुराघात है। गौ-माता को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया गया है, बावजूद उसके इस तरह से गौ-माता का वध कर उसे खाने के लिए काटने की घटना काफी दर्दनाक और समाज के लोगां को आघात पहुंचाने की है। श्री चैहान ने चेतावनी स्वरूप कहा कि यदि आगामी दिनों में भी इस तरह की अन्य कोई घटना हुई तो संघ को इस संबंध में उग्र आंदोलन करने को भी मजबूर होना पड़ेगा।
आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग
कल्याणपुरा में गौ-वध करने की घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग पुलिस प्रषासन एवं माननीय न्यायालय से आरजीएसएस के झाबुआ जिलेभर के पदाधिकारी, जिला संगठन मंत्री सुनील मालवीय, जिला महासचिव पपीष पानेरी, ओंकार पाटीदार, रविन्द्र नायक, जिला उपाध्यक्ष सुषील पंडा, देवेन्द्र व्यास, धर्मेन्द्र जगदीष राठौड़, जिला सचिव गजराज दादू चैहान, रितेष शर्मा, मुकेष चैयल, जिला सह-सचिव कमलेष पाटीदार, चेनसिंह वसुनिया, राधवेन्द्र रघु चैहान, जिला मीडिया प्रभारी दौलत गोलानी के साथ कार्यकारिणी सदस्यों में रमाकांत शर्मा, पियूष जैन, जगदीष पंडा, संजय सोलंकी, राजदीप चैहान, जयेन्द्र चैहान, धर्मेन्द्र सिरोठिया, नर्वेस डामोर, खुषवंत राठौड़, निलेष अजनार, यषपाल ठाकुर, कृष्णा जायसवाल, सौरभ चैहान, पुष्पेन्द्रसिंह राठौड़ आदि ने की है।
शहर की सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के साथ अधिकारी-कर्मचारी संगठनों द्वारा कलेक्टर आषीष सक्सेना का किया जाएगा भावभरा सम्मान
होशंगाबाद स्थानांतरण होने पर भावभरी विदाई भी दी जाएगी
झाबुआ। झाबुआ जिले के कर्मठ, सेवाभावी एवं प्रषासनिक कार्यों में सजग और अनुषासनप्रिय कलेक्टर आषीष सक्सेना का 20 दिसंबर, गुरूवार की रात्रि में मप्र शासन भोपाल द्वारा जारी की गई सूची में स्थानांतरण होषंगाबाद कलेक्टर के रूप में हुआ है। कलेक्टर श्री सक्सेना के झाबुआ जिले में पदस्थापना के दौरान उन्होंने जिले में कई उल्लेखनीय एवं सराहनीय कार्य किए है, जिसको लेकर उनका शहर की सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के साथ अधिकारी-कर्मचारी संघ द्वारा भावभरा सम्मान करने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी देते हुए उक्त आयोजन के सूत्रधार एवं सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने बताया कि कलेक्टर आषीष सक्सेना झाबुआ जिले में करीब 3 से साढ़े 3 वर्ष तक पदस्थ रहे। इस दौरान उन्होंने एक ऐतिहासिक कार्य के रूप में बीते विधानसभा चुनाव में झाबुआ जिले में रेकार्ड तोड़ मतदान करवाकर मप्र में झाबुआ जिले को स्थान दिलवाया, जिसके लिए स्वयं उन्हें निर्वाचन आयोग की ओर से बधाई देने के साथ उनके इस सराहनीय कार्य की काफी सराहना की गई। इसके साथ ही झाबुआ का समीपस्थ हाथीपावा, जो आज पूरे जिले में एक सुव्यवस्थित एवं सुविधायुक्त पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील हो चुका है, जिसको विकसित करने में भी उनकी सराहनीय भूमिका रहीं है। इसके अलावा झाबुआ से होकर गुजर रहे फोरलेन का कार्य, जो काफी धीमा हो गया था, उसकी रफतार बढ़ाकर इस फोरलेन कार्य को पूर्ण करवाकर वाहन चालकों को एक अच्छे आवागमन मार्ग की सुविधा उन्होंने उपलब्ध करवाई। बस स्टेंड के पीछे से कलेक्टोरेट, तहसील कार्यालय, जिला पंचायत, न्यायालय जाने वाले अतिरिक्त मार्ग का निर्माण करवाया, जिससे आज लोगों को काफी सुविधा हो रहंी है। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा झाबुआ जिले में पदस्थापना के दौरान लगातार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए बालिकाओं की षिक्षा एवं 18 वर्ष से कम उम्र में विवाह ना करने की समझाईष दी गई। सत्त सरपंच-तड़वी-पटेलों का सम्मेलन कर दहेज-दापा प्रथा को खत्म करने के प्रयास किए गए, जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आए, इसके अलावा भी कलेक्टर श्री सक्सेना ने झाबुआ जिले में अपनी पदस्थापना के दौरान प्रषासनिक क्षेत्र के साथ सामाजिक-धार्मिक क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक कार्य किए है।
भावभरा सम्मान कर विदाई दी जाएगी
नीरजसिंह राठौर ने बताया कि इसी को दृष्टिगत रखते हुए शहर की सभी सामाजिक-धार्मिक, रचनात्मक संस्थाओं के साथ अधिकारी-कर्मचारी संघ ने उनके उल्लेखनीय एवं उत्कृष्ट कार्यों के चलते कलेक्टर श्री सक्सेना का सम्मान करने का निर्णय लिया गया है। 22 दिसंबर, शनिवार को शाम 6.30 बजे कलेक्टर आषीष सक्सेना का सम्मान समारोह एवं विदाई समारोह का आयोजन रखा गया है। जिसमें शहर की सभी सामाजिक, धार्मिक, रचनात्मक संस्थाओं के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा अलग-अलग सम्मान करने के साथ ही इस आयोजन में शहर के गणमान्य नागरिकों, बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, साहित्यकारों से भी उपस्थित रहकर झाबुआ जिले के कर्मठ एवं सेवाभावी कलेक्टर श्री सक्सेना का सम्मान कर उन्हें भावभरी विदाई देने हेतु अपील की गई है।
जैन सोष्यल ग्रुप मैत्री के आगामी अध्यक्ष जय भंडारी और पंकज कोठारी, बिना चुनाव प्रक्रिया के आपसी समझदारी से हुआ मनोनयन
झाबुआ। जैन सोशल ग्रुप ‘‘मैत्री’’ झाबुआ द्वारा आगामी सत्रों के लिए अध्यक्ष पद चुनाव हेतु चुनाव प्रक्रिया का आयोजन स्थानीय पाॅवर हाउस रोड स्थित शांति निकेतन सभाकक्ष में किया गया। जिसमें सर्वानुमति से आगामी दो सत्रों के अध्यक्ष चुने गए। वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 के लिए जय भंडारी को अध्यक्ष और 2021-22 तथा 2022-23 के लिए पंकज कोठारी अध्यक्ष मनोनीत हुए। जैन सोशल ग्रुप मैत्री झाबुआ का वर्तमान कार्यकाल समापन की ओर है। इस हेतु आगामी सत्र के लिए के लिए प्रक्रिया रखी गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में संचित बाबेल ने सभी सदस्यों का अभिनंदन किया। निर्णायकगण के रूप में जैन समाज के वरिष्ठ श्रावक शशिकांत छाजेड़, प्रमोद भंडारी, मैत्री के पूर्व अध्यक्ष नीरज गादिया को मंच पर आमंत्रित किया गया। मैत्री सदस्यों ने निर्णायकगणों का का पुष्प देकर स्वागत किया।
अध्यक्ष का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा
चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ होने से पूर्व शशिकांत छाजेड़ द्वारा नियमों की जानकारी दी गई। नीरज गादिया ने बताया कि अब तक ‘‘मैत्री’’ ग्रुप में अध्यक्ष पद का कार्यकाल 1 वर्ष का होता था, इस बार से नियम में परिवर्तन करते हुए हुए आगामी सत्र से अध्यक्ष पद का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा। संचित बाबेल ने निर्णायकगणों से अनुमति लेते हुए प्रक्रिया प्रारंभ की और अध्यक्ष पद हेतु नाम आमंत्रित किए।
दो नाम आए सामने
विशाल कोठारी द्वारा हंसमुख, मिलनसार और मैत्री में क्रिएटिविटी के लिए पहचाने जाने वाले जय भंडारी का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित किया, नितेश कोठारी ने इसका समर्थन किया वहीं मितेश गादिया ने सहज ,सरल, व्यक्तित्व के धनी पंकज कोठारी का नाम अध्यक्ष पद हेतु प्रस्तावित किया, जिसका समर्थन अंकित जैन ने किया। दो नाम आने पर निर्णायकगणों ने दोनों प्रत्याशियों को आपसी तालमेल बनाने को कहा, लेकिन दोनों ही प्रत्याशी डटे रहे। सर्वानुमति से निर्णय न आने पर निर्णायकगण ने वोटिंग प्रक्रिया को अपनाने की बात कही। जिस पर वरिष्ठ श्रावक शशिकांत छाजेड़ द्वारा वोटिंग प्रक्रिया के अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यदि यह प्रक्रिया अपनाई गई तो सदस्यों में मनमुटाव होगा और आपसी तालमेल की भी कमी होगी और कहीं न कहीं ग्रुप के टूटने की आशंका भी जताई।
सर्वानुमति से बनी सहमति
मैत्री सदस्य डॉ वैभव सुराणा ने भी वोटिंग प्रक्रिया पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रुप में राजनीति नहीं, राजनीति में ग्रुप होना चाहिए। किसी भी तरह का निर्णय न आने की दशा में निर्णायकगणों द्वारा दोनों प्रत्याशियों को अलग-अलग समझाईश दी गई। मैत्री ग्रुप में वोटिंग प्रक्रिया ना हो और ग्रुप ना टूटे, इस हेतु निर्णायक गण ने काफी विचार-विमर्ष करने के बाद एक अनूठा सुझाव दिया कि आज चुनावी प्रक्रिया में आगामी दो सत्रों के अध्यक्ष पद का चुनाव कर लिया जाए, जिससे आपसी तालमेल और समझ बनी रहे। मैत्री सदस्यों की सर्वानुमति से इस सुझाव पर सहमति बनी। सर्वानुमति से यह तय होने के बाद आगामी सत्र के प्रथम कार्यकाल के लिए वर्ष 2019 -20 व 20 -21 के लिए जय भंडारी को अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया। वहीं वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के लिए पंकज कोठारी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
आपसी समझ का दिया परिचय
ज्ञातव्य है कि चुनावी प्रक्रिया ना हो इस हेतु पंकज कोठारी ने पिछले सत्र में भी वर्तमान अध्यक्ष के समर्थन में अपना नाम वापस लिया था और इस चुनाव में भी वोटिंग की नोबत ना आए, इस हेतु आगामी कार्यकाल के लिए तैयार हुए। इस प्रकार निर्णायकगण की सूझबूझ से मैत्री ग्रुप में वोटिंग प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया और एकता का संदेश दिया गया। बाद मैत्री सदस्यों द्वारा दोनों आगामी अध्यक्षों को शुभकामनाएं प्रेषित की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी के प्रति आभार संचित बाबेल ने माना।
सभी 9 फार्म पाए गए विधि मान्य, दो पैनल बनाकर चुनाव चिन्ह किए गए आवंटित
प्रत्याषियों ने अपनी-अपनी पैनलों में शुरू किया प्रचार-प्रसार
झाबुआ। श्री पद्म वंषीय मेवाड़ा राठौर (तेली) समाज झाबुआ के निर्वाचन की प्रक्रिया इन दिनों स्थानीय सिद्धेष्वर काॅलोनी स्थित शनि मंदिर के पीछे समाज के भवन में चल रहीं है। चुनाव की प्रक्रिया के तहत 21 दिसंबर को नामांकन पत्रों की समीक्षा में सभी 9 फार्म विधि मान्य पाए गए। बाद प्रत्याषियों की दो पैनल बनाकर उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित करने का कार्य किया गया। तत्पष्चात् प्रत्याषियों ने अपनी-अपनी पैनलों में समाज के लोगों के घर-घर दस्तक देकर प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया है। मुख्य चुनाव अधिकारी महेष राठौर ने बताया कि निर्धारित चुनाव प्रक्रिया में 19 दिसंबर को एक भी अभ्यर्थी द्वारा नामांकन फार्म प्राप्त एवं जमा नहीं किया गया था। 20 दिसंबर को कुल 9 अभ्यर्थियों ने नामांकन फार्म जमा किए। जिसकी जांच एवं समीक्षा का कार्य 21 दिसंबर, शुक्रवार को दोपहर 11 से 2 बजे तक किया गया। जिसमें सभी नामांकन फार्म वैध पाए गए। नाम वापसी दोपहर 1 से 2 बजे के बीच किसी भी अभ्यर्थी ने अपना फार्म वापस नहीं लिया। बाद शाम 4 से 5 बजे के मध्य चुनाव अधिकारी श्री राठौर के साथ सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रहलाद राठौर एवं नितेष राठौर द्वारा 9 अभ्यर्थियों की दो पैनल बनाकर उन्हे चुनाव चिन्ह आवंटित किए गए।
दोनो पैनलों में यह अभ्यर्थी शामिल
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री राठौर के अनुसार पेनल नंबर-1 में अध्यक्ष पद के लिए उम्मीद्वार राकेष सोनावा, उपाध्यक्ष पद के उम्मीद्वार रविन्द्र राठौर, सचिव पद के दावेदार निलेष राठौर एवं कोषाध्यक्ष पद के दावेदार अजय राठौर को शामिल होकर उन्हे चुनाव चिन्ह कलष प्रदान किया गया। इसी प्रकार दूसरी पेनल नंबर-2 बनाकर उसमें अध्यक्ष पद के अभ्यर्थी रामचन्द्र राठौर, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याषी ललित राठौर, सचिव पद के दावेदार शांतिलाल राठौर एवं कोषाध्यक्ष पद के उम्मीद्वार संजय राठौर को सम्मिलित कर उन्हें चुनाव चिन्ह स्वस्तिक प्रदान करने के बाद प्रत्याषियों ने अपनी-अपनी पैनलों में मतदाताओं के घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार और संपर्क शुरू कर दिया है, चूंकि सह-सचिव पद के लिए एक ही फार्म कुलदीप राठौर का जमा होने से वह अभी से निर्विरोध निर्वाचित हो चुके है, हाॅलाकि अधिकृत तौर पर घोषणा 25 दिसंबर को परिणाम आने के बाद एक साथ की जाएगी।
मतदान एवं मतगणना 25 दिसंबर को
चुनाव अधिकारी श्री राठौर ने बताया कि पैनलों का यह प्रचार-प्रसार 24 दिसंबर की रात्रि तक चलेगा। बाद 25 दिसंबर को मतदान सुबह 8 से दोपहर 2 बजे के बीच होगा। इसी दिन दोपहर 3.30 बजे से मतगणना कर परिणामों की घोषणा की जाएगी। तत्पष्चात् विजयी प्रत्याषियों द्वारा खुषियां मनाई जाएगी।
पुण्य स्मृति पर निराश्रित बच्चों को भोजन करवाकर कंबलों का किया वितरण
झाबुआ। पारा निवासी श्री मनोहरलाल व्होरा की 21 दिसंबर 2018, शुक्रवार को द्वितीय पुण्य स्मृति पर व्होरा परिवार पारा द्वारा झाबुआ के समीपस्थ ग्राम अंतरवेलिया स्थित स्वामी श्रद्धानंद निराश्रित बाल आश्रम पहुंचकर यहां निवासरत बच्चों को स्वादिष्ट भोजन करवाया। बाद उन्हें कंबलों का वितरण किया। व्होरा परिवारजनों द्वारा शुक्रवार को दोपहर करीब 12 बजे अंतरवेलिया आश्रम पर पहुंचकर यहां आश्रम में निवासरत करीब 20-25 सभी निराश्रित बच्चों को पंगत में बिठाकर स्वादिष्ट भोजन करवाया। परोसदारी स्वयं परिवारजनों ने की। बाद बच्चों को कड़कड़ाती ठंड से निजात के लिए 15 कंबल प्रदान किए। साथ ही इस दौरान परिवारजनों ने स्व. श्री मनोहरलालजी का स्मरण करते हुए उन्हें नमन भी किया। आश्रम के संचालक पं. आर्येन्द्रकुमार वैदिक एवं उनकी धर्मपत्नि श्रीमती वंदना वैदिक ने व्होरा परिवार के इस कार्य की सराहना करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
आप सभी के प्रयास से मतदान प्रतिषत बढाने मे जिला प्रदेष स्तर पर प्रथम रहा, इसके लिये सभी को बहुत-बहुत बधाई-कलेक्टर
उच्च मतदान प्रतिषत प्राप्त करने पर उत्साहवर्धन कार्यषाला संपन्न
झाबुआ । विधानसभा निर्वाचन 2018 अंतर्गत उच्च मतदान प्रतिषत प्राप्त करने पर सेक्टर अधिकारियो के लिये उत्साहवर्धन कार्यषाला का आयोजन कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आषीष सक्सेना की उपस्थिति मे कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष मे किया गया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आषीष सक्सेना ने कहा कि आपने लगभग सभी मतदाताओ को बूथ पर आकर मतदान करने के लिये प्रेरित किया। साथ ही जिले से अन्य राज्यो मे मजदूरी हेतु पलायन पर गये मतदाताओ को भी दूरभाष मोबाइल एवं अन्य साधनो से संपर्क कर मतदान के दिन बूथ पर आकर मतदान करने हेतु प्रेरित किया। फलस्वरूप मतदाता मतदान दिवस को वापस आये एवं अपने मताधिकार का उपयोग किया। फलस्वरूप जिला प्रदेष स्तर पर मतदान प्रतिषत बढाने मे प्रथम स्थान पर रहा, इसके लिये आप सभी को बहुत-बहुत बधाई। कार्यक्रम को सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जमुना भिडे ने भी संबोधित किया सेक्टर अधिकारियो के प्रयासो की सराहना करते हुए भविष्य मे भी इसी तरह कार्य करने हेतु षुभकामनाएं दी। कार्यक्रम मे डिप्टी कलेक्टर श्री पराग जैन, नोडल अधिकारी स्वीप श्री ज्ञानेंद्र ओझा सहित षासकीय सेवक एवं सेक्टर अधिकारी उपस्थित थे।
सुशासन सप्ताह 25 से 30 दिसम्बर तक
24 दिसम्बर को अधिकारी-कर्मचारी लेंगे सुशासन की शपथ
झाबुआ। 25 दिसम्बर से 30 दिसम्बर, 2018 तक प्रदेश के सभी जिलों में सुशासन सप्ताह मनाया जायेगा। राज्य शासन ने एक दिन पूर्व 24 दिसम्बर, 2018 को प्रदेश में सुशासन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। सप्ताह के दौरान सभी सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता अभियान की शुरूआत कर इसे जारी रखने के निर्देश दिये गये हैं। राज्य शासन द्वारा सभी विभागों, संभागायुक्तों और कलेक्टरों को जारी आदेश में कहा गया है कि 24 दिसम्बर को जिला-स्तर पर किसी एक सभागृह या स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर सम्मान प्रकट करते हुए सुशासन की शपथ लें। कार्यक्रम में जिले के सभी जन-प्रतिनिधि और शासकीय अधिकारियों को शामिल होने के लिये आमंत्रित करें।
उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित होंगे अधिकारी-कर्मचारी
सुशासन सप्ताह के दौरान अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रशासकीय कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचरियों को सम्मानित किया जायेगा। कलेक्टरों से कहा गया है कि सूचना का अधिकार, लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी, सी.एम. हेल्पलाइन, समाधान ऑनलाइन, जन-सुनवाई, स्वच्छता और लोगों के सशक्तिकरण के लिये बनाये गये अन्य अधिनियम और व्यवस्थाओं के संबंध में जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर चर्चाएँ आयोजित करवा कर लोगों को जागरूक करें। स्कूल-कॉलेजों में पर्यावरण-ऊर्जा-पानी बचाओ एवं स्वस्थ समाज जैसे सुशासन में सहायक विषयों पर संगोष्ठी भी आयोजित की जायेगी।
बाल देखरेख संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
झाबुआ । माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों और किशोर न्याय बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम 2015 के प्रावधानों के अनुसार बाल देखरेख संस्था का पंजीयन करवाना अनिवार्य है। बाल देखरेख संस्था का पंजीयन नहीं कराये जाने की स्थिति में किशोर न्याय बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 के प्रावधानों के तहत संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। उल्लेखनीय है कि किशोर न्याय बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 की धारा 41 के अनुसार बाल देखरेख संस्थाओं में देखरेख और संरक्षण के लिए जरूरतमंद बालकों तथा विधि का उल्लंघन करने वाले बालकों के लिए राज्य सरकार अथवा स्वैच्छिक एवं गैर सरकारी संगठनों द्वारा संचालित सभी बाल देखरेख संस्थाओं का पंजीकरण अधिनियम के प्रारंभ की तिथि से 6 माह की अवधि के भीतर कराना अनिवार्य है। पंजीकरण नहीं होने की स्थिति में संबंधित के विरूद्ध एक साल तक की सजा या एक लाख रूपये का जुर्माना अथवा दोनों सजा व जुर्माने का प्रावधान है।
टीकाकृत बच्चे के उल्टे हाथ के अंगूठे पर लगाया जाएगा निषान
झाबुआ । मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष तक के बालक एवं बालिकाओं को मीजल्स रूबैला टीकाकरण 15 जनवरी 2019 से प्रारंभ होगा। उक्त अभियान के संबंध में आयोजित कार्यषाला में बताया गया कि अभियान में जिले के समस्त आंगनवाडी, शासकीय एवं अषासकीय प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाई स्कूल में पंजीकृत 9 माह से 15 वर्ष तक के समस्त बच्चों को एम.आर. टीके लगाए जाएंगे। कार्यषाला में इस अभियान हेतु आमजन के बीच जनजागरण एवं उक्त टीकाकरण अभियान के प्रति जनजागरूकता फेलाने की बात कही गई। निर्धारित तिथि से प्रारंभ होने वाले उक्त अभियान के तहत करीब 4 से 5 सप्ताह तक जिले में व्यापक स्तर पर मीजल्स एवं रूबैला वेक्सीन का टीकाकरण किया जाएगा। इस दौरान टीकाकरण से शेष रह गए बच्चों के लिए विषेष एक सप्ताह का अभियान भी चलाया जाएगा। टीकाकरण होने वाले बच्चों के उल्टे हाथ के अंगूठे पर एक चिन्ह भी लगाया जाएगा। साथ ही उक्त अभियान की ब्लाॅकवार एवं जिला वार साप्ताहिक माॅनिटरिंग भी जाएगी।
पुरूष नसबंदी पखवाडा 02 जनवरी तक
झाबुआ । परिवार नियोजन कार्यक्रम के अंतर्गत पुरूष भागीदारी बढाये जाने के लिये भारत सरकार द्वारा दिनंाक 02 जनवरी तक पुरूष नसबंदी पखवाडा मनाया जाना है। जिसमे पुरूषो की अधिक से अधिक भागीदारी बढाने हेतु सामाजिक जागरूकता का कार्य दिनांक 25 दिसंबर 2018 तक किया जाएगा तथा सेवा प्रदायगी कार्य 26 दिसंबर 2018 से 02 जनवरी 2019 तक किया जाएगा। स्लोगन-“पुरूषो ने अपनाई नई पहचान, परिवार नियोजन मे भागीदारी से बढाया सम्मान“ के साथ मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरूष नसबंदी को बढावा देने घर जाकर लोगो को पुरूष नसबंदी के बारे मे जानकारी प्रदान करेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. डी.एस. चैहान ने समस्त स्वास्थ्य एवं समस्त मैदानी कार्यकर्ता व कर्मचारी आषा, आषा सहयोगिनी को पुरूष नसबंदी को बढावा देने हेतु अधिक से अधिक पुरूषो को नसबंदी हेतु प्रेरित करने एवं भ्रांतियो को दूर करने के लिये निर्देषित किया है। पुरूष नसबंदी कराने पर पुरूष हितग्राही को 2 हजार रूपये एवं प्रेरक को 300 रूपये का प्रावधान है। पुरूष नसबंदी निःषुल्क सभी षासकीय संस्थाओ मे प्रदान की जायेगी।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना मे राषि बढाकर 51 हजार रूपये की गई
झाबुआ । प्रदेश मे मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं मुख्यमंत्री निकाह योजना मे षासन द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार संषोधन किये गये है। जिसके अनुसार मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजनांतर्गत राषि रूपये बढाकर 51 हजार रूपये कर दी गई है। इस राषि मे से सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजन हेतु अधिकृत निकायो को रूपये 3 हजार, सामग्री की कीमत रूपये 5 हजार तथा षेष राषि रूपये 43 हजार कन्या के बचत बैंक खाते मे जमा कराई जायेगी। आदिवासी अंचलो मे जनजातियो मे प्रचलित विवाह प्रथा के अंतर्गत होने वाले विवाह चाहे सामूहिक हो या एकल हो, कन्या विवाह सहायता की राषि दी जायेगी। षासन द्वारा आयोजित सामूहिक कार्यक्रमो के अंतर्गत कन्या विवाह/निकाह सहायता की राषि का लाभ प्राप्त करने के लिये आय सीमा का बंधन भी समाप्त कर दिया गया है। चर्चा के दौरान झाबुआ जिले के ग्राम कुंडला निवासी श्रीमती रेखा पति मांगीलाल ने बताया कि गरीब आदिवासियो के लिये वैवाहिक आयोजन करना मुष्किल होता है। ऐसे मे अब सामूहिक के साथ एकल षादियो मे भी कन्या विवाह सहायता की राषि मिलेगी तो उनका भविष्य भी सुरक्षित हो जायेगा। योजना मे राषि बढाकर षासन ने बहुत अच्छा काम किया है। ग्राम छापरी निवासी बदी ने बताया कि योजना की राषि बढने से परिवार के सभी बच्चो की षादी हेतु इसका लाभ मिलेगा। इसके लिये षासन का बहुत-बहुत धन्यवाद। ग्राम झायणिया निवासी श्रीमती झूमरी पति धूमो ने बताया कि खर्चीले हो चुके विवाह के कारण कई लोग कर्ज की चपेट मे आ जाते है। अब उन्हे सहायता राषि मिलने के बाद काफी राहत मिलेगी। षादी के बाद नव दंपति को कर्ज उतारने के लिये पलायन स्थलो पर जाकर मजदूरी नही करना पडेगा। झाबुआ षहर के एलआईसी काॅलोनी निवासी श्रीमती लक्ष्मीबाई ने बताया कि मुख्यमंत्रीजी द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना मे दी जाने वाली राषि 51 हजार करने से बहुत अधिक लोगो को इस योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना मे आय का बंधन खत्म कर देने से सभी कन्याओ को इसका लाभ मिल सकेगा। यह योजना गरीब परिवारो के लिये लाभकारी साबित होगी।
मुख्यमंत्री जी के ऐतिहासिक ऋण माफी के निर्णय से किसानों के चेहरे पर आई मुस्कान
झाबुआ । प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा मुख्यमंत्री पद का भार संभालने के बाद प्रदेश के किसानों के लिए लागू की गई अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में किसानों के रूपए 2 लाख तक की सीमा के 31 मार्च 2018 की स्थिति में बकाया फसल ऋण माफ करने का निर्णय किसानों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होगा, ऐसा किसानो का कहना है। झाबुआ जिले के ग्राम गोलाछोटी निवासी लाला पिता दिता ने चर्चा के दौरान बताया कि उसने तीन वर्ष पहले 62 हजार रूपये का ऋण लिया था। उसकी तबियत खराब रहती थी, आॅपरेषन भी हुआ जिसमे बहुत राषि व्यय हो गई। इस कारण वह ऋण नही चुका पाया। विगत तीन वर्ष मे ऋण का ब्याज भी बहुत अधिक हो गया था जिससे वह और उसका पूरा परिवार परेशान रहता था। मप्र के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा किसानों के हित में ऋण माफी के निर्णय से हमारी परेषानी खत्म हो गई और ऋण भी माफ हो गया। इसके लिये षासन का बहुत-बहुत धन्यवाद। ऋण माफी के निर्णय से लाभंावित किसान रामा पिता तेजा निवासी भोयरा ने चार साल पहले 70 हजार का ऋण लिया था। उन्होने बताया कि उनके हाथ मे फ्रेक्चर हो जाने से इलाज मे बहुत पैसे खर्च हुए। उन्हे हर रोज ऋण नही चुका पाने की चिंता रहती थी। षासन ने कर्ज माफ करके उनकी सारी चिंता दूर कर दी। मुख्यमंत्री जी द्वारा की गई घोषणा से उनके चेहरे की मुस्कान लौट आई। ग्राम भोयरा निवासी कृषक श्री कालिया पिता बापू ने बताया कि कर्जा माफी मिलने से उनका बैंक से लिया गया 80 हजार रूपये कर्ज माफ हो गया है। उन्होने बताया कि बेटो की षादी मे कर्जा लेने की वजह से वह बैंक का कर्ज नही उतार पा रहे थे और कर्ज नही चुका पाने के कारण ब्याज सहित ऋण 1 लाख रूपये हो गया था। षासन के कर्ज माफी के निर्णय से मेरे सारा कर्ज माफ हो गया है और अब मुझे कोई कर्ज नही चुकाना पडेगा। उन्होने कहा कि नई सरकार हम किसानों के लिए वरदान लेकर आई है। इस सरकार ने किसानों की झोली भरने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिले के ग्राम भोयरा निवासी श्री वेलसिंह पिता धूमसिंह ने बताया कि उनका ब्याज सहित 98 हजार रूपये का कर्ज माफ हुआ। जिससे वह बहुत खुष है। मप्र में सरकार किसानों के लिए वरदान साबित होगी। मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हित में ऋण माफी हेतु लिए गए अहम फेसले के लिये हम और हमारे गांव के सभी किसान उनकों लख-लख बधाई देते हैं। जिले के मोजीपाडा निवासी श्री गवा पिता जोखला ने चर्चा के दौरान बताया कि उन्होने बैंक से 80 हजार रूपये कर्ज लिया था। जो ब्याज सहित 90 हजार हो गया था। उनकी तबियत ठीक नही रहने के कारण सारा पैसा इलाज मे खर्च हो जाता था। जिससे वे काफी प्रयासो के बाद भी कर्ज नही चुका पा रहे थे। और इतना कर्ज तो वह आगे भी कभी नही चुका पाते। षासन ने कर्ज माफ करके उन्हे चिंतामुक्त कर दिया है। श्री अमरसिंह बामनिया निवासी ग्राम पंचायत भोयरा ने चर्चा के दौरान बताया कि प्रदेश में नई सरकार बनी और मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही उन्होने जब कर्जा माफी का ऐलान किया तो मुझे बहुत सुखद अनुभव हुआ। उन्होने तीन साल पहले 45 हजार रूपये का कर्ज लिया था। जो कि वे पैर पर भैस गिर जाने से पैर टूटने के कारण इलाज मे हुए अत्यधिक खर्च के कारण नही उतार पा रहे थे। कर्ज नही भर पाने से वह दिनांेदिन परेषान रहते थे। अमरसिंह ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारी तो अब सारी चिंताएं दूर हो गई। साथ ही घर के खर्चा चलाना भी आसान हो जावेगा। नई सरकार द्वारा किए गए कृषि ऋण माफी के ऐलान की चर्चा झाबुआ जिले के गाँव-गाँव में फैल गई है।
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