भाजपा ने अटलजी के जन्म दिवस को सुषासन दिवस के रूप में मनाया
देषभक्ति एवं जन सेवा केा प्रश्रय देने वाले थे,अटलजी- ओम प्रकाष षर्माअटलजी के जीवन दर्षन को प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को आत्मसात करना चाहिय-गौरसिंह वसुनिया
झाबुआ । अटल बिहारी बाजपेयी भारत के जन नायक थे । पूरे भारत को इस महान विभूति पर गर्व है। भारतरत्न अटलजी जहां पत्रकार रहे वही एक कवि के रूप में हिन्दी साहित्य को उनके दिये उपहार को स्वर्णीम पन्नों में दज्र किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी के 94 वें जन्मोत्सव के अवसर पर समुचा राष्ट्र उन्हे स्मरण कर रहा है। अटलजी दो बार राज्य सभा के सदस्य रहे, तीन बार प्रधानमंत्री के पद पर रहे वही 14 बार सांसद के रूप में उनकें प्रखर व्यक्तित्व को विस्मृत नही किया जासकता है । पोखरण में प्ररमाणू विस्फोट के विश्व को भारत की सैन्य शक्ति का लोहा मनवाने वाले, कारगील युद्ध को अपने अटल इरादों से जीतने वाले अटल जी न सिर्फ भाजपा वरन हर राजनीतिक दल के आस्था के केन्द्र रहे है। भारत को दुनिया में सर्वोच्च स्थान दिलाने में उनकी नीति एवं वाकपटूता की प्रसंशा की जारही है। देशभक्ति एवं जन सेवा केा प्रश्रय देने वाले अटलजी कहा करते थे कि सत्ता तो आती- जाती रहती है, पार्टिया भी बनती बिगडती रहती है किन्तु हमारा देश कभी झुके नही और सतत विश्व शिखर पर स्थापित हो इसके लिये हमे काम करना होगा । भारत को विश्व शिखर पर प्रतिस्थापित करना ही सबका लक्ष्य होना चाहिये । उक्त उदबोधन 25 अक्त्रुबर को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के 94 वे जन्म दिवस के अवसर पर जिला भाजपा कार्यालय मे आयोजित सुशानदिवस के अवसर पर भाजपा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कही ं। भाजपा द्वारा भारत रत्न अटलजी के जन्म दिवस को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया । इस अवसर पर अटलजी अमर रहे के गगनभेदी नारों के साथ जिला भाजपा अध्यक्ष ओम शर्मा, जिला सहकारी केन्द्रीय बेंकम के अध्यक्ष गौरसिंह जी वसुनिया, महामंत्री प्रवीण सुराणा, पूर्व जिला भाजपाध्यक्ष दौलत भावसार, ओमप्रकाश राय, कल्याणसिंह डामोर, महेन्द्र तिवारी,श्रीमती बंसती बारिया, अजय पोरवाल, राजेन्द्रकुमार सोनी, गा्रमीण मंडल अध्यक्ष हरू भूरिया,इरशाद कुरेशी, अंकुर पाठक, भूपेश सिंगोड, रवि सूर्यवंशी, मुकेश गवली, गोलू चैधरी, अमरूभाई, कन्हैयालाल लाख्ेारी, रमश कटारिया, नाना राठौर, राजू अजनार, शोभा कटारा, कार्तिक हटिला सहित बडी संख्या में भाजपा पदाधिकारियों ने स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पाजंलि अर्पित की तथा उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया । जिला सहकारी केन्द्रीय बेंक के अध्यक्ष गौरसिंह वसुनिया ने अटलजी के जीवन वृत पर संबोधित करते हुए कहा कि वे हिन्दी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे।, वे भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे, और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म, पाञ्चजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया। श्री बाजपेयी चार दशकों से भारतीय संसद के सदस्य थे, लोकसभा, निचले सदन, दस बार, और दो बार राज्य सभा, ऊपरी सदन में चुने गए थे। उन्होंने लखनऊ के लिए संसद सदस्य के रूप में कार्य किया 2009 तक उत्तर प्रदेश जब स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण सक्रिय राजनीति से सेवानिवृत्त हुए। अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ करने वाले वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पहले प्रधानमन्त्री थे, जिन्होंने गैर काँग्रेसी प्रधानमन्त्री पद के 5साल बिना किसी समस्या के पूरे किए। उन्होंने 24 दलों के गठबंधन से सरकार बनाई थी ओर देश की राजनीति में गठबंधन सरकारों को गठित करने का श्रेय अटलजी को ही जाता है। श्री वसुनिया ने कहा कि आज उनकी 94 वी जन्म जयंती के अवसर पर समुचा राष्ट्र उन्हे स्मरण कर रहा है।कांगे्रेस के लोग तत्समय अटलजी का मजाक भी किया करते थे कि जनसंध जो वर्तमान मे भाजपा के रूप में विश्व की सबसे बडी राजनैतिक पार्टी बन चुका है, कब आकार लेगी किन्तु अटल जी ने हार नही मानी और भाजपा के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होने देश की बागडोर संभाली थी । गौरसिंह वसुनिया ने कहा कि अटलजी के जीवन दर्शन को प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को आत्मसात करना चाहिये । इस अवसर पर प्रदेश कार्य समिति के सदस्य दौलत भावसार ने भी अटलजी के जीवन दर्शन पर पिचार व्यक्त करते हुए कहा कि अटलजी एक राजर्षि थे,इस महामानव का आज हम जन्म दिवस मना कर उनके आदर्शो एवं विचारों को जनजन तक प्रसारित करने का दायित्व निभाये । 25 दिसम्बर 1924 कोअटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर के शिंके का बाड़ा मुहल्ले में हुआ था। उनके पिता पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी अध्यापन का कार्य करते थे और माता कृष्णा देवी घरेलू महिला थीं। अटलजी अपने माता-पिता की सातवीं संतान थे, उनसे बड़े तीन भाई और तीन बहनें थीं। अटलजी के बड़े भाइयों को अवध बिहारी वाजपेयी, सदा बिहारी वाजपेयी तथा प्रेम बिहारी वाजपेयी के नाम से जाना जाता है। अटलजी बचपन से ही अंतर्मुखी और प्रतिभा संपन्न थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बड़नगर के गोरखी विद्यालय में हुई, यहां से उन्होंने आठवीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त की। जब वह पांचवीं कक्षा में थे, तब उन्होंने प्रथम बार भाषण दिया था, लेकिन बड़नगर में उच्च शिक्षा की व्यवस्था न होने के कारण उन्हें ग्वालियर जाना पड़ा। उन्हें विक्टोरिया कॉलेजियट स्कूल में दाखिल कराया गया, जहां से उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की। इस विद्यालय में रहते हुए उन्होंने वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लिया तथा प्रथम पुरस्कार भी जीता। उन्होंने विक्टोरिया कॉलेज से स्नातक स्तर की शिक्षा ग्रहण की। कॉलेज जीवन में ही उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना आरंभ कर दिया था। आरंभ में वे छात्र संगठन से जुड़े। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख कार्यकर्ता नारायण राव तरटे ने उन्हें बहुत प्रभावित किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शाखा प्रभारी के रूप में कार्य किया। कॉलेज जीवन में उन्होंने कविताएं लिखनी शुरू कर दी थीं। पढ़ाई के साथ-साथ वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य भी करने लगे, परंतु वे पीएचडी करने में सफलता प्राप्त नहीं कर सके, क्योंकि पत्रकारिता से जुड़ने के कारण उन्हें अध्ययन के लिए समय नहीं मिल रहा था। उस समय राष्ट्रधर्म नामक समाचार-पत्र पंडित दीनदयाल उपाध्याय के संपादन में लखनऊ से मुद्रित हो रहा था। तब अटलजी इसके सह संपादक के रूप में कार्य करने लगे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय इस समाचार-पत्र का संपादकीय स्वयं लिखते थे और शेष कार्य अटलजी एवं उनके सहायक करते थे। राष्ट्रधर्म समाचार-पत्र का प्रसार बहुत बढ़ गया, ऐसे में इसके लिए स्वयं की प्रेस का प्रबंध किया गया, जिसका नाम भारत प्रेस रखा गया था।अटलजी वाकचातुर्य के धनि रहे है उनकी संसदीय भूमिका से प्रभावित होकर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कहा कि यह युवक एक दिन भारत का प्रधानमंत्री जरूर बनेगा । अल्जी ने अपने प्रधानमंत्रीत्वकाल मे देश में पहली बार आदिवासी मंत्रालय बनाया जिसके मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते को बनाया गया था । देष के किसानों के लिये पहली बार अटलजी ने ही किसान क्रेडिट कार्ड की योजना प्रारंभ करके किसानों के हित में कदम उठाये थे । अटल सरकार ने 11 और 13 मई 1998 को पोखरण में पाँच भूमिगत परमाणु परीक्षण विस्फोट करके भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित कर दिया। इस कदम से उन्होंने भारत को निर्विवाद रूप से विश्व मानचित्र पर एक सुदृढ वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित कर दिया। इस अवसर पर कल्याणसिंह डामोर ने भी अटलजी को सभी का प्रेरणा पूंज बताते हुए भारत के विकास में अटलजी की अहम भूमिका का जिक्र किया । भाजपा नेत्री श्रीमती बंसती बारिया ने भी अटलजी को महिला सशक्तिकरण के लिये विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समाज मे बराबरी का दर्जा देने का उल्लेख किया । कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए अजय पोरवाल ने श्री अटलजी की पंक्तियां बाधाएं आती हैं आएं,घिरें प्रलय की घोर घटाएं,पांवो के नीचे अंगारे,जले पांव के नीचे प्रलय अंगारे के साथ सभी भाजपाईयों को एकता के सूत्र के साथ चलने का आव्हान किया ।अन्त में आभार प्रदर्शन भूपेश सिंगोड ने व्यक्त किया । भाजपा जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, सीसीबी अध्यक्ष गौरसिंह वसुनिया के नेतृत्व मेंजिला चिकित्सालय में शिश्रुवार्ड मे जाकर मरीज बच्चों के बीच बिस्किट एवं फलों का वितरण किया । जिले के सभी 18 मंडलों में भी अटलजी के 94 वें जन्म दिवस पर सुशासन दिवस आयोजित कर अटलजी को स्मरण कर उनके पदचिन्हो पर चलने का संकल्प लिया गया ।
विधासनभा चुनाव की तर्ज पर हुई श्री पद्म वंषीय मेवाड़ा राठौर तेली समाज के मतदान की प्रक्रिया
अपने अनुभव के साथ अध्यक्ष पद पर काबिज हुए रामचन्द राठौर, सचिव निलेष राठौर निर्वाचित
झाबुआ। श्री पद्म वंषीय मेवाड़ा राठौर (तेली) समाज झाबुआ की निर्धारित चुनाव प्रक्रिया के तहत 25 दिसंबर, मंगलवार को मतदान संपन्न हुआ। मतदान की प्रक्रिया स्थानीय सिद्धेष्वर काॅलोनी स्थित शनि मंदिर के पीछे समाज के भवन में पूर्ण हुई। मतदान केंद्र को मुख्य चुनाव अधिकारी एवं अन्य सहायक निर्वाचन अधिकारियों द्वारा मिलकर आदर्ष मतदान केंद्र की तरह सजाया गया और पूरी चुनाव प्रक्रिया विधानसभा चुनाव की तर्ज पर संपन्न हुई। मतदान सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक चला। बाद दोपहर 3.30 बजे से मतगणना आरंभ हुई, शाम करीब 6 बजे परिणामों की घोषणा की गई। जिसमें अध्यक्ष पद पर अपने अनुभव एवं वरिष्ठता के आधार पर रामचन्द राठौर काबिज हुए वहीं सचिव निलेष राठौर निर्वाचित हुए। मतदान की प्रक्रिया मंगलवार को सुबह 8 बजे से प्रारंभ हुई। पूरी प्रक्रिया मुख्य निर्वाचन अधिकारी महेष राठौर के मार्गदर्षन में संपन्न हुई। जिसमें सहयोग सहायक निर्वाचन अधिकारी के रूप में प्रहलाद राठौर एवं नितेष राठौर द्वारा प्रदान किया गया। इसके अलावा समाज के अन्य जनों ने भी मतदान की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित तरीके से एवं शांतिपूर्ण संपन्न करवाने में सहयोग प्रदान किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी महेष राठौर ने बताया कि मतदान केंद्र को रोषनी से जगमग करने के साथ ही केंद्र के बाहर मतदाताओं के बैठने की व्यवस्था के साथ पेयजल की व्यवस्था एवं परिणामों की घोषणा हेतु साउंड सिस्टम भी लगाया गया। मतदान केंद्र के बाहर अभ्यर्थियो के लिए 100 मीटर दूरी का प्रावधान रखा गया। 100 मीटर दूरी के बाहर कुल 9 अभ्यर्थी की बनाई गई दो पैनलों में वे अपने-अपने समर्थकों के साथ चर्चा करते नजर आए। इस दौरान समाज के वरिष्ठजन भी मौजूद रहे।
कुल 354 मतदाताओं ने किया अपने मतों का प्रयोग
मतदान सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक चला। इस दौरान अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष पद के लिए बेलेट पैपर के माध्यम से मतदान हुआ। पहले मतदाताओं के सूची में नाम दर्ज किए गए। बाद उन्हें पर्चियां प्रदान की गई एवं स्याही लगाकर एक गुप्त पर्दें में मतदाताओं ने चार चिट्ठीयों में अपने-अपने पसंदीदा प्रत्याषियों का नाम लिखने के बाद उसे मतपेटी में डाला। दोपहर 2 बजे तक कुल 409 में से 354 मतदाताओं ने अपने मत का प्र्रयोग किया। मतदान के प्रति युवाओं में विषेष रूझान देखा गया। उन्होंने कतार में खड़े रहकर अपना नंबर आने पर मतदान किया। वहीं मतदान के इंतजार में पुरूषों एवं महिलाओं हेतु अलग-अलग लगाई गई कुर्सियों पर बैठकर उन्होंने अपनी-अपनी बारी का इंतजार किया। मतदान केंद्र के बाहर पुलिस सुरक्षा के भी इंतजाम रहे। पुलिस की मौजूदगी में पूरी मतदान प्रक्रिया कुछ छुटपूट बहस एवं चर्चा के अलावा शांतिपूर्ण तरीके से ही संपन्न हुई।
विषेष -ः समाज की सबसे वृद्ध महिला ने किया मतदान
मतदान के दौरान स्थानीय लक्ष्मीबाई मार्ग निवासी रामीबाई पति धुलजी राठौर उम्र 103 वर्ष ने अपने पुत्र प्रवीण राठौड़, पौती तथा हेमेन्द्र नाना राठौर के साथ मतदान केंद्र पर मोटरसाईकिल से आकर केंद्र में प्रवेष कर मतदान किया, चूंकि मतदान केंद्र पर बुजुर्गों के लिए सीधे मतदान करने की व्यवस्था की गई थी, इसलिए सीधे मतदान केंद्र के अंदर प्रवेष कर उन्होंने अपने पुत्र प्रवीण राठौर के साथ मतदान कर खुषी जाहिर की।
दोनो पैनलों में यह अभ्यर्थी अजमा रहे थे भाग्य
पेनल नंबर-1 में अध्यक्ष पद के लिए उम्मीद्वार राकेष सोनावा, उपाध्यक्ष पद के उम्मीद्वार रविन्द्र राठौर, सचिव पद के दावेदार निलेष राठौर एवं कोषाध्यक्ष पद के दावेदार अजय राठौर को शामिल होकर उन्हे चुनाव चिन्ह कलष प्रदान किया गया था। इसी प्रकार दूसरी पेनल नंबर-2 बनाकर उसमें अध्यक्ष पद के अभ्यर्थी रामचन्द्र राठौर, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याषी ललित राठौर, सचिव पद के दावेदार शांतिलाल राठौर एवं कोषाध्यक्ष पद के उम्मीद्वार संजय राठौर को सम्मिलित कर उन्हें चुनाव चिन्ह स्वस्तिक प्रदान किया गया, चूंकि सह-सचिव पद के लिए एक ही फार्म कुलदीप राठौर का जमा होने से वह पूर्व से ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके थे।
वरिष्ठता एवं अनुभव के साथ रामचन्द राठौर बने अध्यक्ष
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ सहायक निर्वाचन अधिकारियों द्वारा मिलकर दोपहर 3.30 बजे से मतगणना की गई। शाम करीब 6 बजे घोषणा हुई। जिसमें अध्यक्ष पद पर अपने प्रतिद्वंदी से 7 वोटो से अपनी वरिष्ठता एवं अनुभव के आधार रामचन्द राठौर विजेता घोषित हुए। उल्लेखनीय है कि रामचंद राठौर पूर्व में भी समाज के अध्यक्ष रह चुके है और उनके अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने समाज हित में कई कार्यों के दृष्टिगत उन्हें पुनः समाज द्वारा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव के माध्यम से चुना जाना बताया जा रहा है। वहीं सचिव निलेष राठौर 54 वोटों से जीते। उपाध्यक्ष युवा ललित राठौर 6 वोटो एवं कोषाध्यक्ष युवा अजय राठौर 8 वोटो से जीत हासिल की। जीत के बाद विजेता प्रत्याषियों ने अपने-अपने समर्थकों के साथ जमकर खुषियां मनाई।
क्रिसमस के अवसर पर जिला कांग्रेस ने दी बधाई
झाबुआ । ईसाई समाज के लोगों को जिला कांग्रेस ने क्र्रिसमस की बधाई दी है। इस अवसर पर साॅसद श्री कांतिलाल भूरिया ने ईसाई समाज को क्रिसमस की बधाई देते हुवे कहा कि प्रभु यीशु के जन्म दिवस के रुप में मनाया जाने वाला क्र्रिसमस त्यौहार करूणा, दया स्नेह व प्रेम एवं अहिंसा तथा एक दूसरे से जुडने का तथा विश्व में भ्रातृत्व की भावना प्रसारित करने में ईसा मसीह ने अपने जीवन का बलिदान दिया क्र्रिसमस के अवसर पर समस्त विश्व में परस्पर शांति एवं सौहार्द्रता फेले तथा पूरी मानव जाति करूणा एवं शांति के संदेश को अंगीकृत करे । सभी ईसाई समुदाय के लोगों को क्रिसमस की बधाई देते हुए उज्ज्वल एवं जाज्वल्यमय जीवन की कामना की । जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने अपने संदेश में ईसाई समुदाय के लोगों को क्र्रिसमस की बधाईयां देते हुए कहा कि प्रभु यीशु को क्रूर लोगों द्वारा किये गये अत्याचारों को शांतिपूर्वक सहते हुऐ एवं अहिंसा का संदेश दिया वह प्रेम और करूणा की एक मिसाल है। युवा नेता डाॅ. विक्रांत भूरीया ने अपने संदेश में प्रभु ईशु के नव अवतरण दिवस को क्र्रिसमस पर्व के रूप में मनाने पर सभी समाजजनों को बधाई दी है। इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेषचन्द्र जैन, षांतिलाल पडियार्र, विधायक सुश्री कलावती भुरिया वीरसिंह भूरिया वालसिंह मेढा, वरिश्ठ कांग्रेस नेता, प्रकाष रांका, नगीन षाह, हनुमन्तसिह डाबडी, विजय पाडें, चंदु पडियार, अलिमउद्दीन षैयद, गुरू प्रसाद अरोडा, प्रवक्ता हर्ष भटट, आचार्य नामदेव, साबीर फिटवेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष चंद्रवीरसिंह राठौर, नगर पालिका अध्यक्ष मनुबेन डोडियार, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कलावती मेडा,सेवादल संगठक राजेश भटट, किसान काग्रेस अध्यक्ष नंन्दलाल मेड एनएसयूआई जिला अध्यक्ष विनय भाबोर ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष हेमचंद डामोर, यामीन षेख, अग्निनारायण, कैलाष डामोर, गेंदाल डामोर, फतेह सिंह, भूरसिंह, नरेन्द्रसिंह सलुनिया, षहर कांग्रेस अध्यक्ष बंटु अग्निहोत्री,कार्यवाहक अध्यक्ष गौरव सक्सेना, कांग्रेस नेता आशीष भूरिया वीरेन्द्र मोदी, मानसिंह मेडा, जितेन्द्र अग्निहोत्री,सुरेष मुथा, सलिम षेख, शंकरसिंह भूरिया,गोपाल षर्मा, रिंकु रूनवाल, वसीम षैयद,विजेय षाह ,सुरेष समीर,चंन्दनसिंह गहलोद, दिलीप भूरिया, भारू मावी, षम्मी खान, विजेय भाबर, आदी ने सभी को क्रिसमस की बधाई दी है।
ईसा मसिम प्रेम एवं करूणा की साक्षात मूर्ति थे- कांतिलाल भूरिया
युवक कांग्रेस ने क्रिसमस की दी बधाइ्र्रया
झाबुआ । करूणा एवं प्रेम का सन्देश देने वाल तथा गरीबों, असहायों के लिये से वा कार्यो के माध्यम से भगवान का सानिध्य प्राप्त करने के सन्देश देने वालेे ईसाई धर्म के प्रभू ईसा मसिह के 25 दिसम्बर को जन्म दिवस के अवसर पर युवक कांग्रेस ने सभी ईसाई भाईयों एवं बहिनों को क्रिसमस की बधाइ्र्रया देते हुए सभी को पर्व की श्रुभकामनाये दी है । सांसद कांतिलाल भूरिया ने इस अवसर पर अपने सन्देश में ईसाई समाज के सभी लोगों को प्रेम,शांति,करूणा एवं दीन दुखियों के कष्टों को निवारण करने वाले प्रभू येशू के जीवन को ही एक सन्देश बताते हुए कहा कि ईसा मसिह ने जीवनभर दीन दुखियों के लिये आध्यात्म के माध्यम से जो प्रेम की बरसरात की उससे विश्व के सभी पीडित मानवता को एक संबल मिला है। उन्होने सभी समाज जनों को क्रिसमस की बधाई देते हुए नव वर्ष की शुभकामनायें दी । जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया ने भी अपने सन्देश में क्रिसमस पर्व की बधाइ्रया देते हुए ईसा मसिह के जीवन से दया,धर्म, प्रेम, करूणा, सेवा एवं समभाव के सन्देश को अंगीकार करके समग्र विश्व में शांति की स्थापना की प्रार्थना की । इस अवसर पर निर्मल मेहता,आशीष भूरिया, गौरव सक्सेना, बंटू अग्निहौत्री, कैलाश डामोर,नपा अध्यक्ष मन्नुबेन डामोर शंकरसिंह भूरिया, हेमचंद डामोर, साबीर फिटवेल, रसीद कुरेशी, रिंकू रूनवाल ने भी ईसाई समुदाय को क्रिसमस की आत्मीय बधाईया दी है ।
साध्वी श्री प्रमीतगुणा श्री जी म.सा. आदि ठाणा 6 का आज नगर में होगा आगमन
बावन जिनालय मे बहेगी धर्म एवं ज्ञान की गंगा
झाबुआ । श्री संघ के अध्यक्ष संजय मेहता, मुकेश नाकोडा, बाबुलाल कोठारी, डा. प्रदीप संघवी ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर में सतत धर्म एवं ज्ञान की गंगा प्रवाहित हो रही है तथा नगर की पावन भूमि पर समय समय पर जैन संतों, आचार्यजनो , साध्वीजी आदि का आगमन होकर स्थानीय बावन जिनालय में धर्म की दीव्य ज्योति जागृत हो रही है। इसी कडी में आज 26 दिसम्बर बुधवार को परम् पूज्य गच्छाधिपति आचार्य दौलतसागर सुरीश्वरजी म.सा.की आज्ञानुवर्ती साध्वी श्री प्रमीतगुणा श्री जी म.सा. आदि ठाणा 6 गा्रम गेहलर बड़ी से प्रातः 6 बजे विहार कर प्रातः 8 बजे के लगभग श्रीऋषभदेव बावन जिनालय मंदिर झाबुआ पर पधारेगे । पूज्य साध्वीजी आदि ठाणा के मंगल प्रवेश पर उनके आत्मीय अभिनंदन एवं स्वागत के लिये सकल श्री संघ द्वारा पलक पावडे बिछा कर उनकी अगवानी की जावेगी । श्री संघ के निर्मल मेहता, मनोहर भंडारी, प्रकाश जैन,राजेन्द्र भंडारी, संतोष रूनवाल, आदि ने समाजजनो, श्रावक श्राविकाओं से अधिक से अधिक संख्या में पधार कर विहार का लाभ लेने की अपील की है ।
आचार्य श्री नरेन्द्र सूरीष्वरजी एवं मुनि श्री जिनेन्द्र विजयजी मसा से विनती हेतु समिति के सदस्य 27 दिसंबर को होंगे रवाना
आचार्य श्री नरेन्द्र सूरीजी मसा द्वारा जन्मोत्सव के उपलक्ष में चार्तुमास की घोषणा की जाएगी
झाबुआ। जैन धर्म दिवाकर, राजस्थान केसरी, प्रभावक प्रवचनकार आचार्य श्री नरेन्द्र सूरीष्वरजी मसा एवं झाबुआ जिले की माटी के सपूत पूज्य मुनिराज श्री जिनेन्द्र विजयजी मसा का आगामी चातुर्मास झाबुआ शहर में करवाने हेतु आचार्य श्री नरेन्द्र सूरी चातुर्मास विनती समिति के नेतृत्व में 50 से अधिक सदस्य 27 दिसंबर, गुरूवार को अलुसबह 5 बजे स्थानीय राजवाड़ा से बस द्वारा प्रस्थान करेंगे। समिति के सदस्यों द्वारा 28 नवंबर को पाली (राजस्थान) के ग्राम झूठा पहुंचकर यहंा आचार्य एवं मुनिराज से झाबुआ में चार्तुमास हेतु विनती की जाएगी। यह जानकारी देते हुए विनती समिति के जितेन्द्र जैन एवं निलेष जैन (लोढ़ा) ने बताया कि 27 दिसंबर, गुरूवार को समिति के सभी सदस्य श्री ऋषभदेव बावन जिनालय में आदिनाथ भगवान के दर्षन-वंदन के बाद ढोल-धमाकों के साथ राजवाड़ा पहुंचेंगे, जहां से ठीक 5 बजे बस से प्रस्थान किया जाएगा। सभी यात्रियों द्वारा सर्वप्रथम श्री केषरिया तीर्थ पहुचंकर यहां पूजन-वंदन बाद यहां से रणकपुर तीर्थ के लिए रवाना होंगे, जहां से शाम को श्री रणकपुर तीर्थ पर दर्षन बाद यहां से पाली (राजस्थान) के ग्राम झूठा रात्रि में पहुंचेंगे, जहां आचार्य श्री नरेन्द्र सूरीष्वरजी मसा एवं मुनि श्री जिनेन्द्र विजयजी मसा विराजमान है।
झाबुआ चातुर्मास हेतु की जाएगी विनती
ग्राम झूठा में समिति के वरिष्ठ सदस्य यषवंत भंडारी के नेतृत्व में सभी सदस्यों द्वारा आचार्य एवं मुनिराज से झाबुआ पधारकर चातुर्मास करने की भावभरी विनती की जाएगी। वरिष्ठ सदस्य श्री भंडारी ने बताया कि उनकी आचार्य श्रीजी से पूर्व में हुई चर्चानुसार उन्होंने झाबुआ में चातुर्मास करने की इच्छा व्यक्त की है, अब उनसे प्रत्यक्ष चर्चा कर उनके द्वारा अपने जन्मदिवस के उपलक्ष में चातुर्मास का लाभ झाबुआ को प्रदान करने की अनुमति प्रदान करना है। श्री भंडारी के अनुसार आचार्य श्री द्वारा अपने जन्मदिवस पर की जाने वाली चातुर्मास की घोषणा विषेष महत्व रखती है, वे किस स्थान पर चातुर्मास की अनुमति प्रदान करते है, इस पर सभी संघों की नजर रहेगी। आचार्य श्री नरेन्द्र सूरीजी द्वारा पूर्व चर्चा में व्यक्त की गई इच्छा से लगभग यह तय है कि यह अनुपम लाभ झाबुआ विनती समिति को ही प्राप्त होगा। यात्रा के दौरान परिवहन व्यवस्था की जिम्मेदारी संतोष रूनवाल द्वारा ली गई है एवं संपूर्ण यात्रा मार्ग पर नवकारसी-भोजन का लाभ मुकेष संघवी ने लिया है।
नाकोड़ा तीर्थ एवं जीरावाला पाष्र्वनाथ के भी दर्षन किए जाएंगे
सभी यात्रियांे द्वारा लौटते समय श्री नाकोड़ा तीर्थ के दर्षन लाभ लेने के साथ यहां आरती एवं भक्ति का लाभ प्राप्त किया जाएगा। बाद अगले दिन 29 नवंबर, शनिवार को जीरावाला पाष्र्वनाथजी के दर्षन-वंदन एवं पूजन बाद श्री पुष्पकरजी तीर्थ गोगुंदा के भी दर्षन पश्चात् सभी सदस्यों द्वारा पुनः झाबुआ के लिए प्रस्थान किया जाएगा। आचार्य श्री नरेन्द्र सूरी विनती समिति द्वारा यात्रा करने वाले सभी सदस्यों से 27 दिसंबर को अलसुबह ठीक 5 बजे राजवाड़ा पर उपस्थित रहने की अपील की गई है।
राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ ने सद्गुरू गौषाला में गौ-माताओं को करवाया पोष्टीक आहार, आगामी दिनों में जागरूकता के रखे जाएंगे कार्यक्रम
झाबुआ। राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ जिला इकाई ंझाबुआ द्वारा 25 दिसंबर, मंगलवार को दोपहर स्थानीय लक्ष्मीनगर काॅलोनी स्थित सद्गुरू गौषाला में पहुचंकर यहां गौ-माताओं को गो-ग्रास करवाया गया। इस अवसर पर गौ-सेवा संघ के जिला पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं में सद्गुरू गौषाला के सेवकों से गौषाला में आवष्यक व्यवस्थओं को लेकर चर्चा भी की। आरजीएसएस के वरिष्ठ मार्गदर्षक राकेष शाह, जिला अध्यक्ष राजेष चैहान, जिला महासचिव पपीष पानेरी, जिला सचिव गजेन्द्रसिंह चैहान एवं रितेष शर्मा, जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र व्यास, सतीष लाखेरी, कृष्णा जायसवाल, प्रियेष चैहान सहित अन्य सदस्यगणों द्वारा अपने हाथों से पोष्टीक आहार तैयार कर गायों को खिलाया गया एवं पुण्य लाभ अर्जित किया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राजेष चैहान ने बताया कि उक्त आयोजन संघ के प्रदेष अध्यक्ष पवन दुबे के निर्देष पर किया गया। आरजीएसएस हमेषा गौ-सेवा के कार्यों के लिए तत्पर है, आगामी दिनों में भी गौ-सेवा संबंधी कई कार्यक्रम किए जाएंगे। माह जनवरी 2019 में मकर सक्रांति पर्व पर भी उक्त गौषाला में उत्साह के साथ मनाया जाएगा। श्री चैहान ने आगे बताया कि आगामी दिनों में शारदा विद्या मंदिर में वि़द्यार्थियों के बीच गौ-माता की पूजन का कार्यक्रम एवं गौ-संवधन को बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित एवं जागरूकता लाने संबंधी कार्य भी किए जाएंगे।
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