राजनगर/मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) प्रथम मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल के दुसरे दिन छात्रों और युवाओं की धूम रही, जागरूकता दिखा और हर कार्यक्रम के साथ स्टाल और चर्चा में युवा और छात्रों को बढचढ कर जानकारी लेते देखा गया. झलकियाँ ----
तस्वीर : विजय घनश्याम
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फेस्टिवल ने मिथिलानी के लिये दालान बनाया --- महिला शसक्तीकरण की दिशा में एक मजबूत पहल !!
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मिथिला के परंपरा की पवित्रता अरिपन में है और कलाकारी के लिये घर ही स्कूल, अरिपन के माध्यम से मिथिलानिओं ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्शाई ! |
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मैथिली मचान की अद्भुत सुन्दरता हर किसी को आकर्षित कर रहा है, पारंपरिक तरीके से बनाये गए इस मचान को मधुबनी चित्रकला इसे बेहद खूबसूरत बना रही है, आज महिलाओं ने मचान की सार्थकता यहाँ पारंपरिक गीत गाकर किया |
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कला अभिनय के कार्यशाला कार्यक्रम में अभिनय के गुड़ सिखाते अनिल मिश्र जी |
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संगोष्ठी पलायन पर, चर्चारत विद्वान् |
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रेडिओ मधुबनी --- स्वरोजगार के लिये राज झा की दमदार उपस्थिति |
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संजीदगी श्रोताओं की, ज्ञान के चर्चा/संगोष्ठी में डूबे सुधिजन |
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ठण्ड के सुहानी धुप में नीले आसमान के नीचे राज परिसर की खंडहर होती समृधता के बीच विद्वानों चर्चा साहित्य भाषा संस्कृति और विचार |
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