इस्लामाबाद 03 दिसंबर, जमीयत उलेमा -ए- इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) पार्टी के प्रमुख मौलाना फजल-उर-रहमान ने प्रधानमंत्री इमरान खान पर संसद को विश्वास में लिये बिना भारत के साथ करतारपुर कॉरिडोर खोलने का आरोप लगाया। समाचार पत्र ‘डाॅन’ की रिपोर्ट के अनुसार श्री रहमान ने रविवार को डेरा इस्माइल खान शहर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत ,पाकिस्तान के साथ सभी मार्गों को बंद कर रहा है जबकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) की सरकार एकतरफा कदम उठाते हुए भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान आने का रास्ता प्रशस्त कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया की श्री खान ने करतारपुर कॉरिडोर अपने ‘विदेशी मालिकों’ खासकर, अल्पसंख्यक समुदाय को खुश करने के लिए खोला है। पाकिस्तान को इस एकतरफा कदम की कीमत चुकानी होगी। सरकार को अपनी पूर्वात्तर सीमा पर नया काॅरिडोर खोलने से पहले संसद को विश्वास में लेना चाहिए।
उन्होंने सवाल किया,“ क्या भारत के लिए कॉरिडोर खोलना और कश्मीर मुद्दों को पीछे रखना देश भक्ति है?” उन्होंने कहा कि अपनी अांतरिक और विदेशी नीतियों के त्रुटिपूर्ण होने के कारण पाकिस्तान अलग-थलग पड़ गया है। श्री रहमान ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक काॅरिडोर समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले संसद को विश्वास में लिया था। भारतीय प्रधानमंत्री को न्यौता देने पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री को गद्दार कहा गया था जबकि वर्तमान प्रधानमंत्री भारत के लिए कॉरिडोर खोल रहे हैं। उन्होंने पीटीआई सरकार के 100 दिन पूरा होने पर कहा कि प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था चौपट होने के बाद अब लोगों को धोखा देने के लिए ‘चिकेन-एग्स ’योजना लेकर आये हैं। उन्होेंने कहा कि रूपयों के मूल्यों में रिकॉर्ड गिरवाट से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है।
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