सियोल, 17 दिसंबर, उत्तर कोरिया ने उसके खिलाफ हाल ही में लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर अमेरिका की आलोचना करते हुए चेतावनी दी है कि यह नीति कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण का रास्ता हमेशा के लिए बंद कर सकती है। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया की ओर से रविवार को चेतावनी आने से कुछ ही दिन पहले अमेरिका ने कहा था कि मानवाधिकार उल्लंघन के मामले में वह उत्तर कोरिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंध लगा रहा है। जिन अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा है, उनमें उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन का दाहिना हाथ माने जाने वाले चोए रयोंग हाये भी शामिल हैं। सरकारी संवाद समिति केसीएनए में जारी बयान के अनुसार, उत्तर कोरिया ने प्योंगयांग के साथ रिश्तों को बेहतर बनाने की कोशिश करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ की, लेकिन साथ ही कहा कि अमेरिका का विदेश मंत्रालय ‘‘डीपीआरके-अमेरिका के संबंधों को वहीं ले जाना चाहता है जहां ये पिछले वर्ष थे।’’ बयान में कहा गया कि यदि वाशिंगटन को लगता है कि प्रतिबंध और दबाव बढ़ाने से उत्तर कोरिया परमाणु अस्त्र त्यागने को विवश हो जाएगा तो यह बहुत बड़ी गलती है क्योंकि इस तरह की नीति अपनाने से कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण का रास्ता हमेशा के लिए बंद हो जाएगा।
सोमवार, 17 दिसंबर 2018
परमाणु निरस्त्रीकरण का रास्ता हमेशा के लिए बंद हो सकता है : उत्तर कोरिया
Tags
# विदेश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
विदेश
Labels:
विदेश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें