नयी दिल्ली 18 दिसंबर, राफेल तथा अन्य मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के भारी हँगामे के कारण लोकसभा में आज लगातार पाँचवें दिन प्रश्नकाल नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। सदन के समवेत होते ही कांग्रेस, तेलुगुदेशम् और अन्नाद्रमुक के सदस्य हाथों में अपनी माँगों की तख्तियाँ लिये अध्यक्ष के आसन के समीप आ गये और जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस राफेल विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति से जाँच की माँग कर रही थी। उनकी तख्तियों पर “मोदी का भ्रष्टाचार सामने आ गया” के नारे लिखे थे। सतारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्य भी हाथों में तख्तियाँ लिये अपनी जगह पर खड़े हो गये। वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी से राफेल मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद माफी की माँग कर रहे थे। साथ ही वे 1984 के सिख दंगों को लेकर भी कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। कुछ सदस्य अपनी जगह से उठकर रास्ते में भी आ गये, लेकिन वे सदन के बीचों-बीच नहीं आये। तेलुगुदेशम् के सदस्य आँध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा तथा आँध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत किये गये वादों को पूरा करने की माँग कर रहे थे। अन्नाद्रमुक के सदस्य कावेरी नदी पर नये बाँधों के निर्माण के विरोध में नारे लगा रहे थे।शोर-शराबे के बीच ही अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की और पहले प्रश्न के उत्तर के लिए कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का नाम पुकारा। इस दौरान एक-दो पूरक प्रश्न भी पूछे गये और मंत्री ने हँगामे के बीच ही उनका उत्तर भी दिया। स्थिति उस समय बेहद विचित्र हो गयी जब मंत्री के माइक से ही सत्ता पक्ष के सदस्य श्री गाँधी और गाँधी परिवार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जवाब में कांग्रेस के सदस्य भी सत्ता पक्ष की सीटों की ओर जाकर मंत्री के माइक से ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे। श्रीमती महाजन ने अंतत: 11.12 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
मंगलवार, 18 दिसंबर 2018
राफेल पर हँगामे के कारण लोकसभा में नहीं हो सका प्रश्नकाल
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