नयी दिल्ली, 18 दिसंबर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण आपसी सहमति से होना चाहिए और यह कोई सांप्रदायिक या धार्मिक मुद्दा नहीं है। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि यह विषय भारत की समृद्ध संस्कृति, धरोहर और इतिहास से जुड़ा है। गडकरी ने ‘आज तक’ चैनल के एक कान्क्लेव में कहा, ‘‘अयोध्या का मुद्दा सांप्रदायिक नहीं है और धार्मिक भी नहीं है। भगवान राम हमारे इतिहास, संस्कृति और धरोहर के प्रतीक हैं। यह साबित हो गया है कि वहां मंदिर था। अगर हिंदुस्तान में जन्म भूमि पर राम मंदिर नहीं बनाया जा सकता तो कहां बनेगा? करोड़ों लोगों की भावनाएं और कामना है कि वहां राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा के एजेंडे में भी यह भावना थी और आगे भी रहेगी। गडकरी ने कहा, ‘‘इसके तीन रास्ते हैं। मामला अदालत में है। आपसी सहमति से यह हो सकता है या संसद में दो तिहाई बहुमत के माध्यम से किसी फैसले से हो सकता है। लेकिन मेरा मानना है कि यह आपसी सहमति से होना चाहिए। हमारी भावना ‘सर्वधर्म समभाव’ की है।’’ उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग इस मुद्दे के समाधान के पक्ष में हैं।
मंगलवार, 18 दिसंबर 2018
आपसी सहमति से होना चाहिए राम मंदिर का निर्माण : गडकरी
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