नयी दिल्ली 31 दिसंबर, राज्यसभा में विपक्ष के हँगामे के कारण आज तीन तलाक संबंधी विधेयक पेश नहीं किया जा सका और दो बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी जबकि लोकसभा में विपक्ष के हँगामे के बीच वित्त वर्ष 2018-19 के लिए दूसरी पूरक अनुदान माँगों तथा उनसे जुड़े विधेयक और भारतीय चिकित्सा परिषद् (संशोधन) विधेयक, 2018 पारित कराया गया। नववर्ष के अवसर पर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में अवकाश घोषित किया गया है। गत तीन सप्ताह हँगामे की भेंट चढ़ जाने के बीच राज्य सभा में कोई बड़ा विधेयक पारित नहीं हो सका है और आज लगातार 11वें दिन कामकाज बाधित रहा। लोकसभा में तीन तलाक विधेयक पारित होने के बाद सरकार राज्य सभा में उसे आज पेश करना चाहती थी। लेकिन, विधेयक को प्रवर समिति के पास भेजने की माँग को लेकर विपक्ष के हँगामे के कारण इसे पेश नहीं किया जा सका। सत्ता पक्ष और विपक्ष ने विधेयक के मद्देनजर सोमवार के लिए ह्विप जारी कर रखा था। विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विधेयक पेश करने की कोशिश की, लेकिन हँगामे के कारण पहले दो बार के स्थगन के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में भी कांग्रेस, अन्नाद्रमुक और तेलुगुदेशम् पार्टी (तेदेपा) अपनी-अपनी माँगों को लेकर लगातार 11वें दिन हँगामा करते रहे, लेकिन अध्यक्ष ने हँगामे के बीच ही दिन भर सदन की कार्यवाही चलायी। कांग्रेस राफेल विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति से जाँच की माँग को लेकर आक्रमक रुख अपनाये हुये है। अन्नाद्रमुक की माँग कावेरी पर बाँध निर्माण रोकने की है जबकि तेदेपा आँध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा, वहाँ रेलवे जोन बनाने और इस्पात संयंत्र लगाने की माँग कर रही है। हँगामे के बीच ही सोमवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी पूरक अनुदान माँगों और उनसे जुड़े विनियोग विधेयक पारित किये गये। इसके बाद भारतीय चिकित्सा परिषद के संचालन के लिए संचालन मंडल के गठन संबंधी विधेयक को मंजूरी दी गयी।
सोमवार, 31 दिसंबर 2018
संसद में हँगामा जारी तीन तलाक विधेयक नहीं हुआ पेश
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