भाजपा ने विधायकों को दिया 100 कराेड़ रुपए और मंत्री पद का लालच : दिग्विजय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 8 जनवरी 2019

भाजपा ने विधायकों को दिया 100 कराेड़ रुपए और मंत्री पद का लालच : दिग्विजय

bjp-gave-mlas-100-crores-rupees-and-greed-of-minister-post-digvijay
भोपाल, 08 जनवरी, मध्यप्रदेश विधानसभा में आज विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन पर मचे हंगामे और भारतीय जनता पार्टी के बहिष्कार के बीच कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक विधायक के नाम का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने विधायक को 100 करोड़ रुपए और मंत्री पद देने का लालच देते हुए सरकार गिराने का प्रलोभन दिया। श्री सिंह ने आज यहां विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान ये आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा को विपक्ष में बैठना पच नहीं रहा। उन्होंने कहा कि वे कई ऐसे विधायकों को सामने ला सकते हैं, जिन्हें भाजपा ने करोड़ों रुपए के ऑफर दिए। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस बिकाऊ पार्टी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के भी उन विधायकों का भी आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया। उन्होंने कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाह का नाम लेते हुए कहा कि श्री कुशवाह को करीब 10 किलोमीटर दूर एक ढाबे में ले जाया गया। वहां पूर्व मंत्रियों नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग ने उन्हें 100 करोड़ रुपए और मंत्री पद देने का लालच देते हुए कांग्रेस सरकार गिराने का प्रस्ताव दिया।  इसके पहले आज दिन भर चले हंगामेदार घटनाक्रम के तहत विधानसभा में अध्यक्ष पद के निर्वाचन को लेकर हुए जबर्दस्त हंगामे के बीच मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने कार्यवाही का बहिष्कार किया। वहीं हंगामे के बीच कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद एक विधायक के मत विभाजन की मांग के बाद हुए मतदान में अध्यक्ष पद के कांग्रेस उम्मीदवार एन पी प्रजापति को निर्वाचित घोषित कर दिया गया।

कोई टिप्पणी नहीं: