- सौ से अधिक निर्यातकों ने कराई थी हवाई जहाज किराएं एवं होटल की बुकिंग
- संचालक ओवैद अहमद अंसारी के खिलाफ रपट दर्ज कर पुलिस उसकी तलास में जुटी
भदोही (सुरेश गांधी)। जर्मनी के हैनोवर में आयोजित डोमोटेक्स कारपेट फेयर में स्टाॅल लगाने जाने से पहले सौ से अधिक कालीन निर्यातक ठगी के शिकार हो गए। इससे कालीन निर्यातकों में हड़कंप मच गया है। आरोप है कि फेयर में जाने के लिए कालीन निर्यातकों ने हालीडे केयर कंपनी के कर्ताधर्ता ओवैद अहमद अंसारी पुत्र स्वर्गीय इलियास अंसारी, पूर्व चेयरमैन नईबाजार से हवाई जहाज की टिकट एवं होटल की बुकिंग के लिए एडवांस रुपये दी थी। इसके एवज में एजेंट ने टिकट तो दी लेकिन वह फर्जी निकला। खास बात यह है कि कई निर्यातकों को तो उसने फर्जी टिकट भी नहीं दिया है। ठगी के शिकार कालीन निर्यातक कोतवाली भदोही में उक्त एजेंट के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस रपट दर्ज कर फरार एजेंट की तलाश में जुट गयी है। पुलिस को दी गयी हस्ताक्षरित तहरीर में निर्यातक जीतेन्द्र गुप्ता, अरशद जमाल अंसारी, इफ्तेखार जावेद अंसारी, आशिश जायसवाल, मुमताज हुसैन, श्रेय खन्ना, श्यामधर यादव, श्यामनारायण यादव, दीपक यादव, अभिशेक केशरी, रामचंद्र गुप्ता, प्रशांत बरनवाल, इफ्तखार अहमद, विनय गुप्ता, आशिश खन्ना, पंकज गुप्ता, वेदप्रकाश गुप्ता, अबूंज प्रेमी, अहसान अंसारी आदि का आरोप है कि उक्त एजेंट ने हवाई जहाज टिकट एवं होटल की बुकिंग के नाम पर नगदी रुपये तो ले ली लेकिन बदले में फर्जी टिकट दी है। निर्यातकों ने उपभोक्ताओं से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि इस कंपनी व उसके एजेंटों ने भदोही के सैकड़ों लोगों के साथ ठगी की है। खास बात यह है कि इस कंपनी संचालक ने स्टेशन रोड पर बाकायदा न सिर्फ आफिस बना रखा था, बल्कि गुगल पर भ्ज्ञी रजिस्ट्रेसन कराया था। पिछले सात साल से काम कर रहा था। उक्त आरोपी ने किसी निर्यातक से पचास हजार तो किसी से तीस लाख तक बुकिंग के नाम पर रुपये लिए थे। पिछले एक सप्ताह से वह आफिस में ताला बंद कर फरार है।
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