विशेष रिपोर्ट : पूर्णियाँ में नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 7 जनवरी 2019

विशेष रिपोर्ट : पूर्णियाँ में नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला

नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला के संयोजक और नाट्य संस्था "भनक" के संस्थापक उमेश 
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अरुण कुमार (बेगूसराय), आदित्य से प्राप्त जानकारी के आलोक में कला केन्द्र भनक द्वारा आयोजित नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला रंग दर्पण में आज नाटक के मंचन हेतु पूर्वाभ्यास पर काम किया गया। आगामी दिनों में होने वाले दो दिवसीय नाट्योत्सव में प्रख्यात कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की कहानियों, ठेस, आदिम रात्रि की महक, संवदिया और रेणु के रंग की प्रस्तुतियां होंगी जिसके लिए कार्यशाला में पूर्वाभ्यास भी किया जाता है। आज रंगकर्मी श्री प्रदीप गुप्ता ने कलाकारों को अभिनय के टिप्स दिए और कहा कि कलाकारों को अपनी रचना प्रक्रिया में पारदर्शिता  लानी होगी । पात्र के आंतरिक भाव भंगिमा पर काम करना चाहिए। चरित्र किस पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखता है,उसे समझना होगा। चरित्र के जेस्चर पोस्चर पर सोचना होगा। चरित्र के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होगी, तदनुसार अपने अभिनय को संवारना होगा।श्री प्रदीप गुप्ता ने पूर्वाभ्यास के दौरान कलाकारों को भूमिका की तैयारी पर टिप्स दिए। रंगकर्मी श्री किशोर सिन्हा ने कलाकारों को बताया कि मंचन में अभिनय बनावटी न होकर स्वाभाविक लगना चाहिए। बनावटी अभिनय से दर्शकों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।दर्शक तुरंत आपके अभिनय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करता है।ऐसा न लगे कि आप कुछ कर रहे हैं, बल्कि लगे कि हो रहा है। मौजूद कलाकारों रामभजन, शशिकांत प्रसाद, रंजना शर्मा, आरज़ू प्रवीण, खुशी प्रवीण, सुमित कुमार, तुषार आनंद, मनोरंजन झा,बादल कुमार झा, मनोरंजन कुमार, राहुल कुमार, पंकज कुमार, संजय कुमार, अमित वर्मा   इत्यादि ने कार्यशाला में तैयार नाटकों पर काम करने की जरूरत को महसूस किया।

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