फ़िल्म का पहला पोस्टर जारी, अगले माह हो सकती है रिलीज..........
कोई भी फिल्म भाषा को जहां मजबूती देती है वही समाज के ताने-बाने को प्रस्तुत करने के साथ समाज को आईना दिखाने का भी काम करती है और जब सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दे पर फ़िल्म बनती है तो उसे दर्शक भी पसंद करते हैं । मैथिली में बनी फिल्म "लव यू दुल्हिन" में कुशहा की बाढ़ त्रासदी से उत्पन्न हुए भयावह रूप को दिखाने का काम किया है । फ़िल्म में निदेशक ने कई ऐसे मोर दिए हैं जो बिचलित भी करते हैं और कई जगह समाज में आई गिरावट, बढ़ते लोभ और पाप की ओर झकझोड़ने का काम किया है । फ़िल्म में युवा पीढ़ी के लिए रोमांस भी है, महिलाओं के लिए शादी के अवसर पर परंपरागत गीत के साथ ग्रामीण परिवेश है, बच्चों के लिए नसीहत भी है । बिजुड़ग के लिए बुढ़ापे में सदमा को झेलने की ताकत भी है । फ़िल्म अपनी भाषा के प्रति लोगों को सजग कर रही है । तभी तो मैथिली फ़िल्म होने के बावजूद इसमें अंगिका, बज्जिका और कोशी क्षेत्र के लोगों को भी अपनी भाषा मे होने का एहसास कराता है । फ़िल्म को कुछ माह पहले भुवनेश्वर में पोस्ट प्रोडक्शन के दौरान प्रीव्यू देखने का अवसर मिला था । अब यह फ़िल्म बनकर तैयार है और पहला पोस्टर भी प्रोडक्शन हाउस राम जानकी फिल्म्स ने जारी कर दिया है । आठवी अनुसूची में शामिल भाषा मैथिली में यह फ़िल्म बनी है । फ़िल्म के डायरेक्टर मनोज श्रीपति ने अपने हुनर का पूरा उपयोग इस फ़िल्म के किरदारों से लिया है । फ़िल्म में सुर संग्राम विजेता आलोक कुमार और मैथली के चर्चित युवा गायक विकास झा ने मुख्य भूमिका निभाई है । विकास की दुल्हिन की भूमिका में प्रतिभा पांडेय के अभिनय का जादू इस फ़िल्म में आपको दिखेगा । फ़िल्म में बाढ़ आने के बाद घर परिवार के बिखरने के साथ मौका परस्त लोग कैसे अपनी गोटी लाल करते हैं इसका भयावह दृश्य दिखता है जो पीड़ितों की सच्चाई बया करती है । बिहार में शराब बंदी पर इस फ़िल्म में चुटकी भी ली गई है । फ़िल्म के संवाद में मुख्य खलनायक की भूमिका निभा रहे फ़िल्म अभिनेता अमिय कश्यप एक जगह जब यह कहते हैं कि "पहले दुकान में शराब मिलता था अब दारोगा बेचता है।" यह संवाद दर्शकों को ठहाके लगाने से रोक नहीं पायेगा । अमिय कश्यप की पत्नी यानी दुल्हिन की भूमिका में पूजा पाठक ने गजब किरदार निभाई है । फ़िल्म में पति की पिटाई, पूजा पाठक की बनावटी आँशु, गोतनी के साथ जलनशीलता का गजब अभिनय है । तो पति-पत्नी के बीच प्यार के भी संवाद गजब के हैं । फ़िल्म में रिचार्ज भौजी की भी गजब भूमिका है जहां चाय की दुकान पर मास्टर साहब के साथ हास्य-व्यंग्य आपको हंसी से लोट-पोट कर देगा । फ़िल्म में खुले में शौचालय से रोकने वाले गुरुजी की भी गजब प्रस्तुति है । फ़िल्म में केंद्रीय मंत्री की भूमिका में भूमिपाल राय ने अभिनय किया है जो व्यक्तिगत जिंदगी में बिहार से पूर्व विधान पार्षद और वर्तमान में बेगूसराय जदयू जिला अध्यक्ष हैं । निदेशक ने बड़ी चतुराई से इनकी भूमिका को लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के इर्द गिर्द घुमाया है । केंद्रीय मंत्री की भूमिका में "जो है सो की" रामविलास पासवान की तकिया कलाम आपको कई जगह सुनने को मिलेगा । मंत्री का प्रभाव और मीडिया कवरेज के लिए नेता की छटपटाहट को फ़िल्म में बारीकी से दिखाया गया है । फ़िल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे सुर संग्राम विजेता आलोक कुमार का कॉलेज में पढाई के क्रम में छात्रा के साथ प्यार को बड़े ही संजीदगी से निदेशक ने रखा है जो सस्पेंस पैदा करता है और आखरी तक दर्शक को बांधे रखता है । मैथली गायक से अभिनय में कदम रखे विकास झा पहली पत्नी से बच्चा नहीं होने की बात डाक्टर के कहने पर पत्नी से अथाह मोहबत के बावजूद पत्नी के दवाब में दूसरी शादी के बाद उत्पन्न घरेलू स्थिति को निदेशक ने गजब तरीके से बांधा है । फ़िल्म में अब तक घोड़ा, कुत्ता, सांप का अभिनय आपको देखने को मिला होगा लेकिन लव यू दुल्हिन में आपको शायद पहलीबार गाय का गजब का अभिनय देखने को मिलेगा । फ़िल्म में बाढ़ आने के बाद भयावह स्थिति का लाइव रिपोटिंग भी दिखेगा । फ़िल्म में अंग प्रदर्शन का प्रभाव कम है शायद निर्माता का दवाब रहा हो निदेशक पर । ताकि सभी तबके और सभी उम्र के लोग परिवार के साथ इस फ़िल्म को देख सकें । और हां फ़िल्म के सभी गीत जनमानस पर छाप छोड़ने वाली है । गीत का सिकुएन्स निदेशक ने बड़े ही परिपक्वता के साथ मिलाया है । फ़िल्म के एक गीत में मस्त लोकेशन और ड्रोन कैमरे के प्रयोग के कारण विदेश में शूटिंग के एहसास कराएगा । फ़िल्म की अधिकतर शूटिंग बिहार के बेगूसराय जिले में हुई है । सिमरिया गंगा धाम पर हुई गीत की शूटिंग आकर्षित करेगी । फ़िल्म में ब्रेक के बाद थोड़ा वक्त ठहराव सा लगता है फिर फ़िल्म अपने सवाब पर होता है । फ़िल्म में ब्रेक के बाद सस्पेंस गजब का पैदा किया गया है । कुल मिलाकर मिथिला भाषा की यह उम्दा फ़िल्म है, जिसका सेंसर मिलते ही पहला पोस्टर जारी हुआ है । अगले माह फ़िल्म रिलीज होने की उम्मीद है । फ़िल्म तो अच्छी बनी ही है । खासकर मिथिला भाषा से प्रेम रखने वाले लोगों को तो अधिक से अधिक संख्या में फ़िल्म देखने हाल तक जाना होगा तभी फ़िल्म के आनंद के साथ मिथिला भाषाई फ़िल्म बनाने के प्रति भी प्रोड्यूशर कदम बढ़ा पाएंगे । फ़िल्म जब अधिक चलेगी तभी दूसरा प्रोड्यूशर भी फ़िल्म मिथिला भाषा मे भी अधिक से अधिक बनाएंगे । तभी भाषा का भी विस्तार होगा । फ़िल्म में मार-धार और एक्शन का भरपूर आनंद भी दिखाया गया । फ़िल्म राम जानकी फिल्म्स के बैनर तले बनी है । फ़िल्म के निर्माता विष्णु पाठक और रजनीकांत पाठक हैं । निदेशक मनोज श्रीपति हैं । फ़िल्म का गीत पहले ही यूट्यूब पर लांच किए गए हैं । फ़िल्म में महिला रिपोर्टर की भूमिका स्वेता ने निभाई है, जबकि एंकर की भूमिका में प्रभाकर कुमार राय हैं । फ़िल्म में खोया पाया केंद्र पर माइकिंग करते कांग्रेस नेता कमलेश कंचन दिखेंगे । फ़िल्म में इनुश्री, विजय मिश्र, मुकुल लाल, रजनीकांत पाठक, विष्णु पाठक, अरविंद पासवान, अरुण सांडिल्य, राकेश कुमार महंथ, संतोष कुमार, रंजीत गुप्त समेत दर्जनों नवोदित कलाकारों ने सह कलाकार की भूमिका निभाई है । विजय मिश्र का अभिनय भी प्रभावित करने वाला है । छात्र की भूमिका में मनीष, रवि कुमार, अभिषेक, अविनाश कुमार आदि हैं ।
समीक्षक- प्रभाकर कुमार राय
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें