जालंधर 06 जनवरी, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कहा कि अनुसंधान पर सरकारी निवेश बढ़ाने की जरूरत है और मौजूदा सरकार उसी दिशा में प्रयास कर रही है। श्री जावड़ेकर ने यहां लवली प्रोफेशनल यूनीवर्सिटी में तीन जनवरी से चल रहे 106वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस के चौथे दिन महिला विज्ञान कांग्रेस के समापन सत्र को संबोधित करते हुये यह बात कही। उन्होंने कहा कि आज स्मार्टफोन हो या रिमोट या कोई और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट— सब भारत से बाहर बनते हैं। विदेशों में उनके निर्माण में बड़ी संख्या में भारतीय काम करते हैं, लेकिन वे विदेशों में ही बनते हैं। फेसबुक हो ट्विटर हो या अन्य कोई मीडिया प्लेटफॉर्म उन्हें बनाने वाले भारतीय हैं, लेकिन उनकी मिलकियत भारतीयों के पास नहीं है। उन्होंने कहा,“हमें नवाचार का मालिक भी बनना होगा तभी देश प्रगति कर सकता है। हम नवाचार करेंगे भी और नवाचार के मालिक भी बनेंगे।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिना अनुसंधान के नवाचार नहीं हो सकता। अनुसंधान में सरकारी खर्च ज्यादा, और ज्यादा बढ़ना चाहिये। हमारी सरकार इसी दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अब तक देश में अनुसंधान नहीं होने का कारण यह था कि शिक्षण संस्थान, उद्योग और प्रयोगशालाएं एवं अनुसंधान संस्थान अलग—अलग काम कर रहे थे। दुनिया भर में यह देखा गया है कि अच्छा अनुसंधान तभी संभव है जब तीनों मिलकर काम करें। हम तीनों को साथ लेकर आये हैं।
रविवार, 6 जनवरी 2019
अनुसंधान पर सरकारी निवेश बढ़ाने की जरूरत : जावड़ेकर
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें