पटना,07 जनवरी। आज बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले सिविल सर्जन कार्यालयमें प्रभावशाली धरना। स्वास्थ्यकर्मी गए थे सिविल सर्जन से वेतन एवं डी.ए. देने की मांग करने। दुर्भाग्य यह रहा कि सिविल सर्जन मैदान ही छोड़ गए। कार्यालय में कदम ही नहीं रखे। अफसोस सिंहासन खाली करवाने की मांग को लेकर कार्यालय गए तो खुद ही सिंहासन छोड़ गए। अंत में गुहार लगाने वाले ने महिला आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखा कि जिंदा रहने के लिए वेतन एवं डी.ए.दिलवाएं। बख्तियारपुर, पालीगंज, मसौढ़ी, धनरूआ, फुलवारी, खगौल आदि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सैकड़ों ए.एन.एम.भाग ली।
आखिरकार इनका गुनाह क्या है!
जो वेतन और डी.ए.से वंचित कर दी गयी हैं! दिसम्बर 2017, जनवरी 2018, फरवरी 2018, जून से दिसम्बर 2018 यानी 10 माह से वेतन और डी.ए.नहीं मिल रहा है। इस संदर्भ में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के समक्ष गुहार लगाया गया है। बावजूद इसके पटना जिले के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से जुड़े ए.एन.एम.को वेतन व डी. ए.नहीं मिल रहा है। अकाउंट नम्बर-2211 में राशि टपकाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आश्वासन के सिवा कुछ नहीं कर दे पा रहे हैं। वहीं पटना जिले के असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर प्रमोद झा ने पचास करोड़ रूपए की मांग कर रखी है। फिलवक्त सिविल सर्जन की मांग को हाशिए पर रखा गया है।
गर्दनीबाग पटना में है सिविल सर्जन डाक्टर प्रमोद झा कार्यालयः
पटना जिले में कार्यरत ए.एन.एम. को वेतन और डी.ए. नहीं मिल रहा है। इसको लेकर कार्यालय में आकर कई दफे धरना और प्रदर्शन किया गया। सिविल सर्जन डाक्टर प्रमोद झा आश्वासन देते हैं कि बहुत जल्द ही वेतन और डी.ए. मिल जाएगा। इस आश्वासन में आस लगाने वाले स्वास्थ्यकमियों को देखते-देखते 10 माह गुजर गया। दिसम्बर 2017, जनवरी 2018, फरवरी 2018, जून से दिसम्बर 2018 यानी 10 माह से वेतन और डी.ए.नहीं मिल रहा है। 2018 के दहलीज पार कर गए हैं और नूतन वर्ष 2019 में प्रवेष कर गए हैं। वेतन और डी.ए. मिलने का कोई आसार नहीं है। पटना जिले के ए.एन.एम.भी बेमियादी हड़ताल पर जाने का मन बना लिए हैं। आज 07 जनवरी को सिविल सर्जन डाक्टर प्रमोद झा के समक्ष धरना दिया गया। 08 जनवरी को पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि के समक्ष प्रदर्शन और 09 जनवरी को बिहार बंद में शामिल। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव का आश्वासन मिला है कि 10 जनवरी को राशि आवंटित कर दी जाएगी। 5 दिनों के इंतजारी करने के बाद 15 जनवरी से बेमियादी हड़ताल शुरू। बताते चले कि 01 दिसम्बर 2018 से आशा कार्यकर्ता और 05 दिसम्बर से आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका हड़ताल पर हैं। आज 07 जनवरी से रसोइया भी बेमियादी शुरू कर दी है।
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