नयी दिल्ली, 07 जनवरी, मंगलवार को समाप्त हो रहे शीतकालीन सत्र के पूर्व संसद के दोनों सदनों में हमेशा की तरह सोमवार को भी हँगामा जारी रहा और लोकसभा में सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए चार सदस्यों को निलंबित किया गया जबकि राज्यसभा में कोई कामकाज नहीं हो सका। लोकसभा में पिछले सप्ताह भी दो और तीन जनवरी को अन्नाद्रमुक और तेदेपा के कुल 46 सदस्यों को सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया था। इस प्रकार इन चार सदस्यों को मिलाकर लोकसभा से सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित सदस्यों की संख्या 50 हो गयी है। राज्यसभा में भी पिछले सप्ताह 12 सदस्यों को निलंबित किया गया था। सोमवार को शोर-शराबे के बीच ही कुष्ठ रोग को विवाह विच्छेद के आधार के रूप में अस्वीकार्य बनाने वाला विधेयक ध्वनिमत से लोकसभ में पारित हो गय। राज्यसभा में आज भी तीन तलाक संबंधी विधेयक नहीं पेश किया जा सका, लेकिन दो अन्य विधेयक पेश किये। हँगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद और राज्यसभा की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अभिनेता से नेता बने तेलुगुदेशम् पार्टी (तेदेपा) के एन. शिवप्रसाद सदन के बीचों-बीच आ गये। उन्होंने हाथ में चाबुक ले रखा था और पूर्व अभिनेता और राजनेता एम.जी. रामचंद्रन (एमजीआर) की वेशभूषा बना रखी थी। इसके बाद उन्होंने लोकसभा महासचिव की मेज पर एक टेपरिकॉर्डर रखकर एमजीआर का गाना बजाना शुरू किया। उन्होंने अध्यक्ष के आसान के समीप ही डांस करना और अपने-आप को चाबुक से मारना शुरू कर दिया। अध्यक्ष ने दो मिनट के भीतर ही सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे कार्यवाही दुबारा शुरू होने के बाद भी श्री शिवकुमार इस बार भी खड़ताल बजाते हुये अध्यक्ष के आसन के समीप आ गये। एक तरफ सदन की कार्यवाही चल रही थी और दूसरी तरफ वह खड़ताल बजाते हुये तेलुगु में डायलग बोलते जा रहे थे। अन्नाद्रमुक के तीन सदस्य भी अध्यक्ष के आसन के समीप आकर कावेरी नदी पर मेकेदातू बाँध बनाने का विरोध करने लगे। सदन के पटल पर आवश्यक दस्तावेज रखवाने के बाद रक्षा मंत्री ने एक बयान पढ़ा और उसके बाद अध्यक्ष ने अन्नाद्रमुक के नेता पी. वेणुगोपाल तथा दो अन्य सदस्यों तथा श्री शिवकुमार को सदन की कार्यवाही से दो दिन के लिए निलंबित कर दिया। सपा के सदस्य उत्तर प्रदेश में पार्टी के नेताओं के खिलाफ सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुये हँगामा कर रहे थे। वहीं, कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे को अध्यक्ष ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स की खराब होती वित्तीय स्थिति का मुद्दा शून्यकाल में उठाने दिया, लेकिन उन्हें अपनी पूरी बात रखने देने से यह कहकर मना कर दिया कि शून्यकाल में ‘लंबा भाषण’ नहीं होता। इस पर कांग्रेस के सदस्य पूरे शून्यकाल में हँगामा करते रहे। इसके बाद कांग्रेस के सदस्य भी सदन के बीचों-बीच आकर नारेबाजी करने लगे।
सोमवार, 7 जनवरी 2019
संसद में जारी रहा हँगामा, चार लोकसभा सदस्य निलंबित
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