05 लड़कियाँ मुजफ्फपुर शेल्टर होम मुजफ्फरपुर काण्ड की पीड़िता थीं
अरुण कुमार (आर्यावर्त) मुजफ्फरपुर शेल्टर होम प्रकरण के बाद शनिवार को एक बार फिर बालिका सुधार गृह से 07 लड़कियों के फरार होने का मामला सामने आया है। इस बार मोकामा के नाजरथ अस्पताल द्वारा संचालित बालिका सुधार गृह से 07 लड़कियाँ फरार हो गई हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि फरार लड़कियों में 05 लड़कियाँ मुजफ्फरपुर कांड की पीड़िताएं हैं। 07 लड़कियों के साथ फरार होने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। फरार लड़कियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। प्राइमरी इन्वेस्टीगेशन में नाजेरथ सोसायटी द्वारा संचालित एनजीओ की लापरवाही से लड़कियों के फरार होने की बात सामने आ रही है। हालांकि, पटना की एस०एस०पी० गरिमा मलिक ने इस मामले में फिलहाल कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है।मुजफ्फरपुर शेल्टर होम प्रकरण को लेकर पूरे देश में बिहार के लिए मजाक या यूँ कहें कि (गाली)एक तमाचा बन चुकी है। इस मामले में पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा तक दागदार हो चुकीं हैं। वहीं इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर जेल में बंद है।फरार लड़कियों की तलाश में छापामारी की जा रही है।बताया जा रहा है कि लड़कियां ग्रिल काटकर फरार हुईं हैं। एनजीओ द्वारा संचालित बालिका गृह में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को भी जाने नहीं दिया जाता था। कई बार निरीक्षण के लिए गए पुलिस पदाधिकारियों को भी सोसायटी द्वारा संचालित एनजीओ के असहयोग का सामना करना पड़ा था। वरीय पदाधिकारी भी वहाँ निरीक्षण के लिए जाते थे तो नाजरथ सोसाइटी द्वारा संचालित एनजीओ के असहयोग का सामना करना पड़ा था।ऐसे में अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर एन०जी०ओ० अफसरों की जाँच से कतराता क्यों था? साफ है कि लड़कियों के लापता होने का मामला बेहद गंभीर है और इस मामले में बवाल होना भी मुनासिब ही है।
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