दलित-माक्र्सवादी चिंतक प्रो. आनंद तेलतुंबड़े की आसन्न गिरफ्तारी के खिलाफ प्रतिरोध सभा.
पटना 1 फरवरी 2019, दलित-माक्र्सवादी चिंतक व सामाजिक कार्यकर्ता प्रो. आनंद तेलतुंबड़े की आसन्न गिरफ्तारी के खिलाफ आज पटना सहित राज्य के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर इंसाफ मंच के बैनर से नागरिक प्रतिवाद सभा का आयोजन किया गया. पटना में गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास नागरिक प्रतिवाद हुआ, जिसमें शहर के विभिन्न तबके के लोग शामिल हुए. नागरिक प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य व खेग्रामस के महासचिव धीरेन्द्र झा ने कहा कि आनंद तेलतुंबड़े और अन्य अंबेदकरवादी व वामपंथी लेखकों का उत्पीड़न भारतीय लोकतंत्र व सामाजिक न्याय पर एक गहरा आघात है जिसका राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुणे पुलिस द्वारा भीमा कोरेगांव मामले में प्रोफेसर तेलतुंबड़े के खिलाफ दायर एफआईआर को खारिज करने की मांग को सर्वाेच्च न्यायालय ने ठुकरा दिए जाने के बाद ऐसी स्थिति बनी है. अदालत ने उन्हें चार सप्ताह तक गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की है और कहा है कि इस अंतराल में वे निचली अदालत से जमानत लेने की कोशिश कर सकते हैं. इसका मतलब है उनके पास फरवरी मध्य तक का ही समय है. उन्होंने कहा कि दलितों-गरीबों के जब-जब अधिकार की मांग होती है, आनंद तेलतुंबड़े उसकी अगली कतार में होते हैं. आज वक्त की मांग है कि दलित आंदोलन व वाम आंदोलन के बीच एकता होनी चाहिए, तेलतुंबड़े साहब उसके बड़े पैरवीकार थे. उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ हम सब सड़कों पर हैं. उन्हें आरएसएस के इशारे पर फंसाया जा रहा है. नागरिक प्रतिवाद सभा को उनके अलावा इंसाफ मंच के राजाराम, ऐपवा की बिहार राज्य सचिव शशि यादव, गोप गुट के नेता रामबलि प्रसाद, जसम के पटना जिला संयोजक राजेश कमल आदि ने संबोधित किया और आनंद तेलतुंबड़े की संभावित गिरफ्तारी का विरोध किया. नागरिक प्रतिवाद सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिवक्ता जावेद अहमद ने की. जबकि कार्यक्रम में डाॅक्टर अलीम अख्तर, किसान नेता केडी यादव, कवि रंजीत वर्मा, हिरावल के संतोष झा, प्रीति प्रभा, संतोष आर्या, इशान यादव, प्रमोद यादव, कृष्नंदन जी, विस्मय चिंतन, प्रकाश, समता राय, विश्वमोहन कुमार आदि सहित कई लोग उपस्थित थे.
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