ऽ किसान-मजदूरों के 18 फरवरी को आहूत विधानसभा मार्च को वामदलों का समर्थन।ऽ रसोइया की हड़ताल और 04फरवरी को चक्काजाम आंदोलन के प्रति वामदलों की एकजुटता
पटना 01 फरवरी 2019 , भाकपाए भाकपा माले, माकपा, आरएसपी और फॉरवर्ड ब्लॉक की संयुक्त बैठक जनशक्ति भवन में भाकपा के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसमे माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार, ललन चैधरी, भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा,केडी यादव, भाकपा के नेता राम नरेश पांडेय ,जब्बार आलम ,विजय नारायण मिश्र,रविन्द्र नाथ राय आदि नेताओ ने शिरकत की ।बजट पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए वाम नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने बजट को भी जुमला बना दिया है। देश भर के 1 करोड़ स्किम वर्करों,-रसोईया, आशा, आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका व अन्य को न्यूनतम मजदूरी आधारित मानदेय देने से इनकार कर दिया गया है।आर्थिक संस्थाओ की स्वायत्तता को समाप्त किया जा रहा है और 45 वर्षो में सबसे ज्यादा बेरोजगारी के आंकड़े को सरकार छुपा रही है।सरकार किसानों के कर्जमाफी के जरूरी एजेंडा से सरकार भाग खड़ी हुई है। वामदलों की बैठक ने 18 फरवरी को किसान - मजदूरों के विधानसभा मार्च को सक्रिय समर्थन देने और सफल बनाने का आह्वान किया है। वामदलों ने किसानो - बटाईदारों की कर्जमाफी और दलित-गरीबों को उजाड़ने के खिलाफ नया वास-आवास कानून की मांग की है। वामनेताओं ने राज्य में ढाई लाख रसोईयों की चल रही हड़ताल के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता और दमनात्मक कार्रवाई की की भर्तस्ना करते हुए मांगों को मानते हुए तत्काल हड़ताल समाप्त कराने की मांग सरकार से की है। वाम संगठनो ने हड़ताली रसोइयों के 04 फरवरी के चक्काजाम आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है।
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