मुख्यमंत्री की चुपी पर उठाया सवाल, शहीदों के सम्मान में अमन और भाईचारे के लिए वाम दलों की पहल पर पूरे राज्य में 26 फरवरी को नागरिक मार्च, मुजफ्फरपुर शेल्टर होम बलात्कार कांड की जांच की आंच मुख्यमंत्री तक पहुंचना आंदोलन की बड़ी जीत, दो मार्च को मुख्यमंत्री इस्तीफा दो के सवाल पर राज्यव्यापी संयुक्त आंदोलन
20 फरवरी, पटना 2019, आज वाम दलों की संयुक्त बैठक भाकपा (मा) राज्य कार्यालय भाकपा (मा) राज्य सचिव अवधेश कुमार की अध्यक्षता में हुई. जिसमें भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, धीरेन्द्र झा; सीपीआई के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, रामनरेश पांडेय, विजय नारायण मिश्र और भाकपा-मा नेता गणेश शंकर सिंह उपस्थित थे. वाम दलों के नेताओं ने किसानों की कर्ज माफी, फसल बीमा, फसलों की अनिवार्य खरीद और दलित-गरीबों को उजाड़ने व बेदखली के खिलाफ आहूत मजदूर-किसानों के ऐतिहासिक संयुक्त विधानसभा मार्च की सफलता के लिए सभी मजदूरों-किसानों के संगठनों को धन्यवाद ज्ञापित किया और इन मुद्दों पर विधानसभा व मुख्यमंत्री की चुपी के प्रति आक्रोश व्यक्त किया. वाम नेताओं ने पुलवामा घटना के बाद भाजपा-आरएसएस द्वारा राज्य भर में उन्माद पैदा करने की कोशिशों की निंदा की और इसे शहीदों का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि शहादत के सम्मान में अमन-भाईचारे के सवाल पर 26 फरवरी को राज्य भर में नागरिक मार्च वाम दलों की पहल पर तमाम संगठनों-देशभक्त नागरिकों की ओर से निकाला जाएगा. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम बलात्कार कांड की जांच की आंच मुख्यमंत्री सहित विभाग के सर्वोच्च अधिकारी व डीमए तक पहुंचने को वाम दलों व नागरिकों के आंदोलन की जीत बताया. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच व बच्चियों के न्याय का तकाजा है कि मुख्यमंत्री इस्तीफा दें. वाम दलों की ओर से दो मार्च को राज्य भर में इस प्रश्न पर आंदोलनात्मक कार्यक्रम लिए जाएंगे.
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