अरुण कुमार (बेगूसराय) हर कोई हड़ताल करने पर जब आमादा है ही तो साक्षरताकर्मी ही क्यों पीछे रहे हड़ताल करने से वंचित।सैकड़ों महिलाओं -पुरुष साक्षरता कर्मियों ने नगर थाना के बस स्टैंड के निकट से एनएच 31 को जाम कर दिया।साक्षरता कर्मियों की मांग है कि 31 मार्च 2018 को हटाए गए प्रेरक समन्वयक को किसी भी सरकारी नौकरी में समायोजित कर नियमित करने और बिना शर्त 22 माह का बकाया मानदेय का भुगतान किया जाय।साक्षरता कर्मियों ने राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत राजमार्ग 31 जाम करने का निर्णय लिया था।सड़क जाम के कारण दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहनों की कतार लग गई।सड़क जाम करने को लेकर साक्षरता कर्मियों ने राजमार्ग पर ढोलक, हरमोनियम और झाल लेकर गीत गाना शुरु कर दिया, जिसके कारण भारी भीड़ जमा हो गई।साक्षरता कर्मियों का कहना है कि 2010 में ही नियम के तहत प्रेरक समन्वयक को पंचायत से जिला स्तर पर समन्वयक की बहाली की गई थी।मार्च 2018 में अचानक सरकार द्वारा प्रेरक समन्वय को हटा दिया गया था। साक्षरता कर्मी लगातार आन्दोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांग को पूरा नहीं कर रही है।अगर अब भी उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले चुनाव में साक्षरता कर्मी घर-घर जाकर लोगों को ना सिर्फ सरकार के खिलाफ वोट करने की अपील करेंगे बल्कि अपनी बात को भी रखेंगे।साक्षरता कर्मियों का कहना है कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को सफल बनाने में सरकार का साथ दिया,लेकिन सरकार अचानक उन लोगों को नौकरी से हटा दिया।
शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2019
बेगूसराय : साक्षरता कर्मियों ने हड़ताल कर किया राजमार्ग 31 को जाम
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