मधुबनी : साप्ताहिक आयरन एवं फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम के आयोजन का शुभारंभ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 2 फ़रवरी 2019

मधुबनी : साप्ताहिक आयरन एवं फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम के आयोजन का शुभारंभ

weekly-iron-folic-acid-programe-madhubani
मधुबनी, 02,फरवरी,  राजनगर प्रखंड के सिमरी पंचायत के आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या-122 पर साप्ताहिक आयरन एवं फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम का आयोजन(आई0एफ0ए0ब्लू0) का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन,मधुबनी, श्री हरिकिषोकर सिंह,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी,डाॅ0 राजकिषोर चैधरी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी,डाॅ0 महेष चंद्रा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक,श्री दयाषंकर निधि,जिला सामुदायिक उत्प्रेरक, श्री नवीन कुमार दास, डी0टी0एल0 श्री महेन्द्र सोलंकी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी,(आई0सी0डी0एस0),मधुबनी डाॅ0 रष्मि वर्मा, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक,राजनगर श्री महेष कुमार,महिला पर्यवेक्षिका,राजनगर श्रीमती सारिका कुमारी, आंगनवाड़ी सेविका, श्रीमती सरिता कुमारी समेत काफी संख्या में ग्रामीण एवं किषोरी बालिकाएं उपस्थित थी। इस अवसर पर सिविल सर्जन,मधुबनी द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय किषोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत साप्ताहिक आयरन एवं फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम 10-19 वर्ष के सरकारी तथा सरकारी सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय में पढ़ने वाले किषोर-किषोरियों तथा विद्यालय नहीं जाने वाली किषोरियों को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर ब्लू0आई0एफ0ए0 टैबलेट(नीली गोली) दिया जाना है। उन्होंने बताया कि एनिमिया पर अंकुष लगाने हेतु किषोरावस्था एक उपयुक्त समय है। यह बच्चों में वृद्धि तथा विकास दोनों का महत्वपूर्ण समय होता है। इस अवस्था के दौरान पोषण षिक्षा के साथ-साथ आई0एफ0ए0(100 मि0ग्रा0 आयरन तथा 500 माईक्रोग्राम फाॅलिक एसिड) का अनुपूरण कराने से किषोर-किषोरियों में एनीमिया अथवा खून की कमी के दुष्प्रभाव से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी एवं सरकार द्वारा सहायता प्राप्त विद्यालयों में पढ़नेवाले किषोर-किषोरियों को आई0एफ0ए0(आयरन फोलिक एसिड) की नीली गोली का अनुपूरण सप्ताह में एक बार(बुधवार) को प्रषिक्षित षिक्षक-षिक्षिका एवं स्कूल नहीं जाने वाले किषोरियों को आंगनवाड़ी सेविका के माध्यम से खिलाया जाना है। इस हेतु षिक्षा,समाज कल्याण तथा स्वास्थ्य विभाग की सक्रिय भागीदारी आवष्यक है। प्रखंड स्तर पर आर0बी0एस0के0 के अंतर्गत कार्य कर रही टीम प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के दिषा-निदेष में सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 स्तर पर विफ्स कार्यक्रम अंतर्गत इमरजेंसी रेंस्पांस टीम का कार्य करेंगे एवं नजदीक की स्वास्थ्य संस्था भी आपातकालीन स्थिति में स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में सहयोग करेंगे। सिविल सर्जन,मधुबनी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विफ्स के नोडल पदाधिकारी होंगे तथा षिक्षा एवं समाज कल्याण विभाग(आई0सी0डी0एस) की ओर से क्रमषः प्रखंड षिक्षा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी विफ्स के नोडल पदाधिकारी होंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: