गुवाहाटी, 23 फरवरी, असम के जोरहाट और गोलाघाट जिलों में अवैध शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 94 हो गयी है तथा यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है, सबसे अधिक मौतें गोलाघाट जिले में हुई हैं और यहां मृतकों का आंकड़ा 59 के करीब बताया जा रहा है। यह हादसा गुरूवार को हुआ था। गोलाघाट उपायुक्त धीरेन हजारिका ने बताया कि गोलाघाट जिले में 59 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। जोरहाट जिले की उपायुक्त रोशनी कोराती ने बताया कि 35 लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासनिक तौर पर की जा चुकी है और दोनों जिलों के 200 से अधिक लोग जोरहाट मेडिकल कालेज तथा अस्पताल में भर्ती हैं। इस मामले में अभी तक छह लोगों की गिरफ्तारी की गई है और घटना की जांच अलग अलग स्तर पर की जा रही है। प्रशासन की तरफ मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की अनुदान राशि दिए जाने की घोषणा की गई है। जोरहाट मेडिकल कालेज में इस समय दो सौ से अधिक लोग भर्ती हैं और गोलाघाट सिविल अस्पताल में 100 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है। तिताबोर उप डिवीजन अस्पताल में आठ लोगों का उपचार किया जा रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जेएमसीएच का आज दौरा किया और अस्पताल में शामिल लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और अस्पताल में भर्ती लोगों को पचास-पचास हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हिमंता बिस्वा शर्मा ने सुबह अस्पताल का दौरा करने के बाद बताया कि डिब्रूगढ़ और तेजपुर अस्पतालों से अतिरिक्त चिकित्सकों को बुलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को निशुल्क दवाएं दी जा रही हैं और उनके तीमारदारों को भी निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। गोलाघाट जिले में अवैध शराब रखने के लिए इस्तेमाल में लाए जा रहे दो गोदामों को बंद कर दिया गया है। ऊपरी असम के मंडलायुक्त जूली सोनोवाल ने पहले ही मामले की जांच शुरू कर दी है और अतिरिक्त आयुक्त की अगुवाई में आबकारी विभाग की टीम ने अलग से जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा जोरहाट में हुई मौतों की अलग से मजिस्ट्रेट जांच करने के आदेश दिए जा चुके हैं। गोलाघाट जिले के आबकारी विभाग के दो अधिकारियों को इस मामले में निलंबित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कल मामले की जांच के लिए मंत्री तपन कुमार गोगोई, सांसद कामाख्या प्रसाद तासा तथा विधायक मृणाल सैकिया को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा था।हालमिरा चाय बागान में गुरुवार रात कुछ लोगों की मौत हुई थी और शुरूआती जांच में पता चला है कि पीड़ितों ने अवैध शराब ‘सुलाई’ पी थी जो स्थानीय तौर पर बनाई गई थी।
शनिवार, 23 फ़रवरी 2019
जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 94 हुई
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