पटना, 26 मार्च। अब पिछड़ी जाति के ईसाई धर्मावलम्बी मांग करने लगे है अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी कमीशन में प्रतिनिधित्व मिले। इस तरह की मांग उठानी शुरू कर दी है नवगठित क्रिश्चियन वेलफेयर एसोसिएशन। जी, कुर्जी पल्ली परिषद के पार्षद हैं सुशील लोबो। उनके द्वारा ही नवगठित सी.डब्ल्यू. का सृजन हुआ है और उन्ही के द्वारा नेतृत्व किया जा रहा है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि सरकार के द्वारा ओ.बी.सी.कमीशन गठित की गयी है। उसमें ईसाई समुदाय को भी प्रतिनिधित्व मिले।
उनका कहना है कि ईसाई समुदाय में पिछड़ी जाति की संख्या है। इन लोगों का गढ़ उत्तर बिहार है। इसमें चखनी, चुहड़ी, बेतिया, लतौना, मोरफा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सहरसा आदि में बहुलता है। बताते चले कि इन सभी क्षेत्रों के ईसाई धर्मावलम्बी नौकरी की तलाश में निकल कर देश-विदेश-प्रदेश में बिखड़ गए हैं। कुर्जी पल्ली में भी रहते हैं। ऐसे लोगों को समेटने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि ईसाई समुदाय की ज्वलंत समस्याओं का समाधान किया जा सके। फिलवक्त यह सवाल उठाया जा रहा है कि कि भारत सरकार के द्वारा गठित ओ.बी.सी.कमीशन में ईसाई किधर हैं ? क्या ईसाई समुदाय की पिछड़ी जाति को सदस्य बनने की सुविधा मिल सकती है ? फिलवक्त इसका उत्तर ईसाई समुदाय के पास नहीं है। और तो और कमीशन में ईसाई समुदाय का क्या अस्तिव है ? आगे सुशील लोबो कहते हैं कि ईसाई समुदाय को ओ.बी.सी. कमीशन पर चर्चा करनी चाहिए। यहां पर बहुत ही छोटे-छोटे पाॅकेट में ईसाई समुदाय विभाजित है। इसके आलोक में सभी ईसाइयो के संगठन के नेतृत्व करने वालों को मिलजुल कर बैठ कर इस विचार करें। उन्होंने सी.डब्ल्यू. ए.बिहार,पटना, अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ,आॅल इंडिया कैथोलिक एसोसिएशन के अलावे अन्य ईसाई लोकधर्मियों को सामने आने पर बल दिया है। समाज के बुद्धिजीवियों को आगे आने का आह्वान किया है।
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