अब अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के द्वारा 18 अप्रैल को होने वाले चुनाव तिथि में परिवर्तन करने की मांगपवित्र सप्ताह के दौरान ईसाई कर्मियों को चुनाव कार्य से दूर रखने का आग्रह
संघ के महासचिव एस.के.लौरेंस ने ई-मेल भेजा था बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को। मुख्यमंत्री कार्यालय के द्वारा महासचिव के प्रेषित ई-मेल को मुख्य चुनाव आयुक्त के ई-मेल पर फारवर्ड कर दिया है। अब देखना है कि मुख्य चुनाव आयुक्त के द्वारा क्या कदम उठाया जा रहा है। वेलडन ! महासचिव एस.के.लौरेंस। पटना,27 मार्च। एक कहावत है ‘देर आये दुरूस्त आये‘। यह कहावत ईसाई समुदाय को लेकर सटिक है। कहने का मतलब है कि कल बुधवार को नवगठित क्रिश्चियन वेलफेयर एसोसिएषन ने गुड फ्राइडे के अवसर पर चुनाव नहीं करवाने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त को धन्यवाद दिया। वहीं पवित्र सप्ताह के आलोक में ईसाई धर्मावलम्बियों को चुनावी ड्यूटि नहीं देने का आग्रह किया था। बताया जाता है कि गुड फ्राइडे के दिन चुनाव न हो तथा अन्य चुनाव के दिनों में भी ईसाई मतदाताओं को गुड फ्राइडे से सम्बंधित अन्य दिनों के धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने में रुकावट नहीं आए,इसके लिए मुख्य चुनाव आयोग,नयी दिल्ली,बिहार स्थित चुनाव आयोग को पूर्व में ही अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ द्वारा पत्र लिखा जा चुका है। यह भी बता दें कि कि इस चुनाव से पूर्व के चुनाव के वक्त भी अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण ने ईसाई समुदाय के हक में जागरूकता दिखाते हुए इससे पहले सम्बंधित आयोग तथा पदाधिकारियों को पत्र लिखता आया है। उपरोक्त पत्र भी पूर्व में ही अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त, नयी दिल्ली, बिहार चुनाव आयोग को भेजकर अनुरोध किया जा चुका है।
अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ,पटना के महासचिव एस. के.लॉरेंस ने कहा है कि मुख्य चुनाव आयुक्त,नयी दिल्ली को ई-मेल किए हैं। उसमें कहा गया है कि महापर्व गुड फ्राइडे से एक दिन पहले 18 अप्रैल को ‘मॉन्डी थर्सडे‘ है। इस दिन पवित्र परमप्रसाद की स्थापना दिवस है। उस दिन पुरोहित 12 लोगों का पैर धोते हैं। ईसा मसीह ने 12 षिष्यों का पैर धोए थे। इस अवसर पर चर्च में विशेष धार्मिक कार्यक्रम किया जाता है। उस दिन 18 अप्रैल 2019 को देश के 13 राज्यों के 97 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने वाला है। 18 अप्रैल को होने वाले चुनाव की तिथि को बदलने तथा चुनाव के दौरान हर बुधवार तथा शुक्रवार (गुड फ्राइडे तक) को होने वाले धार्मिक कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए,उन दिनों होने वाले चुनाव के दिन ईसाई कर्मचारियों को चुनाव कार्य से अलग रखने का आग्रह किया गया है। ऐसा करने से ईसाई समुदाय के कर्मचारी भी विशेष धार्मिक कार्यक्रम में 18 अप्रैल को शामिल हो सकेंगे। बताते चले कि संघ के महासचिव एस.के.लौरेंस ने ई-मेल भेजा था बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को। मुख्यमंत्री कार्यालय के द्वारा महासचिव के प्रेषित ई-मेल को मुख्य चुनाव आयुक्त के ई-मेल पर फारवर्ड कर दिया है। अब देखना है कि मुख्य चुनाव आयुक्त के द्वारा क्या कदम उठाया जा रहा है। वेलडन ! महासचिव एस.के.लौरेंस।
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