- मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना : जिले के 1230 युवाओं को मिलना था लाभ, अब तक सिर्फ 546 लाभुकों को मिला लाभ - धमदाहा प्रखंड से सबसे अधिक 77 जबकि श्रीनगर प्रखंड से सबसे कम 22 लाभुकों को गाड़ी की चाबी सौंपी गई
कुमार गौरव । पूर्णिया : सूबे के युवाओं को व्यावसायिक स्वरोजगार दिलाने के मकसद से शुरू की गई मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना प्रचार प्रसार के अभाव में जिले में फिसड्डी साबित हुई है। गत दिनों जिले के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शिविर लगाकर इस योजना की शुरूआत की गई थी और जिले के 246 पंचायत के करीब 1230 युवाओं को व्यावसायिक स्वरोजगार दिलाने के उद्देश्य से 31 मार्च 2019 तक जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन प्रशासनिक लचर व्यवस्था ने इस योजना की हवा निकाल दी और अब तक सिर्फ 546 लाभुकों को ही इस योजना का लाभ मिल पाया है। शिविर में खुद डीएम प्रदीप कुमार झा ने पहले चरण में चयनित 11 लाभुकों को गाड़ी की चाबी सौंपी थी। इसके बाद भी इस योजना को गति नहीं मिल पायी। बता दें कि इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सुगम परिवहन की व्यवस्था उपलब्ध करवाने के साथ आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके बाद भी जिले के सभी 14 प्रखंडों से जितने आवेदन मिलने थे नहीं मिले। धमदाहा प्रखंड से सबसे अधिक 77 जबकि श्रीनगर प्रखंड से सबसे कम 22 लाभुकों को गाड़ी की चाबी सौंपी गई। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर प्रशासनिक अमला कितना गंभीर रहा।
...किस प्रखंड से कितने लाभुकों को मिली चाबी :
मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत केनगर प्रखंड से 43, पूर्णिया पूर्व से 32, बायसी से 48, कसबा से 39, भवानीपुर 26, डगरूआ से 31, धमदाहा से 77, बीकोठी से 53, बैसा से 25, रूपौली से 48, बनमनखी से 35, अमौर से 41, श्रीनगर से 22 और जलालगढ़ से 26 लाभुकों को गाड़ी की चाबी सौंपी गई। जिले के लिए निर्धारित कुल 1230 लाभुकों में से सिर्फ 546 लाभुकों को ही इस योजना का लाभ अब तक मिल सका है। जबकि अंतिम तिथि 31 मार्च 2019 तय है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि इतनी कम अवधि में इतने लाभुकों को कैसे चाबी सौंपी जा सकती है। बता दें कि प्रत्येक पंचायत में एससी एसटी के 3 लाभुकों एवं अति पिछड़ा वर्ग के 2 लाभुकों को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य है।
...शेष लाभुकों को किया जाएगा समायोजित :
इस वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के सापेक्ष में सिर्फ 546 लाभुकों को ही मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना का लाभ मिला है। बाकी बचे लाभुकों की सूची को अगले वित्तीय वर्ष के लक्ष्य में समायोजित किया जाएगा। : विकास कुमार, डीटीओ, पूर्णिया।
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