- वहीं ईसाई कर्मचारियों को गुड फ्राइडे के पहले और बाद में ड्यटि न देने का आग्रह किया
पटना,27 मार्च। नवगठित क्रिश्चियन वेलफेयर एसोसिएशन, बिहार से जुडे सुशील लोबो ने कहा है कि आजकल ईसाई समुदाय का दुखभोग चल रहा है। 6 मार्च को राख बुधवार था।इसके साथ ही चालीस दिवसीय दुखभोग शुरू हो जाता है। जो 14 अप्रैल को खजूर रविवार है। इसी दिन से पवित्र सप्ताह शुरू हो जाता है। एक सप्ताह प्रार्थना के लिए चर्च में जाया जाता है। 19 अप्रैल को गुड फ्राइडे है। इस दिन ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाकर मार दिया गया। ईसाई समुदाय भर सप्ताह गम और सादगीपूर्ण दिवस के रूप में मनाते हैं। इस दौरान ईसाई समुदाय उपवास और परहेज रखते है। इसके आलोक में मुख्य चुनाव आयुक्त ने गुड फ्राइडे 19 अप्रैल के दिन चुनाव तिथि न निर्धारित करने से ईसाई समुदाय के बीच में हर्ष है। उस दिन भारत में किसी जगह पर चुनाव नहीं है। जो खुशी की बात है। वहीं नवगठित क्रिष्चियन वेलफेयर एसोसिएशन, बिहार से जुडे सुशील लोबो ने कहा है कि चुनाव आयोग, अध्यक्ष, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग और बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अधिकारियों से निवेदन किया है कि क्रिश्चियन समुदायों पर विशेष ध्यान दिया जाए। केंद्र व राज्य सरकार की नौकरी करने वाले कर्मचारी और अधिकारियों व बैंक में कार्यरत कर्मियों को 14 अप्रैल से 22 अप्रैल तक चुनावी ड्यूटी ईसाई कर्मचारियों को न दी जाए। क्योंकि गुड फ्राइडे की तैयारी में करने में पूरी सप्ताह क्रिश्चियन समुदाय उपवास ,सादगी, प्रार्थना, अर्चना व प्रभु येशु की आराधना करने में लगे रहते है । इसे पुण्य सप्ताह कहा जाता है ।
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