पटना,19 मार्च। बिहार में शराबबंदी है। जो दिखती नहीं है मगर सच मानों में खूब बिकती है। जो आप चाहे वह उपलब्ध है देशी और अंग्रेजी भी। हाई रिस्क की वजह से हाई रेट भी है। घर पर बैठे मिल सकता है। बस एक रिंग भर करना है।पहुना की तरह शराब को घर पहुंचा दी जाएगी। बच के बचाकर दीघा थाना क्षेत्र में धंधा मंदा नहीं है। ऊपरी आदेश से दीघा थाना पुलिस हरकत में आई है। 18 मार्च को विभिन्न मुसहरी में पुलिस बल पहुंच गयी। धंधेबाज जमीन के नीचे मिट्टी से ढंककर शराब की शीषी व गैलन छुपाकर रखते हैं। तो पुलिस ने हाथ में ‘गन‘ के बदले लाठी और रड लेकर आए थे। लाठी और रड के सहारे जमीन के नीेचे शराब की शीषी और गैलन तलाषती रही। बताया जाता है कि कल दीघा थाना की पुलिस एक्टिव रही। नाच बगीचा,रामजीचक नहर,उड़ान टोला के बाद दीघा मुसहरी में छापा मारी। दीघा मुसहरी आई थी। जो उसके साथ हुआ तो उससे आष्चर्य में पड़ गयी। हुआ यह कि अंधेरे में तीर मारते देेख नन्हीं बच्ची ने कहा... पुलिस अंकल.. यहां हम लूडो खेल रहे हैं... इधर आइए... पुलिस आते ही सवाल दागा कि क्या बात है बच्ची... बच्ची ने भी सवाल किया कि अंकल...यहां पर क्यों आए हैं... तो आप लोग शराब की शीशी खोज कर हैं मेरी मां ने लूडो के नीचे ही शराब की शीशी और गैलन छुपा रखी है। यह देखे यहां पर और वह देखे वहां पर है। पुलिस ने नन्हीं बच्ची की तारीफ की।
इसके बाद पुलिस दीघा मुसहरी में छापामारी करती रही। कुछ शराब बरामद की गयी। शराब पीकर मटरगस्ती करने वाले विफन मांझी को धड़ धबोचा। वह तीन बीबी के पति हैं। यहां से पुलिस के जाने के बाद दीघा मुसहरी में नन्हीं बच्ची की नासमझी से महादलित हंसते-हंसते पागल होने लगे।वह बच्ची ने मां की करतूत की पोल खोलकर रख दी। बाद में बच्ची की मां ने बच्ची को खूब कुटाई की। यहां के बाद पुलिस गंगा किनारे चली गयी। इससे साबित होता है कि दीघा थाना में जगह-जगह शराब की बिक्री की जा रही है। जो थानाध्यक्ष पर सवाल उठ रहा है। आखिर इस क्षेत्र में शराबबंदी क्यों नहीं है? वहीं महादलितों का कहना है कि रोजगार के अभाव में महुआ और मिठ्ठा से शराब बनाते हैं। थाना को मालूम है। ऊपरी आदेश की तामील करने पुलिस मुसहरी में ही मैराथन दौड़ लगाने आ जाती है। जो विदेशी शराब बिक्री कर रहा है उसके पास फटकने भी पुलिस नहीं जाती है। इस तरह की दोहरी नीति पुलिस के द्वारा उठायी है।
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