स्वस्थ भारत यात्री पहुँचे गोरखपुर, किया नर्सिंग छात्राओ को जनऔषधि, पोषण के बारे में जागरूक महात्मा गांधी के 150वी जयंती वर्ष में साबरमती आश्रम से शुरू हुई है यात्रा, 60 दिनों में 14000 किमी की दूरी तय कर गोरखपुर पहुँची यात्रायूपी के बनारस, प्रयाग, चित्रकूट, कानपुर, लखनऊ, शाजहाँपुर, मुरादाबाद होते हुए गाजियाबाद में चौथे चरण का होगा समापन
गोरखपुर, बिहार से यूपी के गोरखपुर पहुँचे स्वस्थ भारत यात्रियों का स्वागत भब्य तरीके से किया गया। देश भर में स्वास्थ्य का अलख जगाने के लिये निकला यात्री दल यहां के राज नर्सिंग एवं पारा मेडिकल कॉलेज पहुँचकर विद्यार्थियों को जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर उत्कृष्ट सहभागिता के लिए कॉलेज के 9 विद्यार्थी एवं 2 शिक्षिकाओं को जनऔषधि मित्र का प्रमाण पत्र देकर स्वस्थ भारत (न्यास) ने सम्मानित किया। साथ ही नर्सिंग कॉलेज के निदेशक डॉ अभिषेक यादव को आभार पत्र दिया गया।
महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष पर साबरमती आश्रम अहमदाबाद से शुरू स्वस्थ भारत यात्रा-2 का चौथा चरण भागलपुर से शुरू हुआ है जो पटना, मुजफ्फरपुर, छपरा, सीवान, गोपालगंज, बेतिया, भितिहरवा आश्रम होते हुए गोरखपुर पहुँचा है। 15 दिन के इस चरण में यात्री दल बनारस, प्रयाग, चित्रकूट, कानपुर, लखनऊ, शाहजहापुर, मुरादाबाद होते हुए गाजियाबाद जाएंगे, जहां इस चरण का समापन होगा। 90 दिनों की इस यात्रा में 60वे दिन स्वस्थ भारत यात्री गोरखपुर पहुँचे हैं। 20 राज्यों से होते हुए उत्तर प्रदेश पहुँचे यात्रियों ने 14000 किमी की यात्रा पूरी कर ली है। वरिष्ठ स्वास्थ्यकर्मी एवं स्वस्थ भारत (न्यास) के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में निकली इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत, प्रियंका सिंह, शंभू कुमार, विवेक शर्मा, पवन कुमार एवं विनोद रोहिल्ला शामिल हैं।
यात्रा प्रमुख आशुतोष कुमार सिंह ने स्वास्थ्य पर आयोजित राष्ट्रीय परिसंवाद में स्वस्थ भारत यात्रा के उद्देश्यों को उजागर करते हुए कहा कि स्वस्थ भारत यात्रा देश के जन-जन में स्वास्थ्य के प्रति जागृति फैलाने के लिए की जा रही है। आम लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना इसलिए जरूरी है कि वे चिकित्सा और दवा के नाम पर लूटे जा रहे हैं। जेनरिक दवाइयों की उपलब्धता के बावजूद उन्हें महंगी दवाइयां खरीदनी पड़ रही है, इस कारण देश के 3-4 फीसद लोग गरीबी रेखा से नहीं उबर पा रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सेहत संबंधी सुझाव देते हुए कहा कि उन्हें सुबह-सुबह गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए। साथ ही अपना मेडिकल हिस्ट्री संभालकर रखना चाहिए। चिकित्सकों से कैपिटल लेटर में दवा की पर्ची लिखने के लिए अनुरोध करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को घर से बाहर निर्मित खाद्य-पदार्थों का सेवन करने से बचने की सलाह दी। इस अवसर पर बोलते हुए वरिष्ठ गांधीवादी चिंतक-विचार प्रसून लतांत ने स्वस्थ भारत यात्रा को देश की जनता के लिए हितकर बताते हुए कहा कि आज लोगों को चिकित्सा और दवा के नाम पर जागरूक करने का प्रयास कहीं नहीं किया जा रहा है। स्वास्थ्य को लेकर लोगों की अनभिज्ञता इतनी ज्यादा है कि वे अपनी सेहत बचाने के प्रयास में तबाह हो रहे हैं। बदलते जलवायु एवं बदलती जीवन-शैली के कारण हर किसी का बीमार होना लाजमी है, ऐसे में स्वस्थ भारत यात्रा जैसे अभियान से लोगों को स्वास्थ्य की रक्षा करने में मदद मिल रही है।
इन्हें बनाया गया जनऔषधि मित्र
केशव कुमार, मार्या सिंह, उमंग दूबे, प्रतिभा यादव, सबा फ़ातिमा, कविता दूबे, एकता सिंह, रतन बाला एवं तनूजा दूबे (सभी विद्यार्थी) एवं दो शिक्षक श्रीले हेनरी एवं अनामिका सिंह को स्वस्थ भारत न्यास के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह ने जनऔषधि मित्र का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। जबकि कॉलेज के डायरेक्टर डॉ अभिषेक यादव पत्रकार सुनील त्रिगुणायत एवं प्राचार्या ई.एम.पीटर्स को आभार पत्र दिया गया। गौरतलब है विगत 7 वर्षों से स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र में काम कर रहे स्वस्थ भारत (न्यास) ने महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने की अनूठी पहल की है। संस्था ने गांधी को याद करते हुए स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत स्वस्थ भारत के तीन आयामः जनऔषधि पोषण और आयुष्मान विषय पर देश की आम जनता को जागरूक करने का मैराथन संकल्प लिया है। 'कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम् रिटेल प्राइस', 'जेनरिक लाइए पैसा बचाइए', 'नो योर मेडिसिन', तुलसी लगाइए रोग भगाइए', 'नो योर डॉक्टर नो योर फार्मासिस्ट' एवं 'स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज' सहित दर्जनों जागरुकता अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत करने का काम कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें