देश सहित विदेश में मचा रही है धूम
इंदौर : भारत की शान कहलाने वाले शास्त्रीय संगीत को चाहने वाले भारत ही नहीं विश्व के कोने- कोने में बेस हुए है और उसमे बॉलीवुड का तड़का लग जाये तो श्रोताओं के लिए आनंद की सीमा ही नहीं है ऐसा ही वर्ष 2019 में विश्व विख्यात तबला वादक आदित्य नारायण बैनर्जी और बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर प्रणब कुमार विश्वाश ने की जोड़ी ने कई सारे संगीत के नए आयामों के साथ श्रोताओ को मन्त्र मुग्ध करने के लिए भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रस्तुति दे रहे है जहाँ भारत में ये सफर कोलकाता में बसंत की बहारो से शुरू हुआ वहीँ यात्रा दक्षिण भारत होता हुआ वाह ताज मुंबई के मंच तक जा पंहुचा. प्रणब और आदित्य की जोड़ी लाइव कंसर्ट्स के साथ ही देश विदेश में संगीत प्रेमियों को संगीत की तालीम भी दे रहे है.
संगीत जगत की इन दो जोड़ियों से जुडी कुछ बाते जब हमने ताल सम्राट पंडित आदित्य नारायण बैनर्जी से जानना चाहे तो आदित्य जी ने बताये की प्रणब जी के साथ उन्होंने 1991 में पहली बार मंच साँझा किया था वो दिन और आज का दिन है हम एक अच्छे दोस्त है और एक दूसरे की हर म्यूजिकली संकेतों को बेहद बारीकी से समझते है, और ये ही बाते हम दोनों को आज करीब तीन दशक से साथ जोड़े रखा है, कुछ यूँ रहा आदित्य प्रणब का २०१९ में भारत का सफर - कई साल बाद एक बार फिर हमारी जोड़ी ने भारतभर का दौरा कर संगीत प्रेमियों को कुछ नया देने की कोशिश किया है. हमने बसंत आयो रे में यमन आर्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फाइन आर्ट कोलकाता में बसंत का संगीतमय स्वागत किया तो वहीँ दक्षिण भारत में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित संगीतमय ध्यान शिविर व म्यूजिकल वर्कशॉप करते हुए ताजमहल टी हाउस में मुंबई के श्रोताओं को एक तरफ आदित्य नारायण बैनर्जी ने अपने तबले की थाप से टुकड़ा परन व लग्गी बजा कर श्रोताओं मंत्रमुग्ध कर दिया तो वहीँ प्रणब कुमार विश्वास ने 'अलबेला साजन आयो रे..... के साथ प्रारम्भ किया तो वहीँ उनके द्वारा राग आयिर भैरव और गुण कली में तान और सरगम ने लोगो को दीवाना कर दिया. दोनों की जोड़ी के प्रतुती के बाद श्रोताओं ने वन्स मोर की गूंज चारो तरफ गूंज रही थी.
विदेश में 2019 यात्रा पर भी रहेगी आदित्य प्रणब की जोड़ी
आदित्य नारायण बैनर्जी ने बताया की अप्रेल मध्य में हम न्यू जर्सी यूएसए के इंडस मेलिक म्यूजिक स्कूल में आयोजित कंसर्ट के साथ ही ट्राय स्टेट यूएसए में हो रहे यमन आर्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ फाइन आर्ट द्वारा आयोजित म्यूजिकली वर्कशॉप से अपना काफिला शुरू कर उत्तरी अमेरिका में भारतीय संगीत का परचम फहराया जायेगा.
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