अरुण कुमार (आर्यावर्त) मोकामा के निर्दलीय विधायक अनंत सिंह के 8 समर्थकों को मोकामा थाना ने हिरासत में ले लिया है।हिरासत में लिए गए सज्जन एक पिस्टल और 25 गोलियों के साथ घूम रहे थे।सबों को मोकामा थाना में लाकर रखा गया है।
लल्लू मुखिया भी हुए गिरफ्तार।
दंडाधिकारी की मौजूदगी में मोकामा बाईपास पर गाड़ियों की चेकिंग के दौरान कर्मवीर यादव उर्फ लल्लू मुखिया को हिरासत में लिया गया। उसके साथ रविंदर यादव नाम के एक व्यक्ति को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।लल्लू मुखिया की गाड़ी से एक लाइसेंसी पिस्टल और 25 गोलियां बरामद हुई है।हिरासत में लिए गए रविंद्र यादव ने बताया कि उसने अपना लाइसेंस पुलिस को दिखाया है।हालांकि पुलिस की दलील है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने की अवधि में हथियारों के साथ चलना गैरकानूनी है।अब सवाल यह उठता है कि जब लाइसेंस है ही तो फिर लेकर चलना गैर कानूनी कैसे? लोग लाइसेंस बनवाकर हथियार पूजा करने के लिये तो लेता नहीं। हो सकता है वो अपनी सुरक्षा के ख्याल से साथ लेकर निकाला हो,इसके अलावा सभी लोग काली फिल्म लगी गाड़ियों में चल रहे थे।बिहार में काली फिल्म लगी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगा हुआ है।हिरासत में लिए गए सभी लोगों को मोकामा थाना लाया गया है और प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है।
कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा था लल्लू मुखिया।
अनंत सिंह का काफी खास माना जाने वाला लल्लू मुखिया कुछ दिनों पहले ही जेल से छूटा था।बाढ़ थाना की पुलिस ने माघी पूर्णिमा के अवसर पर लाइसेंसी हथियारों के बल पर गाड़ियों से रंगदारी वसूलने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया था।जमानत पर कुछ दिन पहले जेल से छूटने के बाद वह एक बार फिर हथियार के साथ हिरासत में ले लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों ने बताया कि वे लोग निजी पारिवारिक काम से जा रहे थे तथा उनके पास पिस्टल का लाइसेंस रहने के बावजूद हिरासत में लिया गया है।अब ये तो लल्लू मुखिया के साथ साथ कानून और पुलिसप्रशासन ही जाने की कानूनी और गैर कानूनी कौन कैसे सिद्ध करेंगे।वैसे सच कहा जाय तो आचार संहिता लागू हो जाने पर हथियारों से लैस होकर चलना गैर कानूनी ही है।
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