बिहार : भाकपा-माले ने कहा पहले चरण में इवीएम की गड़बड़ियों से पैदा हो रहा है संदेह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 11 अप्रैल 2019

बिहार : भाकपा-माले ने कहा पहले चरण में इवीएम की गड़बड़ियों से पैदा हो रहा है संदेह

भाजपा चुनाव को विषाक्त बनाने का कर रही काम, चुनाव आयोग संज्ञान ले.भाकपा-माले ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र
cpi-ml-write-letter-to-election-commission
पटना 11 अप्रैल 2019, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने आज पहले चरण के मतदान पर प्रतिक्रया देते हुए कहा है कि इवीएम में कई प्रकार की गड़बड़ियों की रिपोर्ट मिल रही है, जो भाजपा के पक्ष में काम कर रही है. कई स्थानों पर समय से मतदान आरंभ नहीं हुआ. यह बेहद चिंताजनक है और इवीएम के संदर्भ में पहले से मौजूद संदेहों को और पुख्ता करता है. अगले चरण के चुनावों में इसे ठीक करने की आवश्यकता है. उम्मीद है कि चुनाव आयोग इसे गंभीरता से लेगा. उन्होंने कहा कि आज के चुनाव में कई जगह से खबरें मिली हैं कि वोटरों खासकर दलितों व अल्पसंख्यक समुदाय के वोटरों को डिस्टर्ब करने की कोशिश की गई. यदि यह जारी रहा तो यह देश के लोकतंत्र को एक मजाक में बदल देगा. भाकपा-माले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य भाजपा नेताओं द्वारा चुनाव अभियान को विषाक्त बनाने पर गंभीर आपत्ति दर्ज करती है और चुनाव आयोग से इसपर संज्ञान लेने की मांग करती है. भाजपा नेता सांप्रदायिक आधार पर विभाजन करके चुनाव में धु्रवीकरण की लगातार कोशिशें कर रहे हैं. भाजपा अध्यक्ष खुलेआम कह रहे हैं कि यदि देश में भाजपा की फिर से सरकार बनी तो पूरे देश में एनआरसी को बढ़ा दिया जाएगा और जो हिंदु, सिख अथवा बौद्ध नहीं हैं, उन्हें देश से निकाल बाहर किया जाएगा. भाकपा-माले इन मामलों में चुनाव आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करती है.

कोई टिप्पणी नहीं: