अरुण कुमार (आर्यावर्त) तीन दिनों से लापता पबड़ा गांव निवासी दर्जी मो०कयामुद्दीन के पुत्र मो०फारुक (50वर्ष) का शव मिलते ही ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर पहुँच गया।जब शव को मेहदा शाहपुर पंचायत स्थित बसौना मोड़ के समीप शनिवार की देर संध्या एसएच-55 से उत्तरी भाग खेतिहर इलाके से एक मक्के के खेत से बरामद किया गया।जबकि दर्जी फारुख का साइकिल वहीं पास के एक गढ्ढे में पड़ा मिला।शव मिलने की खबर जंगल में लगी आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई तब लोगों का हुजूम शव के पास उमड़ पड़ा।आक्रोशित लोग पुलिस प्रशासन से डॉग स्क्वायड की टीम बुलाकर अपराधियों तक पहुंचने की मांग की और इस मांग पर अड़े रहे।इस दौरान महिलाओं एवं पुरुषों का जत्था एसएच-55 पर जाम लगा कर यातायात व्यवस्था को अवरूद्ध कर दिया।वहीं जामस्थल पर पुलिस प्रशासन आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने के प्रयास में जुटी रही।लगभग साढ़े बारह बजे रात्रि मेंं प्रशासन द्वारा डॉग स्क्वायड टीम मंगाने के आश्वासन के बाद आक्रोशित लोग जाम हटाने पर राजी हुए। रविवार की सुबह पुनः आक्रोशितों ने पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए सड़क पर जाम लगाकर यातायात बाधित कर दिया।लगभग 11 बजे पहुंची डॉग स्क्वायड की टीम ने गहन छानबीन करते हुए डॉग को दौराया। जो मुर्गीफार्म स्थित लघु सिंचाई विभाग के कार्यालय पर पहुंच कर बैठ गया।तत्पश्चात लोगों का आक्रोश कम हुआ,पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर कागजी खानापूर्ति के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया।
सोमवार, 15 अप्रैल 2019
बेगुसराय : पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बन बैठा है आपराधिक आतंक
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