जिसने नागरिकों का अधिकार छीना है, उन्हें वोट ना दें : रन सिंह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 17 अप्रैल 2019

जिसने नागरिकों का अधिकार छीना है, उन्हें वोट ना दें : रन सिंह

dont-waste-vote
बरियारढीह (आर्यावर्त संवाददाता)। देश-प्रदेश में जिन नेताओं की हाथ की ताकत से लोगों पर दमन,गरीबों पर अत्याचार और नागरिकों का अधिकार छीनने का काम किया गया  है, उस हाथ को कमजोर करने का समय आ गया है। उसे आप अपने बहुमूल्य वोट से कर सकते हैं।  जन संगठन एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.रन सिंह परमार ने यह बहुत ही महत्वपूर्ण बातों को रखी।उन्होंने कहा कि झारखंड में गत पांच वर्षों में बहुत बार आनाजाना रहा। महत्वपूर्ण सभा हुई है।कई तरह के आंदोलन हुए है। पदयात्रा सत्याग्रह  की गयी है। मगर सत्तासीन लोगों ने नकारात्मक कदम ही उठाया है। आदिवासी व परंपरागत वनवासियों की आशियाना को आग के हवाले कर दिया गया है। यह सब आंदोलन व संगठित एकता को कुचलने की साजिस के तहत की गयी।अभी मौका है उनके मनौबल को वोट के अस्त्र से कुचल देने का समय है। जल, जंगल और जमीन के अधिकारों लेकर आदिवासी एवं परंपरागत वनवासियों का चुनावी महापंचायत में आगे कहा कि यहां पर जमीन से जुड़े नेता बाबूलाल मरांडी के साथ अन्य नेतागण आए हैं।कहा जाता है कि प्रजातंत्र में वोटर ही राजा हैं। और पांच साल रंक बनकर रह जाते हैं। हां, आने वाले दिनों के लिए हजारों की संख्या में महापंचायत में आने वाले वोटर राजा हैं। पांच साल के लिए रंक न बने रहे तो ऐसा प्रत्याशी का चयन करें जो आपके साथ रहे और आपके मुद्धे को उठा सके। उन्होंने मौके पर कहा कि एक- एक वोट को जुटाना है यह आपलोगों का आह्वान किया जाता है कि आप जमीन के लिए देंगे वोट, जंगल के लिए देंगे वोट, जल के लिए देंगे वोट, न्याय के लिए देंगे वोट, झारखंड के लिए देंगे वोट, सम्मान के लिए देंगे वोट।इसके प्रति वोटरों की प्रतिबद्धता होनी चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं: