पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) : केनगर प्रखंड के काझा बाजार से उत्क्रमित उच्च विद्यालय काझा जाने वाली सड़क पिछले दो दशकों से इस कदर जर्जर है कि पैदल चलना मुश्किल हो गया है। हल्की बारिश होने पर सड़क कीचड़मय हो जाता है। स्कूल जाने वाले छोटे छोटे बच्चों को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। आगामी 18 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर क्षेत्र की जनता में काफी आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि आखिर हम किसे और क्यों वाेट दें। यहां के जनप्रतिनिध जब एक अदद सड़क के जीर्णोद्धार नहीं करा सकते हैं तो आमलोगों की समस्या को क्या दूर करेंगे। हालांकि कुछ लोगों का स्पष्ट कहना है कि देश को एक मजबूत प्रधानमंत्री मिले इसके लिए हम वोट अवश्य करेंगे। यहां के शंभुनाथ महतो ने बताया कि काझा बाजार से उत्क्रमित उच्च विद्यालय काझा जाने वाली सड़क पिछले 25 वर्षो से जर्जर स्थिति में है। बच्चों को स्कूल जाने में बहुत कठिनाई होती है। उक्त विद्यालय में दो बूथ भी बनाए गए है। यहां 1800 मतदाता है जो उक्त सड़क होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने आएंगे। यहां के सदानंद शर्मा ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व हल्की बारिश होने के बाद उक्त सड़क पर चलना मुश्किल हो गया था। बच्चों को स्कूल पहुंचाने में इतनी परेशानी हुई कि क्या बताउं। उन्होंने यह भी बताया कि एक दिन बाद लोक सभा के लिए मतदान होगा। अगर बारिश हो गई तो आधा से अधिक मतदाता अपने घरों में ही रहना पसंद करेंगे। स्थानीय ग्रामीण बिंदेश्वरी पासवान, जनार्दन पासवान, तीरथ पासवान, गीता ऋषि, हीरालाल ऋषि ने बताया कि उक्त ईंट सोलिंग सड़क का निर्माण 1993-94 में करवाया गया था। उसके बाद आजतक किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा सड़क के जीर्णोद्धार तक नहीं किया गया। लोगों ने यह भी बताया कि सड़क निर्माण को लेकर कई बार जिलाधिकारी से लेकर सांसद व विधायक को आवेदन भी दिया गया है लेकिन सिर्फ आश्वासन के आलावा कुछ नहीं मिला। बताया कि चुनाव के समय सभी पार्टी के नेता व कार्यकर्ता वोट मांगने आते हैं और कहते है कि मुझे वोट दिजीए हम आपकी सभी समस्याओं को दूर करेंगे। चुनाव जीतने के बाद कोई जनता से पूछने तक नहीं आता है। नेता अपने वादे भूल जाते हैं। गोपी प्रसाद स्वर्णकार, राजेंद्र मंडल, सत्यनारायण पासवान, कुमोद कुमार, रविंद्र प्रसाद साह का कहना है कि वर्तमान समय में इस सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि सड़क पर दो से तीन फीट जगह जगह गढ्ढा बन गए हैं। बरसात के दिनों में सड़क पर पानी जमा हो जाता है। विद्यालय जाने की यह मुख्य सड़क है। काझा स्कूल में प्रतिदिन चार सौ से पांच सौ छात्र छात्राएं पढ़ने इसी होकर आते जाते हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर इसी विद्यालय में दो बूथ भी बनाए गए हैं।
बुधवार, 17 अप्रैल 2019
पूर्णिया : जर्जर सड़क होकर काझा के मतदाता जाएंगे वोट देने
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